UP News : भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट ने बहुत बड़ा काम किया है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले जाट बटालियन के सैनिक की जगह सेना के अफसर बेटी के पिता बन गए। जाट बटालियन के अफसरों ने उत्तर प्रदेश की इस बेटी की शादी में पिता बनकर कन्यादान किया तथा सैनिक की बेटी को पूरे सम्मान के साथ उसकी ससुराल के लिए विदा किया। उत्तर प्रदेश की यह शादी चर्चा का विषय बन गई है।
उत्तर प्रदेश के मथुरा में हुई अनोखी शादी
उत्तर प्रदेश की मथुरा नगरी भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के नाम से प्रसिद्ध है। उत्तर प्रदेश की इसी मथुरा नगरी में 7 दिसंबर को एक बेटी की अनोखी शादी हुई है। उत्तर प्रदेश के मथुरा की इस बेटी के पिता भारतीय सेना की जाट बटालियन में सैनिक थे। वें अपनी बेटी के विवाह के लिए छुटटी लेकर मथुरा आ रहे थे। रास्ते में एक सडक़ दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई। विवाह के लिए तैयार बैठी बेटी के पिता की मृत्यु के कारण मातम छा गया था। किसी को भी समझ में नहीं आ रहा था कि अब इस बेटी का विवाह कैसे होगा। उसके बाद जो हुआ वह तो वास्तव में अकल्पनीय घटना थी।
जब बेटी के पिता बने सेना के अफसर
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित बकला गांव के रहने वाले देवेंद्र सिंह (48) की बेटी की सात दिसंबर को शादी होनी थी, जिसकी तैयारियों में वह जोर-शोर से जुटे थे, लेकिन शादी से दो दिन पहले देवेंद्र की मांट-राया रोड पर हादसे में मौत हो गई। घर में शादी का जश्न मातम में बदल गया और पिता की मौत से दुखी बेटी ने शादी करने से इनकार कर दिया. इससे समारोह बीच में ही रुक गया और परिवार को कन्यादान समारोह की चिंता हो गई, जो आमतौर पर दुल्हन के पिता द्वारा किया जाता है। परिवार के सदस्य सोच-विचार कर रहे थे कि कन्यादान कौन करेगा? इसी बीच जब देवेंद्र की मृत्यु के बारे में उनकी जाट बटालियन के साथियों को पता चला तो उनके कमांडिग अधिकारी ने पांच जवानों को कन्यादान करने के लिए बकला गांव भेजा। परिवार के सदस्यों के अनुसार, पांच जवानों को गांव भेजकर शादी की रस्में पूरी कराईं। सूबेदार सोनवीर सिंह, सूबेदार मुकेश कुमार, हवलदार प्रेमवीर, विनोद और बेताल सिंह देवेंद्र के गांव पहुंचे और कन्यादान कर पिता का कर्तव्य निभाया और जोड़े को आशीर्वाद दिया। यही नहीं, जवानों ने विवाह की व्यवस्था में भी पूरी मदद की। UP News
बेहद गौरवशाली इतिहास है जाट रेजिमेंट का
भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट का इतिहास बहुत ही गौरवशाली इतिहास है। जाट रेजिमेंट को रॉयल जाट के नाम से भी जाना जाता है। जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी रेजिमेंट है। जाट रेजिमेंट को भारतीय सेना के सर्वाधिक वीरता पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। जाट रेजिमेंट को अब तक कुल 41 युद्ध सम्मान प्राप्त हो चुके हैं। जाट रेजिमेंट पहले और दूसरे विश्व युद्ध में भी भाग ले चुकी है। भारतीय सेना के अफसरों को जाट रेजिमेंट के ऊपर हमेशा से सर्वाधिक भरोसा रहा है। उसी जाट रेजिमेंट के अफसरों ने उत्तर प्रदेश की बेटी के विवाह में पिता बनकर मानवता की एक नई मिसाल पैदा की है। UP News