Bihar News: सुप्रीम कोर्ट ने समलैंगिक विवाह को भले ही मान्यता नहीं दी हो लेकिन देश के अलग-अलग हिस्सों से इससे जुड़ी खबरें सामने आती रहती हैं। ताजा मामला बिहार के सीवान से जुड़ा है जहां दो बहनों को एक-दूसरे से प्रेम हो गया। दोनों युवतियों ने पति-पत्नी के रूप में शादी भी रचा ली है। परिजनों को जब इसकी जानकारी हुई तो परिवार में भूचाल आ गया। परिजनों ने दोनों को काफी समझाया-बुझाया लेकिन दोनों अपने संबंधों पर अड़ी रहीं और परिजनों की दबाव को लेकर थाने पहुंच गई।
पुलिस से सुरक्षा की लगाई गुहार
दोनों मौसेरी बहनों ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई हैं। उन्होंने पटना के एसएसपी को लिखित आवेदन देकर खुद की सुरक्षा की मांग की हैं। आवेदन में बहनों ने कहा कि वे अहमद थाना क्षेत्र के एचएच नगर निवासी खुर्शीद अहमद की बेटी निवासी रोशनी खातून (21) और तरवार थाना क्षेत्र के मंजूर आलम की बेटी तराना खातून (18) है। वे तीन सालों से साथ रही हैं। और पिछले 31 अक्टूबर को शादी कर पति-पत्नी के रूप में संबंध कायम कर लिया है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया
युवतियों ने पुलिस शिकायत में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया और कहा कि समलैंगिक संबंधों के साथ रहना कोई अपराध नहीं है। ऐसे जोड़ों को समाज में रहने की व्यवस्था करने और सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की है। युवतियों ने कहा कि उन्हें उनके घरवालों से खतरा है।
परिवार समलैंगिक विरोधी है
उधर, परिजनों का कहना है दोनों घर से भागकर पटना आ गईं और साथ रहने लगीं। दोनों के संबंधों में पता लगने के बाद उन्होंने आपत्ति जाहिर की लेकिन दोनों पर समलैंगिक विवाह करने का जुनून सवार था। लेकिन युवतियों ने कहा कि दोनों एक धर्म की हैं, आपस में रिश्तेदार भी हैं फिर किसी को परेशानी क्या है? दोनों ने परिवार पर समलैंगिक विरोधी होने का आरोप लगाया है। युवतियों के आवेदन पर दोनों पक्षों को थाने में बुलाया गया लेकिन बवाल के अलावा कुछ नहीं हुआ। आखिरकार परिजन अपने घर लौट गए।
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