उत्तर प्रदेश का बेटा बन गया दुनिया भर के युवा वर्ग का आइडियल

UP News :  उत्तर प्रदेश का एक बेटा दुनिया भर के युवा वर्ग का आइडियल बनकर उभरा है। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार में जन्म लेने के बावजूद उत्तर प्रदेश के इस बेटे ने जो कमाल किया है। वैसा कमाल बहुत कम लोग कर पाते हैं। उत्तर प्रदेश के इस बेटे की गिनती आज दुनिया के टॉप के कंपनी संचालकों के रूप में हो रही है। उत्तर प्रदेश के इस बेटे ने दुनिया के दिग्गज CEO मेटा के मार्क जुकरबर्ग तथा गूगल के CEO सुंदर पिचाई को भी पीछे छोड़ दिया है। उत्तर प्रदेश के इस बेटे से दुनिया का प्रत्येक युवा प्रेरणा ले रहा है।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले का रहने वाला है यह बेटा

हम बात कर रहे हैं उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के रहने वाले निकेश अरोड़ा की। निकेश अरोड़ा दुनिया की प्रसिद्ध कंपनी पालो ऑल्टो नेटवक्र्स के CEO हैं। उनकी कंपनी साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ी कंपनी है। उत्तर प्रदेश के इस बेटे का नाम दुनिया के प्रसिद्ध अखबार में एक सर्वे से चर्चा में आया। प्रसिद्ध अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 2023 में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले CEO की लिस्ट जारी की, तो निकेश अरोड़ा का नाम भी टॉप पर था। वह साइबर सुरक्षा कंपनी पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के CEO हैं। उन्होंने 151.43 मिलियन डॉलर कमाए और दूसरा स्थान हासिल किया। उनकी कमाई मेटा प्लेटफॉर्म के सीईओ मार्क जुकरबर्ग (24.40 मिलियन डॉलर) और गूगल के सुंदर पिचाई (8.8 मिलियन डॉलर) से कहीं ज्यादा थी।

उत्तर प्रदेश से इंजीनियर बनकर गाड़ दिए झंडे

आपको बता दें कि निकेश अरोड़ा का जन्म उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में हुआ था। उनके पिता भारतीय वायु सेना में थे। इसलिए उनका परिवार अनुशासित था। उनके पिता का तबादला होता रहता था। इसलिए उन्हें बचपन से ही अलग-अलग जगहों पर रहने की आदत हो गई। इससे उनमें बदलावों को अपनाने और ईमानदारी जैसे गुण आए। उन्होंने द एयर फोर्स स्कूल से पढ़ाई की। फिर IIT-BHU से इंजीनियरिंग की। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी। फिर भी, उन्होंने आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने का फैसला किया। उनके पास सिर्फ 100 डॉलर (1990 में लगभग 1700 रुपये) थे।

उन्होंने उन विश्वविद्यालयों में आवेदन किया, जिन्होंने आवेदन शुल्क माफ कर दिया था। बोस्टन के नॉर्थईस्टर्न विश्वविद्यालय ने उन्हें 1990 में छात्रवृत्ति दी। उन्हें कंप्यूटर साइंस पढ़ाने का मौका भी मिला। इसके लिए उन्हें जल्दी से कंप्यूटर साइंस सीखना पड़ा। ग्रेजुएशन के बाद निकेश अरोड़ा को बहुत मुश्किल दौर का सामना करना पड़ा। उन्हें 400 से ज्यादा कंपनियों ने नौकरी देने से इनकार कर दिया। उन्होंने हर अस्वीकृति पत्र को संभाल कर रखा। वह उन्हें प्रेरणा के रूप में इस्तेमाल करते थे। 1992 में उन्हें फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स में नौकरी मिली। उन्होंने एंट्री-लेवल पदों से शुरुआत की। फिर वह फिडेलिटी टेक्नोलॉजीज में वाइस प्रेसिडेंट बन गए। बाद में उन्होंने फाइनेंस में M.S. और CFA सर्टिफिकेशन भी हासिल किया। इससे उनके करियर के विकल्प बढ़ गए। CFA कोर्स पढ़ाने के दौरान उन्हें गूगल में नौकरी का मौका मिला।

गूगल की नौकरी से चमका उत्तर प्रदेश का बेटा

निकेश अरोड़ा 2004 में गूगल में शामिल हुए। यह गूगल के IPO के कुछ महीने बाद की बात है। अगले दस सालों में उन्होंने गूगल का रेवेन्यू 2 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 60 बिलियन डॉलर करने में मदद की। अरोड़ा ने इसे रॉकेट शिप में होने जैसा बताया। 2014 में उन्होंने एक नई चुनौती की तलाश में गूगल छोड़ दिया। उन्हें यह चुनौती सॉफ्टबैंक में मिली। वहां उन्होंने प्रेजिडेंट अध्यक्ष और COO के रूप में काम किया। उन्होंने वहां बहुत कुछ सीखा। उन्होंने सीखा कि कब किसी खराब निवेश से दूर रहना चाहिए। उन्होंने इस बात को ध्यान में रखते हुए WeWork में निवेश नहीं किया। 2016 में अरोड़ा ने सॉफ्टबैंक छोड़ दिया। क्योंकि CEO मासायोशी सोन ने अपनी रिटायरमेंट टाल दी थी।

2018 में अरोड़ा पालो ऑल्टो नेटवर्क्स के CEO बने। उस समय कंपनी की वैल्यू 18 बिलियन डॉलर थी। उनके नेतृत्व में कंपनी 100 बिलियन डॉलर से ज्यादा की हो गई है। उन्होंने क्लाउड सुरक्षा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर ध्यान दिया। अरोड़ा का कहना है कि उन्होंने नई तकनीकों को जल्दी अपना लिया। उन्होंने उन कंपनियों का अधिग्रहण किया या उनके साथ साझेदारी की, जो आंतरिक रूप से विकास नहीं कर पा रही थीं। उन्होंने इनोवेशन पर ध्यान दिया। इससे पालो ऑल्टो नेटवर्क्स साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में आगे रही। उत्तर प्रदेश का यह बेटा आज पूरी दुनिया में युवा वर्ग की प्रेरणा का बड़ा स्रोत बन रहा है।     UP News

 

ईरान पर इज़रायल का सर्जिकल प्रहार, मिसाइल ऑपरेटरों को बनाया निशाना

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।