दिल्ली में घूमने के लिए टॉप 8 जगहें; क्यों हैं सबसे ज्यादा फेमस?
दिल वालों की दिल्ली, यूं तो अपने आप में बहुत खास है। भारत के ऐतिहासिक और विकसित शहरों में से एक है...
Top 8 places to visit in Delhi
भारत
चेतना मंच
08 Dec 2023 10:36 PM
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25 जुलाई से शुरू होगी IRCTC की अनोखी रामायण यात्रा: 17 दिन में भगवान श्रीराम के 15 से ज्यादा पवित्र स्थलों के दर्शन
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 01:40 AM
25 जुलाई से शुरू होगी भक्ति से भरी रेल यात्रा: भारतीय रेलवे और IRCTC (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) मिलकर 25 जुलाई 2025 से एक विशेष 'रामायण यात्रा ट्रेन' शुरू करने जा रहे हैं। यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले उन स्थलों पर ले जाएगी जो भगवान श्रीराम के जीवन और रामायण काल से जुड़े हुए हैं।
ये यात्रा कुल 17 दिन और 16 रातों की होगी, जो दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और भारत के विभिन्न राज्यों होते हुए दक्षिण के रामेश्वरम तक पहुंचेगी। यात्रा के दौरान यात्रियों को पूरी तरह शाकाहारी भोजन और आवास की सुविधा भी दी जाएगी।
किन-किन स्थानों पर होंगे दर्शन?
रामायण यात्रा ट्रेन अयोध्या, प्रयागराज, चित्रकूट, जनकपुर (नेपाल), सीतामढ़ी, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम जैसे पवित्र स्थलों से होकर गुजरेगी। इन सभी स्थानों का श्रीराम के जीवन में विशेष महत्व है।
यात्रा में शामिल प्रमुख तीर्थ स्थल:
अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, राम की पैड़ीनंदीग्राम: भरत-हनुमान मंदिर, भरत कुंडजनकपुर (नेपाल): राम जानकी मंदिर, धनुष धाम, परशुराम कुंडसीतामढ़ी (बिहार): जानकी मंदिर, पुनौरा धामबक्सर: राम रेखा घाट, रामेश्वरनाथ मंदिरवाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर, गंगा आरतीप्रयागराज: त्रिवेणी संगम, हनुमान मंदिर, भारद्वाज आश्रमचित्रकूट: गुप्त गोदावरी, राम घाट, सती अनुसूया मंदिरश्रृंगवेरपुर: श्रृंग ऋषि मंदिरनासिक: पंचवटी, त्रयंबकेश्वर मंदिर, सीता गुफा, कालाराम मंदिरहम्पी: अंजनाद्री पहाड़ी, विरुपाक्ष मंदिर, विट्ठल मंदिररामेश्वरम: रामनाथस्वामी मंदिर, धनुषकोडी
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
इस यात्रा में यात्रियों को प्रतिदिन चाय, नाश्ता, दोपहर और रात का शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा। इसके अलावा ट्रेनों में रहने और स्नान आदि की समुचित व्यवस्था भी की गई है। यात्रा को आरामदायक और भक्तिमय बनाने के लिए IRCTC ने हर सुविधा का ध्यान रखा है।
किसके लिए है यह यात्रा?
यह यात्रा खास तौर पर उन श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों के लिए है जो भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों को एक ही यात्रा में देखना चाहते हैं। IRCTC की यह योजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।
25 जुलाई से शुरू होगी भक्ति से भरी रेल यात्रा: भारतीय रेलवे और IRCTC (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन) मिलकर 25 जुलाई 2025 से एक विशेष 'रामायण यात्रा ट्रेन' शुरू करने जा रहे हैं। यह यात्रा धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखने वाले उन स्थलों पर ले जाएगी जो भगवान श्रीराम के जीवन और रामायण काल से जुड़े हुए हैं।
ये यात्रा कुल 17 दिन और 16 रातों की होगी, जो दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से शुरू होगी और भारत के विभिन्न राज्यों होते हुए दक्षिण के रामेश्वरम तक पहुंचेगी। यात्रा के दौरान यात्रियों को पूरी तरह शाकाहारी भोजन और आवास की सुविधा भी दी जाएगी।
किन-किन स्थानों पर होंगे दर्शन?
रामायण यात्रा ट्रेन अयोध्या, प्रयागराज, चित्रकूट, जनकपुर (नेपाल), सीतामढ़ी, नासिक, हम्पी और रामेश्वरम जैसे पवित्र स्थलों से होकर गुजरेगी। इन सभी स्थानों का श्रीराम के जीवन में विशेष महत्व है।
यात्रा में शामिल प्रमुख तीर्थ स्थल:
अयोध्या: राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, राम की पैड़ीनंदीग्राम: भरत-हनुमान मंदिर, भरत कुंडजनकपुर (नेपाल): राम जानकी मंदिर, धनुष धाम, परशुराम कुंडसीतामढ़ी (बिहार): जानकी मंदिर, पुनौरा धामबक्सर: राम रेखा घाट, रामेश्वरनाथ मंदिरवाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, संकट मोचन मंदिर, गंगा आरतीप्रयागराज: त्रिवेणी संगम, हनुमान मंदिर, भारद्वाज आश्रमचित्रकूट: गुप्त गोदावरी, राम घाट, सती अनुसूया मंदिरश्रृंगवेरपुर: श्रृंग ऋषि मंदिरनासिक: पंचवटी, त्रयंबकेश्वर मंदिर, सीता गुफा, कालाराम मंदिरहम्पी: अंजनाद्री पहाड़ी, विरुपाक्ष मंदिर, विट्ठल मंदिररामेश्वरम: रामनाथस्वामी मंदिर, धनुषकोडी
क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी?
इस यात्रा में यात्रियों को प्रतिदिन चाय, नाश्ता, दोपहर और रात का शुद्ध शाकाहारी भोजन मिलेगा। इसके अलावा ट्रेनों में रहने और स्नान आदि की समुचित व्यवस्था भी की गई है। यात्रा को आरामदायक और भक्तिमय बनाने के लिए IRCTC ने हर सुविधा का ध्यान रखा है।
किसके लिए है यह यात्रा?
यह यात्रा खास तौर पर उन श्रद्धालुओं और तीर्थ यात्रियों के लिए है जो भगवान श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों को एक ही यात्रा में देखना चाहते हैं। IRCTC की यह योजना धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बनाई गई है।
गूगल मैप की इन तीन सेटिंग से नहीं मिलेंगे ऊबड़-खाबड़ रास्ते, करें ट्राई
Google Maps
भारत
चेतना मंच
10 Apr 2024 07:11 PM
Google Maps : अगर आपको कही जाना हो और रास्ता न पता हो तो आप गूगल मैप का विकल्प ही चुनते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप ऐसे रास्ते जा पहुंचते है, जहां गाड़ी का जाना मुश्किल होता है। फिर आप यही सोचते हो गूगल मैप आपको कहीं का कहीं पहुंचा देता है। तो ऐसे में आप उसपर भरोसा करना बंद कर देते है, लेकिन अब हम आपको बता दें गूगल मैप आपके साथ ऐसा नहीं करेगा। अब आपको गूगल मैप ऊबड़-खाबड़ रास्तों तक नहीं पहुंचाएगा। जी हां, बस इसके लिए गूगल मैप पर ये तीन सेटिंग करनी पड़ेगी। इसके बाद आप बिना ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर जाएं आपना सफर तय कर सकते हो....
ये तीन सेटिंग करलें तुरंत
अक्सर आप अगर गूगल मैप का इस्तेमाल करते हुए फंस जाते हैं, जिसके बाद आप और निराश हो जाते हैं, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं। इसमें सबसे पहले आपके ऐप का अपडेट नहीं होना है, फोन में डेटा कम होना और सही लोकेशन का चयन नहीं होना है। ऐसे में अगर सब कुछ ठीक से काम करता है तो ऐसी सिचुएशन में ये तीन सेटिंग्स आपकी मदद करती है।
इसके लिए हमेशा नेविगेट करते वक्त सही मोड का चुनाव करें। नेविगेशन सेटिंग्स में अवॉइड हाईवे का ऑप्शन सलेक्ट करें और इसे बंद कर दें। iPhone सेटिंग्स में लोकेशन सर्विस का ऑप्शन का चयन करें और प्रिसाइस लोकेशन ऑन करें। इसके बाद अगर आप गूगल मैप का इस्तेमाल करते है तो कभी रास्तों पर फंसेंगे नहीं।
सही व्हीकल चुनें
इसके लिए जब भी लोकेशन चेक कर रहे हों तो सबसे पहले अपनी सही व्हीकल मोड को चुनें, जैसे अगर आप गाड़ी से जा रहे हैं तो ऊपर दिए गए गाड़ी मोड के ऑप्शन पर क्लिक करें। इसी तरह आप अपने हिसाब से बस, बाइक जैसे ऑप्शन भी चुन सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गूगल मैप आपके व्हीकल के हिसाब से रास्ता नेविगेट करता है। अगर आप गाड़ी से हैं और आपने पैदल मोड पर क्लिक किया हुआ है तो जाहिर है कि आपकी गाड़ी आगे जाकर फंस सकती है। क्योंकि गूगल मैप ने आपको गलियों से गुजरते हुए पैदल चलने का रास्ता दिखाएगा। ऐसे में आप उस रास्ते से गाड़ी से नहीं चल सकते। इसलिए हमेशा जिस व्हीकल से चल रहे हैं हमें उसी पर सलेक्ट करना चाहिए।
Google Maps
गूगल मैप्स में हाइवे वाले रूट
इसके अलावा अगर आप खराब गलियों के बजाय केवल हाइवे वाले रूट्स से जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको गूगल मैप्स में राइट कॉर्नर पर दिए प्रोफाइल के ऑप्शन पर टैप करना होगा। इसपर सेटिंग पर जाएं यहां आपको नेविगेशन का ऑप्शन नजर आएगा। इस पर क्लिक करने पर आपको अवॉइड हाइवे का ऑप्शन दिखेगा। जिसके बाद इसे डिसेबल कर दें। फिर आपको गूगल मैप पर सारे हाइवे वाले रूट्स ही दिखाएगा।
तीसरी सेटिंग ऐसे करें
गूगल मैप की तीसरी सेटिंग के लिए अपने आईफोन की सेटिंग में जाएं और प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी पर क्लिक करें। इसके बाद लोकेशन सर्विस पर जाकर टैप करें। यहां प्रिसाइस लोकेशन को ऑन कर दें। यह सेटिंग आपके रास्ते को आसान बना देगी। Google Maps
Google Maps : अगर आपको कही जाना हो और रास्ता न पता हो तो आप गूगल मैप का विकल्प ही चुनते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि आप ऐसे रास्ते जा पहुंचते है, जहां गाड़ी का जाना मुश्किल होता है। फिर आप यही सोचते हो गूगल मैप आपको कहीं का कहीं पहुंचा देता है। तो ऐसे में आप उसपर भरोसा करना बंद कर देते है, लेकिन अब हम आपको बता दें गूगल मैप आपके साथ ऐसा नहीं करेगा। अब आपको गूगल मैप ऊबड़-खाबड़ रास्तों तक नहीं पहुंचाएगा। जी हां, बस इसके लिए गूगल मैप पर ये तीन सेटिंग करनी पड़ेगी। इसके बाद आप बिना ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर जाएं आपना सफर तय कर सकते हो....
ये तीन सेटिंग करलें तुरंत
अक्सर आप अगर गूगल मैप का इस्तेमाल करते हुए फंस जाते हैं, जिसके बाद आप और निराश हो जाते हैं, लेकिन इसके कई कारण हो सकते हैं। इसमें सबसे पहले आपके ऐप का अपडेट नहीं होना है, फोन में डेटा कम होना और सही लोकेशन का चयन नहीं होना है। ऐसे में अगर सब कुछ ठीक से काम करता है तो ऐसी सिचुएशन में ये तीन सेटिंग्स आपकी मदद करती है।
इसके लिए हमेशा नेविगेट करते वक्त सही मोड का चुनाव करें। नेविगेशन सेटिंग्स में अवॉइड हाईवे का ऑप्शन सलेक्ट करें और इसे बंद कर दें। iPhone सेटिंग्स में लोकेशन सर्विस का ऑप्शन का चयन करें और प्रिसाइस लोकेशन ऑन करें। इसके बाद अगर आप गूगल मैप का इस्तेमाल करते है तो कभी रास्तों पर फंसेंगे नहीं।
सही व्हीकल चुनें
इसके लिए जब भी लोकेशन चेक कर रहे हों तो सबसे पहले अपनी सही व्हीकल मोड को चुनें, जैसे अगर आप गाड़ी से जा रहे हैं तो ऊपर दिए गए गाड़ी मोड के ऑप्शन पर क्लिक करें। इसी तरह आप अपने हिसाब से बस, बाइक जैसे ऑप्शन भी चुन सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गूगल मैप आपके व्हीकल के हिसाब से रास्ता नेविगेट करता है। अगर आप गाड़ी से हैं और आपने पैदल मोड पर क्लिक किया हुआ है तो जाहिर है कि आपकी गाड़ी आगे जाकर फंस सकती है। क्योंकि गूगल मैप ने आपको गलियों से गुजरते हुए पैदल चलने का रास्ता दिखाएगा। ऐसे में आप उस रास्ते से गाड़ी से नहीं चल सकते। इसलिए हमेशा जिस व्हीकल से चल रहे हैं हमें उसी पर सलेक्ट करना चाहिए।
Google Maps
गूगल मैप्स में हाइवे वाले रूट
इसके अलावा अगर आप खराब गलियों के बजाय केवल हाइवे वाले रूट्स से जाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको गूगल मैप्स में राइट कॉर्नर पर दिए प्रोफाइल के ऑप्शन पर टैप करना होगा। इसपर सेटिंग पर जाएं यहां आपको नेविगेशन का ऑप्शन नजर आएगा। इस पर क्लिक करने पर आपको अवॉइड हाइवे का ऑप्शन दिखेगा। जिसके बाद इसे डिसेबल कर दें। फिर आपको गूगल मैप पर सारे हाइवे वाले रूट्स ही दिखाएगा।
तीसरी सेटिंग ऐसे करें
गूगल मैप की तीसरी सेटिंग के लिए अपने आईफोन की सेटिंग में जाएं और प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी पर क्लिक करें। इसके बाद लोकेशन सर्विस पर जाकर टैप करें। यहां प्रिसाइस लोकेशन को ऑन कर दें। यह सेटिंग आपके रास्ते को आसान बना देगी। Google Maps
मालदीव बनाम लक्षद्वीप : 4 पॉइंट्स में समझें, क्यों बेहतर है लक्षद्वीप
भारत
चेतना मंच
30 Nov 2025 11:03 AM
Lakshadweep Vs. Maldives : साल 2024 की शुरूआत के साथ ही मालदीव बनाम लक्षद्वीप शुरू हो गया है। वहीं इस रेस में लक्षद्वीप बाजी मारता दिख रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी की बीते 3 से 4 दिनों में केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च होने वाला नाम बन गया है। इस नाम को दुनियाभर से लोग सर्च कर रहे हैं। दरअसल 4 जनवरी 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए थे। जहां की कुछ शानदार तस्वीरें उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर शेयर की साथ ही उन्होंने लोगों को एक बार इस जगह पर आने को भी कहा। इसके बाद से ही दुनियाभर में लोगों ने अपने हॉलिडे लिस्ट में लक्षद्वीप का नाम जोड लिया है और लगातार इससे जुड़ी जानकारियों के बारे में जान रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि लक्षद्वीप सस्ता है या महंगा , इस जगह में क्या खास है और यहां तक कैसे पहुंचा जा सकता है।
क्या है लक्षद्वीप बनाम मालदीव विवाद?
दरअसल पीएम मोदी के सोशल मीडिया में लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर करने के बाद, मालदीव की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के उन तस्वीरों पर सोशल मीडिया पर गलत बायन दिया गया । जिसके बाद से देश भर को लोगों की ओर से बायकॉट मालदीव हेशटेग चलाया गया। इस विवाद के बाद कई भारतीयों ने मालदीव जाने का प्लान भी कैंसल कर दिया था। भारतीयों द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद मालदीव सरकार को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसे देखते हुए मालदीव सरकार ने उन तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था।
लक्षद्वीप जाने का क्या है सही समय ?
वैसे तो लक्षद्वीप बारहों महीने अपनी सुंदरता बिखेरता रहता है। लेकिन अगर आप यहां जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए अक्टूबर से मई के बीच के महीनें काफी अच्छे होते हैं। दरअसल तब यहां का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इसलिए गर्मी की जगह आप यहां सर्दियों में आएंगे तो आपको घूमने में ज्यादा मजा आएगा।
[caption id="attachment_137224" align="aligncenter" width="553"] Best time to visit in Lakshadweep[/caption]
लक्षद्वीप में है क्या खास ?Lakshadweep Vs. Maldives
लक्षद्वीप, 36 द्वीपों के समुद्र तटो और प्राकृतिक खूबसूरत नजारों के लिए फेमस है। मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप का नाम ‘एक लाख द्वीप’ है। यह भारत दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।अपनी सुंदरता के चलते लक्षद्वीप किसी विदेशी पर्यटल स्थल से कम नहीं है। यह आपको शांति में प्राकृतिक के मनमोहक नजारे देखने को मिलेंगे। जिन लोगों को एडवेंचर से जुड़ी चीजों का शौक है उनके लिए यहां कई तरह की एक्टिविटी भी रखी गई है। इसके अलावा आपको यहा अगत्ती द्वीप देखने को मिलेगा जहां पर काफी साफ पानी, सफेद रेत, समुद्र तट और कई रोमांचक जगहें घूमने के लिए हैं। अगत्ती द्वीप पर आप स्नाॅर्कलिंग का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
[caption id="attachment_137225" align="aligncenter" width="565"] Famous Place in Lakshadweep[/caption]
कैसे पहुंचे लक्षद्वीप ?
लक्षद्वीप आने के लिए आप दो तरीकों को अपना सकते हैं। पहला है फ्लाइट और दूसरा है रेल। अगर आप हवाई मार्ग से लक्षद्वीप जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए आपको सबसे करीबी एयरपोर्ट कोच्चि के अगत्ती एयरपोर्ट जाना पड़ेगा। लक्षद्वीप आने के लिए केवल यहीं एयरपोर्ट है। इसके बाद आप वहां से नाव या हेलीकॉप्टर की मदद से जा सकते हैं। इसके अलावा आप रेल की मदद से भी लक्षद्वीप जा सकते हैं। ट्रैन से जाने के लिए आपको सबसे पहले केरल के एर्नाकुलम साउथ रेलवे स्टेशन तक जाना होगा। यहां से आप समुद्री या हवाई मार्ग की मदद से लक्षद्वीप पहुंच सकते हैं।
लक्षद्वीप घूमने का क्या है खर्चा?
लक्षद्वीप जाने के लिए अगर आप एक महीने पहले ही टिकट बुक करवाते हैं, तो यह आपको सस्ती पड़ेगी। यहां घूमने के लिए प्रति व्यक्ति का कुल खर्चा लगभग 20 से 30 हजार तक हो सकता है। इसके अलावा आप टैवल एजेंट की मदद भी ले सकते हैं। जहां आपको 2 से 3 दिनों या 3 से 4 दिनों का पैकेज मिल जाएगा। जिसमें होटल, घूमना, लोकल ट्रांसपोर्ट और खाने का खर्च शामिल है। लेकिन इसमें आपको फ्लाइट का किराया नहीं मिलेगा, इसके लिए आपको खुद से टिकट करवानी पड़ेगी।
Lakshadweep Vs. Maldives : साल 2024 की शुरूआत के साथ ही मालदीव बनाम लक्षद्वीप शुरू हो गया है। वहीं इस रेस में लक्षद्वीप बाजी मारता दिख रहा है। आपको जानकर हैरानी होगी की बीते 3 से 4 दिनों में केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च होने वाला नाम बन गया है। इस नाम को दुनियाभर से लोग सर्च कर रहे हैं। दरअसल 4 जनवरी 2024 को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लक्षद्वीप गए थे। जहां की कुछ शानदार तस्वीरें उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर शेयर की साथ ही उन्होंने लोगों को एक बार इस जगह पर आने को भी कहा। इसके बाद से ही दुनियाभर में लोगों ने अपने हॉलिडे लिस्ट में लक्षद्वीप का नाम जोड लिया है और लगातार इससे जुड़ी जानकारियों के बारे में जान रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि लक्षद्वीप सस्ता है या महंगा , इस जगह में क्या खास है और यहां तक कैसे पहुंचा जा सकता है।
क्या है लक्षद्वीप बनाम मालदीव विवाद?
दरअसल पीएम मोदी के सोशल मीडिया में लक्षद्वीप की तस्वीरें शेयर करने के बाद, मालदीव की सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के उन तस्वीरों पर सोशल मीडिया पर गलत बायन दिया गया । जिसके बाद से देश भर को लोगों की ओर से बायकॉट मालदीव हेशटेग चलाया गया। इस विवाद के बाद कई भारतीयों ने मालदीव जाने का प्लान भी कैंसल कर दिया था। भारतीयों द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद मालदीव सरकार को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसे देखते हुए मालदीव सरकार ने उन तीनों मंत्रियों को बर्खास्त कर दिया था।
लक्षद्वीप जाने का क्या है सही समय ?
वैसे तो लक्षद्वीप बारहों महीने अपनी सुंदरता बिखेरता रहता है। लेकिन अगर आप यहां जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए अक्टूबर से मई के बीच के महीनें काफी अच्छे होते हैं। दरअसल तब यहां का तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। इसलिए गर्मी की जगह आप यहां सर्दियों में आएंगे तो आपको घूमने में ज्यादा मजा आएगा।
[caption id="attachment_137224" align="aligncenter" width="553"] Best time to visit in Lakshadweep[/caption]
लक्षद्वीप में है क्या खास ?Lakshadweep Vs. Maldives
लक्षद्वीप, 36 द्वीपों के समुद्र तटो और प्राकृतिक खूबसूरत नजारों के लिए फेमस है। मलयालम और संस्कृत में लक्षद्वीप का नाम ‘एक लाख द्वीप’ है। यह भारत दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में स्थित है।अपनी सुंदरता के चलते लक्षद्वीप किसी विदेशी पर्यटल स्थल से कम नहीं है। यह आपको शांति में प्राकृतिक के मनमोहक नजारे देखने को मिलेंगे। जिन लोगों को एडवेंचर से जुड़ी चीजों का शौक है उनके लिए यहां कई तरह की एक्टिविटी भी रखी गई है। इसके अलावा आपको यहा अगत्ती द्वीप देखने को मिलेगा जहां पर काफी साफ पानी, सफेद रेत, समुद्र तट और कई रोमांचक जगहें घूमने के लिए हैं। अगत्ती द्वीप पर आप स्नाॅर्कलिंग का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
[caption id="attachment_137225" align="aligncenter" width="565"] Famous Place in Lakshadweep[/caption]
कैसे पहुंचे लक्षद्वीप ?
लक्षद्वीप आने के लिए आप दो तरीकों को अपना सकते हैं। पहला है फ्लाइट और दूसरा है रेल। अगर आप हवाई मार्ग से लक्षद्वीप जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इसके लिए आपको सबसे करीबी एयरपोर्ट कोच्चि के अगत्ती एयरपोर्ट जाना पड़ेगा। लक्षद्वीप आने के लिए केवल यहीं एयरपोर्ट है। इसके बाद आप वहां से नाव या हेलीकॉप्टर की मदद से जा सकते हैं। इसके अलावा आप रेल की मदद से भी लक्षद्वीप जा सकते हैं। ट्रैन से जाने के लिए आपको सबसे पहले केरल के एर्नाकुलम साउथ रेलवे स्टेशन तक जाना होगा। यहां से आप समुद्री या हवाई मार्ग की मदद से लक्षद्वीप पहुंच सकते हैं।
लक्षद्वीप घूमने का क्या है खर्चा?
लक्षद्वीप जाने के लिए अगर आप एक महीने पहले ही टिकट बुक करवाते हैं, तो यह आपको सस्ती पड़ेगी। यहां घूमने के लिए प्रति व्यक्ति का कुल खर्चा लगभग 20 से 30 हजार तक हो सकता है। इसके अलावा आप टैवल एजेंट की मदद भी ले सकते हैं। जहां आपको 2 से 3 दिनों या 3 से 4 दिनों का पैकेज मिल जाएगा। जिसमें होटल, घूमना, लोकल ट्रांसपोर्ट और खाने का खर्च शामिल है। लेकिन इसमें आपको फ्लाइट का किराया नहीं मिलेगा, इसके लिए आपको खुद से टिकट करवानी पड़ेगी।