Sports : पहले ही दौर में पीवी सिंधु की हार, टूटा खिताब जीतने का सपना

पहले गेम में बढ़त, फिर हार की निराशा
29 वर्षीय पीवी सिंधु ने मुकाबले की शुरुआत बेहतरीन अंदाज में की और पहले गेम को 21-19 से अपने नाम किया। लेकिन इसके बाद कोरियाई खिलाड़ी किम गा युन ने जोरदार वापसी की और अगले दो गेम 13-21, 13-21 से जीतकर सिंधु को बाहर का रास्ता दिखाया। यह मैच एक घंटे से ज्यादा समय तक चला, जहां सिंधु पूरी कोशिश करने के बावजूद लय बरकरार नहीं रख सकीं।चोट के बाद वापसी के बावजूद संघर्ष जारी
हाल ही में पैर की मांसपेशियों की चोट से उबरकर कोर्ट में वापसी करने वाली सिंधु इस मुकाबले में टेप बांधकर खेल रही थीं। पहले गेम में उन्होंने 20-12 की मजबूत बढ़त बनाई थी, लेकिन किम गा युन ने शानदार वापसी करते हुए स्कोर को 19-20 तक ला दिया। हालांकि, सिंधु ने यह गेम जीत लिया, लेकिन इसके बाद वह अपनी लय बरकरार नहीं रख सकीं। दूसरे गेम में शुरुआत से ही कोरियाई खिलाड़ी ने दबदबा बनाए रखा और ब्रेक तक 11-9 से आगे रही। इसके बाद उन्होंने दमदार शॉट्स और शानदार कोर्ट कवरेज से सिंधु को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।तीसरे गेम में भी नहीं बदल सका पासा
तीसरे और निर्णायक गेम में भी कोरियाई खिलाड़ी की मजबूत शुरुआत ने सिंधु पर दबाव बनाए रखा। किम ने 7-2 की बढ़त बना ली, हालांकि सिंधु ने स्कोर 7-9 तक लाकर वापसी के संकेत दिए। लेकिन ब्रेक तक किम 11-7 से आगे थीं और उसके बाद सिंधु की गलतियों ने कोरियाई खिलाड़ी को मैच पर नियंत्रण बनाने का मौका दे दिया। आखिरकार, किम ने 21-13 से गेम जीतकर सिंधु को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।सिंधु के लिए लगातार निराशाजनक प्रदर्शन
सिंधु के लिए 2024 की शुरुआत अच्छी नहीं रही है। जनवरी में हुए इंडिया ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में हार के बाद, वह इंडोनेशिया मास्टर्स के पहले दौर से भी बाहर हो गई थीं। अब ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में भी पहले दौर में हार से उनकी चुनौतियां और बढ़ गई हैं।महिला युगल में भारत की उम्मीद बरकरार
हालांकि, महिला युगल में भारत के लिए सकारात्मक खबर आई है। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जोड़ी त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने चीनी ताइपे की शुओ युन सुंग और चिएन हुई यू को 21-17, 21-13 से हराकर अंतिम-16 में जगह बना ली है। यह जोड़ी अब आगे के मुकाबलों में भारत की उम्मीदों को बनाए रखने का प्रयास करेगी।आगे की राह
पीवी सिंधु के लिए यह हार एक बड़ा झटका जरूर है, लेकिन वह आगामी टूर्नामेंट में वापसी की कोशिश करेंगी। भारतीय बैडमिंटन प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि वह अपनी लय हासिल करें और आने वाले टूर्नामेंट्स में दमदार प्रदर्शन करें। वहीं, महिला युगल में त्रीशा और गायत्री की जोड़ी आगे बढ़ती रही तो भारत के लिए अच्छी संभावनाएं बनी रह सकती हैं। इस हार के बाद अब देखना होगा कि पीवी सिंधु किस तरह से अपनी रणनीति में बदलाव करती हैं और आने वाले टूर्नामेंट्स में किस तरह से वापसी करती हैं। Sportsशेख हसीना के पीएम पद पर लौटने की संभावना, भारत से समर्थन मिला
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पहले गेम में बढ़त, फिर हार की निराशा
29 वर्षीय पीवी सिंधु ने मुकाबले की शुरुआत बेहतरीन अंदाज में की और पहले गेम को 21-19 से अपने नाम किया। लेकिन इसके बाद कोरियाई खिलाड़ी किम गा युन ने जोरदार वापसी की और अगले दो गेम 13-21, 13-21 से जीतकर सिंधु को बाहर का रास्ता दिखाया। यह मैच एक घंटे से ज्यादा समय तक चला, जहां सिंधु पूरी कोशिश करने के बावजूद लय बरकरार नहीं रख सकीं।चोट के बाद वापसी के बावजूद संघर्ष जारी
हाल ही में पैर की मांसपेशियों की चोट से उबरकर कोर्ट में वापसी करने वाली सिंधु इस मुकाबले में टेप बांधकर खेल रही थीं। पहले गेम में उन्होंने 20-12 की मजबूत बढ़त बनाई थी, लेकिन किम गा युन ने शानदार वापसी करते हुए स्कोर को 19-20 तक ला दिया। हालांकि, सिंधु ने यह गेम जीत लिया, लेकिन इसके बाद वह अपनी लय बरकरार नहीं रख सकीं। दूसरे गेम में शुरुआत से ही कोरियाई खिलाड़ी ने दबदबा बनाए रखा और ब्रेक तक 11-9 से आगे रही। इसके बाद उन्होंने दमदार शॉट्स और शानदार कोर्ट कवरेज से सिंधु को वापसी का कोई मौका नहीं दिया।तीसरे गेम में भी नहीं बदल सका पासा
तीसरे और निर्णायक गेम में भी कोरियाई खिलाड़ी की मजबूत शुरुआत ने सिंधु पर दबाव बनाए रखा। किम ने 7-2 की बढ़त बना ली, हालांकि सिंधु ने स्कोर 7-9 तक लाकर वापसी के संकेत दिए। लेकिन ब्रेक तक किम 11-7 से आगे थीं और उसके बाद सिंधु की गलतियों ने कोरियाई खिलाड़ी को मैच पर नियंत्रण बनाने का मौका दे दिया। आखिरकार, किम ने 21-13 से गेम जीतकर सिंधु को टूर्नामेंट से बाहर कर दिया।सिंधु के लिए लगातार निराशाजनक प्रदर्शन
सिंधु के लिए 2024 की शुरुआत अच्छी नहीं रही है। जनवरी में हुए इंडिया ओपन सुपर 750 टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में हार के बाद, वह इंडोनेशिया मास्टर्स के पहले दौर से भी बाहर हो गई थीं। अब ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप में भी पहले दौर में हार से उनकी चुनौतियां और बढ़ गई हैं।महिला युगल में भारत की उम्मीद बरकरार
हालांकि, महिला युगल में भारत के लिए सकारात्मक खबर आई है। राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जोड़ी त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद ने चीनी ताइपे की शुओ युन सुंग और चिएन हुई यू को 21-17, 21-13 से हराकर अंतिम-16 में जगह बना ली है। यह जोड़ी अब आगे के मुकाबलों में भारत की उम्मीदों को बनाए रखने का प्रयास करेगी।आगे की राह
पीवी सिंधु के लिए यह हार एक बड़ा झटका जरूर है, लेकिन वह आगामी टूर्नामेंट में वापसी की कोशिश करेंगी। भारतीय बैडमिंटन प्रशंसकों को उम्मीद होगी कि वह अपनी लय हासिल करें और आने वाले टूर्नामेंट्स में दमदार प्रदर्शन करें। वहीं, महिला युगल में त्रीशा और गायत्री की जोड़ी आगे बढ़ती रही तो भारत के लिए अच्छी संभावनाएं बनी रह सकती हैं। इस हार के बाद अब देखना होगा कि पीवी सिंधु किस तरह से अपनी रणनीति में बदलाव करती हैं और आने वाले टूर्नामेंट्स में किस तरह से वापसी करती हैं। Sportsशेख हसीना के पीएम पद पर लौटने की संभावना, भारत से समर्थन मिला
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