Astrology 2022 अपनी राशि से जानिए वर्ष 2022 में कैसे सफल होंगे आप

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Astrology 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:42 PM
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Astrology 2022 :  ज्‍योतिष में सभी राशियों की खासियतें बताते हुए उनके जातकों की अच्‍छाइयां और बुराइयां भी बताई हैं। नया साल 2022 शुरू होने से पहले ही लोग इन कमियों को दूर कर लें तो अगले साल में उन्‍हें सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।

मेष इस राशि के जातकों में अपने से आगे निकलने वालों के प्रति ईर्ष्‍या का भाव बहुत जल्‍दी आ जाता है। ऐसा स्‍वभाव उन्‍हें एक टीममेट के तौर पर असफल बनाता है। साल 2022 में अपनी इस आदत को बदल दें, आपकी लोकप्रियता भी बढ़ेगी और सफलता भी मिलेगी।

वृषभ इस राशि के जातक मनी माइंडेड होते हैं। वे हर चीज को पैसे से आंकते हैं। 2022 में उन्‍हें अपनी इस आदत से तौबा कर लेना चाहिए। बेहतर होगा कि वे दिखावे की बजाय बचत पर ध्‍यान दें।

मिथुन इस राशि के जातकों में लोगों को जज करने की आदत होती है। इसके अलावा वे हमेशा खुद को सुपीरियर समझने की गलती भी कर बैठते हैं। इसके लिए वे कई बार दूसरों को नीचा दिखाते हैं। यदि लोगों से दूर होने से बचना चाहते हैं तो नए साल में इस आदत से दूरी बना लें।

कर्क ये हद से ज्यादा भावुक होते हैं। इन्हें लगता कि वे बहुत अकेले हैं। इस वजह से हमेशा डरे सहमे रहते हैं। 2022 में अपने इस डर को दूर करें और बेझिझक आगे बढ़ें।

सिंह सिंह राशि के लोग में आत्‍ममुग्‍धता की भावना बहुत ज्‍यादा होती है। वे हमेशा खुद को सबसे ऊपर रखते हैं। इसके अलावा गुस्‍सा और ईगो इनकी सफलता की राह में रोडे अटकाता है। अपने गुस्से पर काबू रखें और आगे बढ़े।

कन्या कन्या राशि के लोग हमेशा मनमर्जी करते हैं। वे दूसरों की कीमती सलाह को भी हवा में उड़ा देते हैं और कई बार इसके कारण बड़ा नुकसान उठाते हैं। 2022 में अपनी इस आदत को छोड़ देना आपको कई नुकसान से बचाएगा।

तुला तुला राशि के जातकों में दिखावा करने की बुरी आदत होती है। इस कारण कई बार लोग इनसे चिढ़ जाते हैं। 2022 में फिजूलखर्ची की इस आदत पर काबू पाएं। आपको ही इसका फायदा होगा।

वृश्चिक वृश्चिक राशि के लोगों में दूसरों में कमियां निकालने की बुरी आदत होती है। इसके अलावा अपने मतलब के लिए लोगों का इस्‍तेमाल करना भी इनका शगल होता हैं। इसके कारण लोग इनसे दूरी बनाने लगते हैं। 2022 में ये दोनों बुरी आदतें छोड़ दें, लोग आप पर दिल हार बैठेंगे।

धनु बात-बात पर झूठ बोलना धनु राशि के लोगों के स्‍वभाव में होता है और कई बार तो वे अनजाने में ही झूठ बोलते रहते हैं। 2022 में इस आदत से दूरी बना लें आपकी इमेज बदलते देर नहीं लगेगी।

मकर मकर राशि के लोगों में भी दूसरों से जलने की आदत होती है। दूसरों की खुशी में खुश होना आपकी जिंदगी में भी ढेर सारी खु‍शियां लाएगा।

कुंभ अपने लक्ष्‍य पाने के लिए जी-जान से जुट जाना अच्‍छी बात है लेकिन दोस्‍तों से दूरी बनाना गलत है। कुंभ राशि के जातकों को दोस्‍तों की कद्र करना सीख लेना चाहिए। इससे बहुत फायदा होगा।

मीन सपने देखना अलग बात है और ख्‍यालों में डूबे रहना अलग बात है। मीन राशि के जातक जितनी जल्‍दी ये अंतर समझ लें, अच्‍छा होगा। साथ ही 2022 में ईगो का भी त्‍याग कर दें, ये आपको बड़ी सफलता दिलाएगा।

यशराज कनिया कुमार, वैदिक एवं अंक ज्योतिषी

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Astrology अशुभ मंगल कराता है जीवन में बुरी घटनाएं, इस तरह से जानिए

Mangal dev
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locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 12:50 AM
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Astrology :  ज्योतिष में बताए गए ग्रह-नक्षत्रों का सीधा असर हमारी जिंदगी पर होता है। यदि ये ग्रह अशुभ हों तो बुरा फल देते हैं और यदि शुभ हों तो अच्‍छा फल देते हैं। हर ग्रह जिंदगी के किसी न किसी पहलू से संबंधित होता है और उस पर अच्‍छा-बुरा असर डालता है। इन ग्रहों में मंगल ( Mangal) भी बहुत अहम है और यदि यह कुंडली (Kundli)) में गलत जगह पर बैठ जाए तो बहुत परेशानियां देता है। लाल किताब (Lal kitab) में अशुभ मंगल (Ashubh Mangal) की पहचान करने के कुछ तरीके बताए गए हैं।

मंगल (Mangal) ग्रह यदि अशुभ हो तो इसके संकेत जिंदगी में दिखने लगते हैं। साथ ही इसके अशुभ होने पर जल्‍द से जल्‍द बचाव के उपाय भी कर लेने चाहिए। वरना अशुभ मंगल जिंदगी में बड़े नुकसान करा सकता है। लाल किताब के अनुसार यदि मंगल अशुभ हो तो जातक को कई तरह की शारीरिक समस्‍याएं होने लगती हैं। इसके अलावा आर्थिक नुकसान भी होने लगते हैं। इन समस्‍याओं और नुकसानों की प्रवृति से ही मंगल के अशुभ होने का पता चलता है।

हाई ब्‍लड प्रेशर, वात रोग, आर्थराइटिस, बार-बार पिंपल्‍स होना या हमेशा पिंपल्‍स का रहना अशुभ मंगल की निशानियां हैं। इसके अलावा मंगल का नकारात्‍मक असर बढ़ने पर व्‍यक्ति की शारीरिक क्षमता भी कम होने लगती है। एक आंख की नजर कम होना, खून से जुड़ी बीमारियां या संतान प्राप्ति में समस्‍या भी मंगल के कमजोर होने की निशानी है। मंगल ग्रह की अशुभता जमीन-संपत्ति संबंधी नुकसान भी कराती है क्‍योंकि मंगल जमीन के कारक ग्रह हैं। इसमें घर का कोई हिस्‍सा अचानक टूट जाना, पूजा-पाठ के दौरान हवन की अग्नि न जलना या बार-बार बुझना, कीमती वस्‍तु का खो जाना शामिल है।

मंगल के नकारात्‍मक असर से बचने के लिए घर के पश्चिम कोण को साफ रखें। मांस-मदिरा के सेवन से बचें, हनुमान जी की भक्ति करें और उन्‍हें चोला चढ़ाएं, हनुमान चालीसा पढ़ें। बंदरों को गुड़-चना खिलाएं। लाल मसूर की दान दान करें. गुस्‍सा करने से बचें।

पंडित रामपाल भट्ट, ज्योतिर्विद

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Astrology अशुभ मंगल कराता है जीवन में बुरी घटनाएं, इस तरह से जानिए

Mangal dev
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calendar02 Dec 2025 12:50 AM
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Astrology :  ज्योतिष में बताए गए ग्रह-नक्षत्रों का सीधा असर हमारी जिंदगी पर होता है। यदि ये ग्रह अशुभ हों तो बुरा फल देते हैं और यदि शुभ हों तो अच्‍छा फल देते हैं। हर ग्रह जिंदगी के किसी न किसी पहलू से संबंधित होता है और उस पर अच्‍छा-बुरा असर डालता है। इन ग्रहों में मंगल ( Mangal) भी बहुत अहम है और यदि यह कुंडली (Kundli)) में गलत जगह पर बैठ जाए तो बहुत परेशानियां देता है। लाल किताब (Lal kitab) में अशुभ मंगल (Ashubh Mangal) की पहचान करने के कुछ तरीके बताए गए हैं।

मंगल (Mangal) ग्रह यदि अशुभ हो तो इसके संकेत जिंदगी में दिखने लगते हैं। साथ ही इसके अशुभ होने पर जल्‍द से जल्‍द बचाव के उपाय भी कर लेने चाहिए। वरना अशुभ मंगल जिंदगी में बड़े नुकसान करा सकता है। लाल किताब के अनुसार यदि मंगल अशुभ हो तो जातक को कई तरह की शारीरिक समस्‍याएं होने लगती हैं। इसके अलावा आर्थिक नुकसान भी होने लगते हैं। इन समस्‍याओं और नुकसानों की प्रवृति से ही मंगल के अशुभ होने का पता चलता है।

हाई ब्‍लड प्रेशर, वात रोग, आर्थराइटिस, बार-बार पिंपल्‍स होना या हमेशा पिंपल्‍स का रहना अशुभ मंगल की निशानियां हैं। इसके अलावा मंगल का नकारात्‍मक असर बढ़ने पर व्‍यक्ति की शारीरिक क्षमता भी कम होने लगती है। एक आंख की नजर कम होना, खून से जुड़ी बीमारियां या संतान प्राप्ति में समस्‍या भी मंगल के कमजोर होने की निशानी है। मंगल ग्रह की अशुभता जमीन-संपत्ति संबंधी नुकसान भी कराती है क्‍योंकि मंगल जमीन के कारक ग्रह हैं। इसमें घर का कोई हिस्‍सा अचानक टूट जाना, पूजा-पाठ के दौरान हवन की अग्नि न जलना या बार-बार बुझना, कीमती वस्‍तु का खो जाना शामिल है।

मंगल के नकारात्‍मक असर से बचने के लिए घर के पश्चिम कोण को साफ रखें। मांस-मदिरा के सेवन से बचें, हनुमान जी की भक्ति करें और उन्‍हें चोला चढ़ाएं, हनुमान चालीसा पढ़ें। बंदरों को गुड़-चना खिलाएं। लाल मसूर की दान दान करें. गुस्‍सा करने से बचें।

पंडित रामपाल भट्ट, ज्योतिर्विद