Union Budget 2022 बजट में सरकार से क्या चाहती हैं महिलाएं?

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Union Budget 2022
locationभारत
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calendar29 Jan 2022 06:49 PM
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Union Budget 2022 पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान से नौ दिन पहले यानि 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 2022-23 को आम बजट (Budget 2022) पेश करेंगी। कोरोना की तीसरी लहर और महंगाई की मार झेल रही आम जनता को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं। वहीं देश की महिलाओं (womans) ने भी इस बजट (Budget 2022) से खासी उम्मीदें लगा रखी हैं।

महिलाएं चाहती हैं कि उऩ्हें इस बजट में आयकर में अतिरिक्त छूट मिलें। मांग है कि टैक्स स्लैब में 5.50 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री कर दी जाए। वर्तमान में इनकम टैक्स स्लैब में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले कोई अलग छूट नहीं मिलती है। साल 2012 से पहले महिलाओं को इनकम टैक्स में पुरुषों के मुकाबले अधिक छूट मिलती थी।

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महिलाओं की मांग है कि स्टैंडर्ड डिडक्शन की सीमा महिलाओं के लिए बढ़ाई जाए। वर्तमान में उन्हें स्टैंडर्ड डिडक्शन में अलग से छूट मिले। वहीं महिलाएं चाहती हैं कि होम पर पर उन्हें अधिक टैक्स छूट मिलें। वर्तमान में महिलाओं को 2 लाख रुपए तक होम लोन पर टैक्स छूट मिलती है, जिसे वो चाहती हैं कि इसे बढ़ाकर 2.50 लाख रुपए कर दिया जाए।

[caption id="attachment_15664" align="alignnone" width="451"]Union Budget 2022 Union Budget 2022[/caption]

महिलाओं को उम्मीदें 1 फरवरी को पेश होने वाले वित्तीय वर्ष 2022-23 के आम बजट को लेकर महिलाओं को बहुत उम्मीदें हैं। महिलाएं बढ़ती महंगाई, इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव, मेकअप और फैशन प्रोडक्ट्स में छूट के अलावा महिला सुरक्षा के लिए सख्त कानून चाहती हैं। आज महिलाएं न केवल घर चलाती हैं बल्कि स्टार्टअप से लेकर फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं। वहीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद एक महिला हैं, ऐसे में महिलाओं को उम्मीद हैं कि वो उनकी मांगों और उनकी जरूरतों पर जरूर गौर करेंगी।

कम हो रसोई का खर्च गृहणियां सरकार से बजट में राहत की उम्मीद कर रही हैं। महिलाओं को उम्मीद है कि सरकार बजट में ऐसे ऐलान करें ताकि रसोई का खर्च कम हो सके। बढ़ती महंगाई के कारण घर का बजट खराब होते जा रहा है। आसमान छूती कीमतों ने घर के बजट को बिगाड़ दिया है, जिसमें महिलाएं राहत चाहती हैं। इतना ही नहीं महिलाएं चाहती हैं कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण इस आम बजट में महिलाओं का पूरा ख्याल रखें। महिला सुरक्षा को लेकर खास कदम उठाएं जाएं।

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BJP है सबसे अमीर पार्टी, यहां जानिये किस दल के पास है कितनी रकम

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userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:38 AM
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नई दिल्ली. भाजपा (BJP) देश की सबसे अमीर पार्टी है. भाजपा की ओर से वित्त वर्ष 2019-20 में 4,847.78 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की गई है. जो सभी राजनीतिक दलों (Political Party Assets) में सर्वाधिक है. भाजपा के बाद दूसरे स्‍थान पर बसपा है. उसके पास 698.33 करोड़ रुपये की संपत्ति है. कांग्रेस ने 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की है. यह दावा द एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है. एडीआर (ADR Report) ने अपनी यह रिपोर्ट 2019-20 में राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों की संपत्ति और देनदारियों के विश्लेषण करने पर तैयार की है. विश्लेषण के अनुसार वित्तीय वर्ष के दौरान 7 राष्ट्रीय और 44 क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति क्रमशः 6,988.57 करोड़ रुपये और 2,129.38 करोड़ रुपये थी. एडीआर की रिपोर्ट में कहा गया कि 7 राष्ट्रीय दलों में सबसे अधिक संपत्ति भाजपा (BJP) के पास है. भाजपा की संपत्ति 4847.78 करोड़ रुपये है. बसपा की संपत्ति 698.33 करोड़ रुपये है. कांग्रेस की ओर से 588.16 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की गई है. 44 क्षेत्रीय दलों में से, शीर्ष 10 पार्टियों की संपत्ति 2028.715 करोड़ रुपये या उन सभी द्वारा घोषित कुल का 95.27 प्रतिशत थी. वित्तीय वर्ष 2019-20 में, क्षेत्रीय दलों में, समाजवादी पार्टी द्वारा सबसे अधिक संपत्ति 563.47 करोड़ रुपये (26.46 प्रतिशत) घोषित की गई, इसके बाद टीआरएस ने 301.47 करोड़ रुपये और अन्नाद्रमुक ने 267.61 करोड़ रुपये की संपत्ति की घोषणा की. वित्तीय वर्ष 2019-20 में क्षेत्रीय दलों द्वारा घोषित कुल संपत्ति में सावधि जमा/एफडीआर का हिस्सा सबसे ज्यादा 1,639.51 करोड़ रुपये (76.99 प्रतिशत) था. FIR Against Shweta Tiwari: श्वेता तिवारी पर FIR हुई दर्ज, ब्रा वाले बयान पर फंसी एक्ट्रेस वित्तीय वर्ष के लिए एफडीआर/सावधि जमा श्रेणी के तहत भाजपा (BJP) और बसपा ने क्रमश: 3,253.00 करोड़ रुपये और 618.86 करोड़ रुपये की घोषणा की जो सभी राष्ट्रीय दलों में पहले और दूसरे स्थान पर रहे, जबकि जबकि कांग्रेस ने 240.90 करोड़ रुपये इस श्रेणी में घोषित किए. क्षेत्रीय दलों में सपा (434.219 करोड़ रुपये), टीआरएस (256.01 करोड़ रुपये), अन्नाद्रमुक (246.90 करोड़ रुपये), द्रमुक (162.425 करोड़ रुपये), शिवसेना (148.46 करोड़ रुपये), बीजद (118.425 करोड़ रुपये) जैसे राजनीतिक दल एफडीआर/सावधि जमा के तहत उच्चतम संपत्ति घोषित करने वालों में शामिल हैं. एडीआर के मुताबिक, 'राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने वित्त वर्ष 2019-20 में 74.27 करोड़ रुपये की कुल देनदारियों की घोषणा की. राष्ट्रीय दलों ने उधार के तहत 4.26 करोड़ रुपये और अन्य देनदारियों के तहत 70.01 करोड़ रुपये की घोषणा की. वित्त वर्ष 2019-20 में, कांग्रेस ने 49.55 करोड़ रुपये (66.72 प्रतिशत) की अधिकतम कुल देनदारियों की घोषणा की, उसके बाद एआईटीसी ने 11.32 करोड़ रुपये (15.24 प्रतिशत) की देनदारी की घोषणा की.'
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Sadabahar शुगर से हैं परेशान तो सदाबहार के फूल का नुस्खा है कारगर

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Sadabahar
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calendar01 Dec 2025 09:22 PM
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Sadabahar : सदाबहार (Sadabahar) के फूल को आपने देखा ही होगा। यह एक ऐसा फूल है जो हर मौसम में खिलता है और हर जगह आसानी से मिल जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि सदाबहार (Sadabahar ke phool) के इस फूल से शुगर को नियंत्रित किया जा सकता है।

उच्च रक्त शुगर लेवल डायबिटीज के मरीजों के लिए एक समस्याभरी स्थिति है, क्योंकि ब्लड शुगर का स्तर बढ़ने के साथ डायबिटीज से जुड़ी जटिलताएं बढ़ जाती है। रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर नियंत्रित रखने के लिए सदाबहार या सदाफुली की पत्तियां और फूल प्राकृतिक तौर पर मदद करते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, सदाबहार के फूल और पत्तियां टाइप 2 डायबिटीज का प्राकृतिक और सुरक्षित नुस्खा है।

सदाबहार के फूलों का प्रयोग रक्त में ग्लूकोज़ की मात्रा को नियंत्रित करने के लिए किया जा सकता है। जिन लोगों को मधुमेह या डायबिटीज की समस्या है उन्हें सदाबहार के फूलों की चाय पीने से फायदा होता है। इसी तरह सदाबहार के पौधे की ताज़ी पत्तियां चबाने से भी ब्लड ग्लूकोज़ लेवल कम होता है।

सेवन के तरीके

मुट्ठीभर सदाबहार के फूलों को एक गिलास पानी के साथ उबलने के लिए रखें। 6-10 मिनट तक इस मिश्रण को पकने दें। फिर, आंच से उतारकर इसे छान लें। सुबह उठने के बाद सबसे पहले इस हर्बल काढ़े का सेवन करें। यह नाश्ता के बाद ब्लड शुगर लेवल में होने वाली स्पाइक को कम रख सकता है।

फ्रूट जूस के साथ

इस तरीके में सदाबहार की पत्तियों के पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। सदाबहार के पौधे की पत्तियों को धूप में या माइक्रोवेव में सूखा लें। फिर, इन पत्तियों को पीसकर पाउडर बना लें। रोज़ सुबह फलों के जूस के साथ इस पाउडर को मिलाकर पीएं।

संत कमल किशोर, आयुर्वेदाचार्य