Chinese Manjha- दिल्ली में चाइनीज मांझे का इस्तेमाल वर्जित, एक लाख के जुर्माने के साथ हो सकती है 5 साल की जेल

Picsart 22 08 08 17 09 42 671
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Aug 2022 10:47 PM
bookmark
दिल्ली- पतंगबाजी किसे पसंद नहीं होती है आसमान में जब रंग-बिरंगी पतंगे उड़ती है, तो सबके दिल खिल जाते हैं। लेकिन यही पतंगे जब किसी के लिए खतरा बन जाए तो यह बहुत ही दुखद बात होती है। पतंग में इस्तेमाल होने वाले चाइनीज मांझे (Chinese Manjha) ने एक दो नहीं बल्कि कई लोगों की जान ले ली है। अभी जुलाई महीने में ही दिल्ली के सुमित नाम के एक शख्स की जान इस चाइनीस मांझे की वजह से चली गई। नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के रहने वाले सुमित 25 जुलाई को जब बुराड़ी में स्थित अपनी दुकान बंद करके घर की तरफ लौट रहे थे तो, हैदरपुर फ्लाईओवर पर पहुंचते ही वो चाइनीज मांझे (Chinese Manjha) की चपेट में आ गए। जिसकी वजह से उनकी मृत्यु हो गई। सुमित की मौत के बाद से दिल्ली प्रशासन चाइनीज मांझे को लेकर एक्शन मोड पर आ गई।

दिल्ली में बैन हुआ चाइनीज मांझा -

दिल्ली में पतंगबाजी के दौरान चाइनीज मांझे (Chinese Manjha) के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही इसका उल्लंघन करने वालों पर कड़ी सजा का प्रावधान भी रखा गया है। यहां यदि कोई भी व्यक्ति चाइनीज मांझे की बिक्री करता हुआ, निर्माण करता हुआ या इस्तेमाल करता हुआ पकड़ा गया तो, उसे एक लाख रुपए जुर्माने के साथ, 5 साल की जेल भी हो सकती है। चाइनीज मांझे को लेकर यह आदेश एनजीटी की तरफ से जारी किया गया है एनजीटी के अधिकारियों के अनुसार एनजीटी ने चाइनीस मांझा पर प्रतिबंध लगा दिया है।
Kite Festival: परिंदों के साथ परवाज भरेंगे पतंग
चाइनीस मांझे के लिए दिल्ली में एक स्पेशल ड्राइव भी चलाई गई है, जिसके तहत दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की जा रही है। इस्तेमाल करने वाले लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है और कई इलाकों से चाइनीज मांझा भी बरामद किए जा रहे हैं।
अगली खबर पढ़ें

PV Sindhu- कॉमनवेल्थ गेम में पहला गोल्ड मेडल जीतकर पीवी सिंधु ने रचा इतिहास

Picsart 22 08 08 16 31 11 051
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:34 AM
bookmark
PV Sindhu- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 मैं भारतीय प्लेयर्स ने शानदार प्रदर्शन किया। आज कॉमनवेल्थ गेम्स के आखिरी दिन बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु ने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा। इसके साथ ही कॉमनवेल्थ गेम में भारत ने 56 मेडल अपने नाम कर लिए। बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु पहले ही भारत के लिए ओलंपिक गेम्स में दो मेडल जीत चुकी हैं। परंतु कॉमनवेल्थ गेम में यह इनका पहला गोल्ड मेडल है।

कनाडा की मिशेल ली को हराकर जीता गोल्ड मेडल-

कॉमनवेल्थ गेम्स में वीमेंस सिंगल मुकाबले में पहला गोल्ड मेडल जीतकर पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने इतिहास रचा है। फाइनल में उनका मुकाबला कनाडा की मिशेल ली के साथ था। मिशेल को 21-15 व 21-13 से हराकर सिंधु ने गोल्ड मेडल जीता है। सिंधु से पहले साल 2018 में भारतीय खिलाड़ी साइना नेहवाल ने विमेंस सिंगल फाइनल में सिंधु को ही हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया था। पीवी सिंधु के गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही कॉमनवेल्थ गेम में भारत ने 56 मेडल अपने नाम कर लिए हैं जिनमें 19 गोल्ड, 15 सिल्वर व 22 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। इस श्रृंखला में पहला मैच भी सिंधु (PV Sindhu) ने मिशेल के साथ ही खेला था। जिसमें 21-15 से पहला गेम इन्होंने अपने नाम किया। इसके बाद सेमीफाइनल में उनका मुकाबला सिंगापुर की प्लेयर जिया मिन यो के साथ हुआ। सेमीफाइनल में इन्होंने जिया को 21-19 व 21-17 से हराया। इसके बाद फाइनल में मिशेल को 21-15 व 21-13 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
Commonwealth Games- एक दिन में भारत ने जीते सबसे ज्यादा मेडल
अगली खबर पढ़ें

Srikant Tyagi : भाजपा के कुछ नेताओं के पालित गुन्डे त्यागी का मामला ,अब हाई कमान के हाथ में

Presentation1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 09:11 PM
bookmark
Noida/ Lucknow : नोएडा/ लखनऊ :  भारतीय जनता पार्टी द्वारा पालित गुन्डे श्रीकांत शर्मा की गिरफ़्तारी का मामला अब नोएडा पुलिस के हाथ से निकल कर उत्तर प्रदेश पुलिस के मुख्यालय यानि सीधे ADG लॉ एंड ऑर्डर के हाथ में पहुँच गया है । पुलिस के अंतरंग सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ADG लॉ एंड ऑडर प्रशांत कुमार सिंह (ADG Law and Order Prashant Kumar Singh) ने इस पूरे प्रकरण को अब स्वयं देखने का फ़ैसला लिया है । प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के निर्देश पर यह बदलाव किया गया बताया जाता है । सूत्रों का दावा है कि नोएडा पुलिस में कई अधिकारी व कर्मचारी ऐसे हैं जो भगौड़े श्रीकांत त्यागी की मदद कर रहे हैं । इसी कारण इस मामले को सीधे हाई कमान ने अपने हाथों में ले लिया है । पाठकों को पता ही है कि भाजपा के कई नेताओं के संरक्षण में पल बढ़ कर बड़े हुए श्रीकांत त्यागी (Srikant Tyagi)की खोज में नोएडा की पुलिस विफल साबित हुई है । छोटे छोटे अपराधियों को माफ़िया बताकर रोज़ाना एनकाउंटर करने वाली नोएडा पुलिस उस अपराधी को नहीं खोज पा रही है जिसको अभी तक बड़ा नेता माना जा रहा था । यह भी पढ़ें :- Noida Exclusive News: भाजपा पालित ‘गुंडे’ के सामने फेल साबित हो रही है कमिश्नरी पुलिस आपको एक बार फिर पूरा प्रकरण विस्तार से समझा देते हैं । दरअसल ग़ाज़ियाबाद के सिहानी गाँव में रहने वाला एक त्यागी परिवार नोएडा के भंगेल में बस गया था । इसी परिवार का बेटा है श्रीकांत त्यागी । यह श्रीमान जी भारतीय जनता पार्टी के छोटे बड़े नेताओं के आगे पीछे घूम कर स्वयं भी नेता बन गया l नेतागीरी के साथ साथ लाइजनिग यानि दलाली भी उसका धंधा बन गया । यह महाशय नोएडा के सैक्टर 93 B में स्थित ओमेक्स ग्रैंड सोसाइटी में परिवार के साथ रह रहा था ,  इन्होंने अभी 3 दिन पहले अपने पड़ोस में रहने वाली महिला को ना केवल अश्लील टिप्पणी से नवाजा बल्कि उस पर हमला भी कियाl यह भी पढ़ें : Noida : महिला से अभद्रता करने वाले भाजपा नेता श्रीकांत त्यागी मामले में एसओ फेज टू सुजीत उपाध्याय सस्पेंड   कमिश्नर के हाथ से निकला मामला एडीजी ने संभाला मोर्चा श्रीकांत त्यागी (Srikant Tyagi )  मामले में गौतमबुधनगर पुलिस की भारी किरकिरी हुई है l अब इस मामले में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने खुद मोर्चा संभाल लिया है l लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा है इस तरीके के कृत्य कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगेl इस मामले में एक कोतवाल को पहले ही सस्पेंड किया जा चुका है l पांच पुलिसकर्मियों को और निलंबित कर दिया है l पीड़ित महिला को दो सुरक्षाकर्मी देने की बात भी प्रशांत कुमार ने की है lउधर श्रीकांत त्यागी के वकीलों ने जिला अदालत की कोर्ट नंबर 7 में सरेंडर के लिए आवेदन किया था जिस पर 10 तारीख लगाने की बात कही गई है पुलिस की एक दर्जन टीमें इस मामले में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के साथ ही उत्तराखंड और हरियाणा के इलाकों में लगातार दबिश दे रही हैं एडीजी लॉ इन ऑर्डर प्रशांत कुमार ने लखनऊ में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था को लेकर सरकार पूरी तरह से सजग है इस तरीके के मामलों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा कि शासन स्तर से इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग हो रही है ₹25000 का इनाम श्रीकांत त्यागी पर घोषित कर दिया गया है दो नंबर भी पुलिस ने जारी किए हैं जिन पर कोई भी व्यक्ति उसके बारे में सूचना दे सकता है एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार के मोर्चा संभालने के बाद एक बात स्पष्ट हो गई है कि अब यह मामला गौतम बुद्ध नगर के कमिश्नर आलोक सिंह के हाथों से निकल चुका है इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग अब शासन स्तर से हो रही है यदि पुलिस इस मामले में शुरुआती दौर में सही तरह से कार्रवाई करती तो हालत यह नहीं होतीl