Aligarh Muslim University शनिवार सुबह जब हमास ने इजराइल पर हजारों राकेट दाग दिये तो पलटवार मे इजराइल ने भी जवाब दिया। जहां इजराईल पर हमास द्वारा हुए हमले की निंदा पूरा भारत कर रहा है वही दूसरी ओर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के सैकड़ों छात्र खुले आम सड़क पर उनके समर्थन मे उतर आए हैं। जिसका वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है ।
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी :#हमास आतंकियों के समर्थन में उतरे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र#HamasTerrorists #AligarhMuslimUniversity #Israel #Chetnamanch pic.twitter.com/IQZR7ePMR8
— Chetna Manch (@ManchChetna) October 9, 2023
रिपोर्ट के मुताबिक Aligarh Muslim University के छात्रों ने मजहबी नारेबाजी भी की। छात्रों ने कैम्पस मे पैदल मार्च निकाला और इसके साथ अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाएके छात्रों का कहना है कि फिलीस्तीनि मजलूम है । उन्होनें उनका समर्थन करते हुए मजहबी नारेबाजी भी की। छात्रों ने कैम्पस मे पैदल मार्च निकाला और इसके साथ अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाए। यह प्रोटेस्ट मार्च डाक पॉइंट से बाबे सैयद गेट तक निकाला गया । इस दौरान उन्होंने वी स्टैंड फिलिस्तीन के पोस्टर और बैनर के साथ धार्मिक नारेबाजी भी की।जहा एक ओर युद्ध के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इजराइल का समर्थन कर रहें वही अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र फिलीस्तीनियों के समर्थन मे है और उन्का कहना है कि उनके साथ जुल्म हो रहा है ।
छात्रों का कहना है कि फिलीस्तीनियों के साथ ज्यादती हो रही है । छात्रों का कहना है कि तमाम मुस्लिम लीडर से दरख्वास्त है कि वह फिलिस्तीन का समर्थन करें। उन्होंने कहा कि जब यूक्रेन पर हमला होता है तो देश और दुनिया यूक्रेन के समर्थन में आ जाती है, लेकिन अब फिलिस्तीन पर इस समय संकट है तो किसी भी राजनेता या अन्य समाज का ढिंढोरा पीटने वाले लोग चुप्पी साधे हुए बैठे हैं। छात्रों की मांग हैं कि जिस तरीके से फिलिस्तीन के ऊपर लगातार हमले किए जा रहे हैं वह हमले रुकने चाहिए और वहां के रहने वाले लोगों को साथ नरमी बरती जानी चाहिए।
छात्रों का कहना है कि पिछले 70 सालों से फिलिस्तीन के ऊपर जो हमले हो रहे हैं, उसमें वहां की बहन-बेटियों के साथ बहुत ही गलत व्यवहार किया जाता है। इतना ही नहीं वहां हमारे बुजुर्ग और भाइयों के साथ भी बड़ी बेरहमी से मारपीट की जाती है। इसलिये छात्रों की मांग हैं कि फिलिस्तीन के ऊपर होने वाले हमलों को रोका जाए।