सेफिना की शादी को 9 साल हुए पूरे

IMG 20211016 123534
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:27 AM
bookmark

बॉलीवुड मोस्ट रोमांटिक कपल सेफ अली खान और करीना कपूर खान आज अपनी शादी की 9 वीं सालगिरह मना रही हैं । इन दोनों की बाँडिंग मीडिया में काफी देखने को मिलती है । हाल ही में करीना ने एक बेबी बॉय को जन्म दिया है जिनका नाम जेह है । बताते चलें उनके छोटे बेटे के नाम को लेकर काफी विवाद भी हुआ था । सैफ और करीना ने 16 अक्तूबर 2012 को शादी की थी। करीना कपूर खान, सैफ से दस साल छोटी हैं। दोनों की शादी को लेकर काफी विवाद भी हुआ था।

हाल ही में करीना कपूर ने अपने इंस्टाग्राम पर सैफ संग प्यारी सी तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, एक बार ग्रीस में एक कटोरा था और हम.... और इसने मेरी जिंदिगी बदल दी हैप्पी एन्नीवर्सरी दुनिया के सुंदर लड़के.... (  Once upon a time in Greece... There was a bowl of soup and us.. and it changed my life... Happy anniversary to the most handsome man in the world ).  ऐसे में करीना कपूर खान ने सोशल मीडिया पर सैफ को विश करते एक खूबसूरत तस्वीर के साथ खास कैप्शन दिया जो कि काफी तेजी से वायरल हो रहा है। बताते चलें की उनकी पहली डेट की ये फोटो है ।

अगली खबर पढ़ें

Health : क्यों नहीं कर पातीं हैं महिलायें कंसीव

Pregnant lady e1706350160146
Uttar Pradesh News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:37 AM
bookmark

निकिता चौहान

मां बनने का सुख हर लड़की प्राप्त करना चाहती है। ये एक ऐसा अनुभव है जिसे हर लड़की महसूस करना चाहती है।

वह भी यही सोचती है कि वे अपने बच्चे को अच्छी परवरिश दे, पर हर लड़की का यह सपना पूरा नहीं हो पाता। क्योंकि कुछ शारीरिक और अन्‍य कारणों के कारण कई महिलाएं मातृत्‍व सुख का अहसास नहीं ले पाती। क्या आप भी इसी परिस्थिति से गुजर रहीं हैं? क्‍या आप भी कंसीव नहीं कर पा रहीं हैं ? तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। आईये जानते हैं डॉ. एकता बजाज गयनेकोलॉजिस्ट (उजाला सिग्नस हॉस्पिटल) से.....

कंसीव न कर पाने के कारण महिलायों के कारण पीरियड्स का रेगुलर न होना। PCOD (पीसीओडी में महिला को ओवेल्‍यूशन नहीं होता है)। महिला के सेक्‍स हॉर्मोन्‍स असंतुलन होना। थायराइड की समस्‍या। फैलोपियन ट्यूब का ब्‍लॉक होना। पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज (यह एक तरह का हार्मोनल डिसऑर्डर होता है जिसमें महिला के गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब व प्रजनन से जुड़े अंगों में सूजन आ जाती है)। यूट्रस की शेप में गड़बड़ी होना।

पुरुषों के कारण पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्‍या महिला के प्रेगनेंट न होने का कारण बन सकती है। मेल इनफर्टिलिटी जैसे कि स्‍पर्म काउंट का कम होना। स्‍पर्म क्‍वॉलिटी का सही न होना। स्‍पर्म मोटिलिटी का कम होना।

कंसीव करने के लिए क्या करें

सबसे पहले उन्‍हें डॉक्‍टर के पास जाना चाहिए। डॉक्‍टर महिला की कंडीशन को देखकर उसे प्री नेटल विटामिंस, बेसिक चेकअप, फोलिक एसिड और विटामिन सी लेने की सलाह लेते हैं। प्रेग्नेंट होने के लिए जरूरी है कि आप सेहतमंद आहार खाएं और खान पान पर पूरा ध्यान दें। आयरन और केल्शियन की कमी के चलते कंसीव होने के चांस खत्म होते हैं क्योंकि फर्टिलाइजेशन प्रॉपर डाइट से जुड़ा मामला है। महिला खुश रहे और अच्छा खाना खाए तो प्रेग्नेंसी के चांस 30 फीसदी बढ़ जाते हैं।

नियमित तौर पर व्यायाम करें।

बढ़े हुए वजन के दौरान कंसीव करने में काफी परेशानी आती है। इसलिए जल्दी कंसीव करने के लिए वजन पर कंट्रोल करें।

उपचार सबसे पहले पुरुष का स्‍पर्म एनालिसिस करते हैं यानि कि स्‍पर्म क्‍वॉलिटी चेक करते हैं। भारत में करीब 40% इनफर्टिलिटी का कारण पुरुष होते हैं। इसलिए डॉक्टर सबसे पहले स्‍पर्म क्‍वॉलिटी चेक करने की सलाह देते हैं। इसके बाद महिला के हॉर्मोनल टेस्‍ट होते है, जिसमें FSH (Follicle-Stimulating Hormone), LH, Prolactin Test, थायराइड टेस्‍ट, AMH (Anti-Mullerian Hormone Test) और अल्‍ट्रासाउंड शामिल हैं। अगर महिला की उम्र 35 साल से ज्‍यादा है तो उसे शादी के बाद 6 महीने तक नेचुरल तरह से प्रेगनेंट होने का ट्राई करना चाहिए। अगर न हो तो डॉक्‍टर से मिलना चाहिए।

अगली खबर पढ़ें

बढ़ गई घरेलू रसोई गैस की कीमत!

Cyinder price hikes
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:21 PM
bookmark

नईदिल्ली,राष्ट्रीय ब्यूरो।केंद्र की मोदी सरकार प्रधानमंत्री उज्ज्वला रसोई गैस योजना के तहत भले ही देश भर के गरीबों को मुफ्त गैस सिलेंडर बांटकर अपनी पीठ थपाथपा रही है। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि महज एक साल के भीतर घरेलू रसोई गैस की कीमतों में 300 रुपए से ज्यादा की वृद्धि हो गई। ऊपर से खतम की गई रसोई गैस सब्सिडी की मार अलग से पड़ी। जिससे न केवल उज्ज्वला योजना के लाभार्थी बल्कि आम आदमियों के लिए भी एलपीजी रसोई गैस  का इस्तेमाल करना मुश्किल हो गया है।

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड(आईओसीएल) की वेबसाइट पर दर्ज इंडेन की कीमतें बताती हैं कि पिछले एक साल में रसोई गैस(एलपीजी) के मानक 14.2 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत अक्टूबर 2020 से 604.63 रुपए(चार महानगरों के औसत) से बढ़कर अक्टूबर 2021 तक रिकार्ड 906.38 रुपए तक पहुंच गई। 301.75 रुपए की यह बेहद चौकाने वाली बढ़ोत्तरी है। जिसने आम आदमियों का बजट बिगाड़ दिया है। उज्ज्वला लाभार्थी तो गैस चूल्हा उपलब्ध होने के बावजूद लकड़ी पर खाना पकाने के लिए मजबूर हो गए हैं। यही हाल कमोवेश डीजल-पेट्रोल का भी रहा। यहां भी कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हुई। चार महानगरों के औसत आंकड़े बताते हैं कि पेट्रोल की कीमतों में साल भर में 26 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई तो डीजल की कीमतों में इससे भी ज्यादा 31 फीसदी का उछाल आया। इन दोनों उत्पादों की बढ़ी कीमतों ने उपभोक्ताओं के लिए सब्जी,तेल,खाद्य पदार्थ सहित परिवहन पर आधारित सभी जरूरत की चीजों के दाम बढ़ा दिए।