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CHANDRAYAAN-3 NEWS: चंदा मामा अब नहीं है दूर के, भारत का चंद्रयान-3 उड़ चला है अपने महत्वकांक्षी मिशन पर चूमने चाँद को

Chandrayaan-3

फिरसे उड़ चला, चूमने चाँद को

CHANDRAYAAN-3 NEWS: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का तीसरा मून एक्सप्लोरेशन मिशन चंद्रयान-3 अपनी महत्वकांक्षी उड़ान भर चुका है। चंद्रयान-3 को आज शुक्रवार को दोपहर 2.35 बजे लॉन्च व्हीकल मार्क-3 रॉकेट का उपयोग करके श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया। इसरो ने चंद्रयान-3 के लिए 24 घंटे तक चलने वाली लॉन्च रिहर्सल भी सफलतापूर्वक पूरी कर ली थी। लॉन्च के लिए आधिकारिक उलटी गिनती गुरुवार, 13 जुलाई 2023 को शुरू होगाई थी।

चंद्रयान-3

CHANDRAYAAN-3 NEWS अब तक का ये सफर

ISRO की ये दूसरी कोशिश होगी स्पेसक्राफ्ट को चाँद पे सफलतापूर्वक उतारने की। पिछली बार चंद्रयान–2 के आखिरी चरणो मे तकनीकी खराबी आने के बाद दोनों लेंडर और रोवर चाँद की सतह पे उतरते हुये क्रैश होगए थे। हांलांकी  वो मिशन पूरी तरहा फेल नहीं हुआ था। चंद्रयान-2 मिशन के दौरान भारत दुनिया का पहला देश बन गया था जिसने चाँद की सतह पर सबूत ढूंढ कर पानी होने की पुष्टि करी थी। अगर इस बार ये मिशन पूरी तरहा से कामयाब होता है ओर चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक चाँद की सतह पे उतर पता है और रोवर चाँद का निरक्षण कर पता है तो भारत, अमरीका, रूस और चीन के बाद दुनिया का चौथा देश बन जाएगा जो एसा करने मे कामयाब हुआ हो। हांलांकी इस्राइल ने भी एक बार चंद पर उतरने की कोशिश की थी लेकिन विफल रहा था।

 

 

 

 

CHANDRAYAAN-3 NEWS: चंद्रयान-3 की विशेषताए

चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान का कुल वजन 3,900 किलोग्राम है। जिसमे से प्रोपल्शन मॉड्यूल का वजन 2,148 किलोग्राम, लैंडर मॉड्यूल का 1,758 किलोग्राम और रोवर का वजन 26 किलोग्राम है। अंतरिक्ष यान में एक लैंडर, एक रोवर और एक प्रोपेलेंट मॉड्यूल शामिल है। रोवर को लैंडर के अंदर फिट किया गया है और इस कॉन्फ़िगरेशन को लैंडर मॉड्यूल कहा जाता है। प्रोपल्शन मॉड्यूल मे लैंडर मॉड्यूल को शामिल किया जाता है। चंद्रयान-3 मे कुल आठ पेलोड है, जिनमें से एक अमेरिकी स्पेस एजन्सि (NASA) का पेलोड है। नासा के अंतरिक्ष यान को लेजर रेट्रोरेफ्लेक्टर ऐरे (LRA) रोवर कहा जाता है। LRA पेलोड लेज़रों का उपयोग करके चंद्रमा की सतह पर अध्ययन करेगा।

चंद्रयान-3 लॉंच पैड

CHANDRAYAAN-3 NEWS: कौन है भारत के साथ इस मिशन मे सहयोगी?

NASA और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) दुनिया भर के विभिन्न ग्राउंड स्टेशनों से सूचना प्रदान करके चंद्रयान-3 मिशन में मदद कर रही है। ईएसए जर्मनी में ईएसओसी (ESOC) मिशन नियंत्रण केंद्र और फ्रेंच गुयाना में कौरौ ग्राउंड स्टेशन के माध्यम से मिशन का समर्थन कर रहा है, और नासा डीप स्पेस नेटवर्क के माध्यम से मिशन का समर्थन कर रहा है। इसरो का 32 मीटर गहरा अंतरिक्ष एंटीना और इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (ISTRAC) मिशन की निगरानी कर रहे है। यूनाइटेड किंगडम का गोनहिली अर्थ स्टेशन भी चंद्रयान-3 का समर्थन कर रहा है।

 

चंद्रयान-3 की होगी सॉफ्ट लैंडिंग

चंद्रयान-3 के लैंडर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि वह चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सके। प्रोपल्शन मॉड्यूल लैंडर मॉड्यूल को अंतिम 100 किलोमीटर की गोलाकार कक्षा में ले जाएगा। इसके बाद प्रोपल्शन मॉड्यूल और लैंडर मॉड्यूल अलग हो जाएंगे. लैंडर मॉड्यूल में थ्रस्टर्स हैं जो इसे चंद्रमा तक ले जाएंगे। प्रोपेलेंट मॉड्यूल संचार रिले के रूप में काम करेगा।

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग

CHANDRAYAAN-3 NEWS: चाँद से पहले सोशल मीडिया पर छाया हुआ था चंद्रयान-3

सोशल मीडिया पे चंद्रयान-3 मिशन बहुत ज़ोरों शोरों से ट्रेंड कर रहा है। देश विदेश से कई लोगों ने इसरो के साथ अपनी शुभकामनाएं भी साझा कीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ट्विटर पर कहा कि जहां तक ​​भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र का सवाल है, चंद्रयान-3 की लॉन्च तिथि 14 जुलाई, 2023 हमेशा सुनहरे अक्षरों में अंकित रहेगी। उन्होंने चंद्रयान-3 को एक उल्लेखनीय मिशन बताते हुए कहा कि यह हमारे देश की आशाओं और सपनों को आगे बढ़ाएगा। इससे पहले प्रधान मंत्री गुरुवार को फ़्रांस की यात्रा पे भारतिए समुदाए को संभोधित करते हुये भी चंद्रयान-3 का जिक्र करते हुये दिखाई दिये थे। उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी चंद्रयान-3 की सफलता के लिए एक बेहद सुन्दर सोशल मीडिया पोस्ट बना कर देश और ISRO को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने शुक्रवार को एक ट्वीट में कहा कि सटीक समय और सही ट्रेजेक्टरी दुर्घटनाओं के लिए कोई ‘स्थान’ नहीं छोड़ते हैं।

 

दिल्ली मेट्रो और यूपी पुलिस की शुभकामनए

सोशल मीडिया पोस्ट्स

आसमान अभी बाकी है!

हमे यकीन है हम इस बार चाँद को चूमके ही आएंगे और फिर उदय होगा एक नए सूरज का जो भारतीय स्पेस एजन्सि ISRO को प्रेरित करेगा के हम अब यही पे न रुके। अब हमारे लिए “स्काई इस नॉट द लिमिट”

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