UP Election 2022: कोरोना पहले जनता पर पड़ा भारी, अब नेताओं की बारी, पढ़ें किसका खेल बिगाड़ने वाली है महामारी

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 Jan 2022 08:46 PM
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नोएडा। कोरोना महामारी (Coronavirus) ने पूरी मानवता को त्रस्त कर रखा है। अब चुनावी मौसम में यह महामारी राजनेताओं को भी सता रही है। आशंका जताई जा रही है कि उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में कोरोना भाजपा का खेल बिगाड़ सकता है। खासतौर से शहरी क्षेत्रों में कोरोना वायरस से मतदाताओं के बूथ तक ना पहुंचने का बड़ा खतरा पैदा हो गया है। सब जानते हैं कि इस बार का चुनाव बेहद विकट परिस्थितियों में हो रहा है। फिजिकल चुनाव प्रचार पर पाबंदी है। मतदाताओं तक पहुंचने के लिए नेताओं के पास केवल वर्चुअल माध्यम बचा है। यहां तक तो फिर भी गनीमत थी सबसे बड़ा खतरा तो यह है कि क्या इस महामारी के बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर मतदाता बूथ (UP Election 2022) तक पहुंचेंगे। यह खतरा शहरी क्षेत्रों में सर्वाधिक है। UP Elections: सपा ने यूपी सरकार के 4 शीर्ष अफसरों को बताया भाजपा कार्यकर्ता, हटाने की मांग यह भी परम सत्य है कि शहरी मतदाता भाजपा का कोर वोटर है। भाजपा का हार जीत का सारा दारोमदार शहरी मतदाताओं के ऊपर है। ऐसे में यदि कोरोना के डर से मतदाता घरों से ही ना निकले तो भाजपा प्रत्याशियों का सारा खेल बिगड़ जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी आशंका कम है कि लोग बूथ तक ना जाए। ग्रामीण इलाकों व छोटी छोटी कॉलोनियों में मतदाता लोकतंत्र के पर्व को बड़ी गंभीरता से लेते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों ने दावा किया था कि फिजिकल प्रचार पर पाबंदी का सबसे बड़ा लाभ भाजपा को मिलेगा। कारण साफ है कि उसके पास बड़ा भारी वर्चुअल नेटवर्क है। अब विश्लेषक नए खतरे की ओर इंगित कर रहे हैं और वह खतरा यह है कि यदि शहरी मतदाता मतदान स्थलों तक नहीं जाएगा तो भाजपा का सारा खेल बिगड़ जाएगा।
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"दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी भी होंगे पुरानी पेंशन के हकदार" - Allahabad High Court

Big decision of Allahabad High Court Daily wage workers will also be entitled to old pension Thumbnail
Big decision of Allahabad High Court - Daily wage workers will also be entitled to old pension Thumbnail
locationभारत
userचेतना मंच
calendar10 Jan 2022 06:08 PM
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Allahabad High Court:  आज इलाहाबाद उच्च न्यायालय (Allahabad High Court Verdict) ने एक काफी अहम फैसला सुनाते हुए कहा है कि,  दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी (Daily Wagers Workers) की नियुक्ति अगर नई पेंशन योजना  लागू होने से पहले हुई है? तो वह पुरानी पेंशन (Old Pension) पाने का हकदार होगा। भले ही उसका नियमितीकरण (Regularization) नई पेंशन योजना (New Pension Policy) आने के बाद क्यों न हुआ हो ! इलाहाबाद हाईकोर्ट ने कहा कि पेंशन और रिटायरमेंट (Pension & retirement) जनित लाभ के लिए नियुक्ति की तारीख अहम है। कर्मचारी की नियुक्ति (Employee Recruitment) उसी तारीख से मानी जाएगी, जिस दिन से वह सेवा में आया (From the Day He/ She has Came into Service) है। इलाहाबाद उच्च न्यायालय में न्या. श्री. सरल श्रीवास्तव (Justice. Mr. Saral Srivastava) की एकल बेंच ने नगर निगम प्रयागराज (Municipal Corporation Prayagraj) के कर्मचारी कमालुद्दीन के काफी मशहूर मामले में आज यह फैसला दिया है, जो काफी अहम फैसला माना जा रहा है। >> यह जरूर पढ़े:- भारत के इन 13 शहरों को अगले साल मिल सकता है 5G नेटवर्क ? इलाहाबाद उच्च न्यायालय के समक्ष यह प्रश्न उठा था कि, 1 अप्रैल 2005 (1 April 2005) के बाद सेवा में नियमित हुए कर्मचारी (Regular Staff) को पुरानी पेंशन (Old Pension) के लिए ‌हकदार माना जाना चाहिए या नहीं ? दरअसल इस याचिकाकर्ता (Petitioner) की नियुक्ति दैनिक वेतनभोगी (Daily Wage) के तौर पर 1989 में ही हुई थी, पर उसका रेग्युलायजेशन 2008 में ‌हुआ था, जबकि अप्रैल 2005 से पुरानी पेंशन योजना समाप्त हो चुकी (Old Pension Scheme Expired) थी। ऐसे में संबंधित विभाग ने याचिकाकर्ता को पुरानी पेंशन (Pension) पाने का हकदार नहीं माना। उसके बाद याचिकाकर्ता ने अपने हक के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad HC) का दरवाजा खटखटाया था। >> यह जरूर पढ़े:- स्वामी विवेकानंद जयंती पर मनाया जाता है राष्ट्रीय युवा दिवस (National Youth Day) ऐसे पेचीदे मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायलय ने इस मामले की सुनवाई करते हुए, प्रेम‌ सिंह बनाम उत्तर प्रदेश राज्य (Prem Singh Vs State of Uttar Pradesh) और कौशल किशोर चौबे केस (Kaushal Kishore Chaubey Case) में पारित सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के फैसलों पर विचार किया। इनमें कहा गया कि, दैनिक वेतनभोगी (Daily Wage) के तौर पर दी गई सेवा पेंशन लाभ (Service Pension Benefit) में जोड़ी जानी चाहिए। इसी प्रकार इलाहाबाद उच्च न्यायलय ने एक अन्य अपील (Appeal) में कहा है कि, पुरानी पेंशन या नई पेंशन का निर्णय करने में कर्मचारी की नियुक्ति की तारीख अहम (The Date of Appointment of Employee is Crucial in Deciding Old pension or New pension ) है। >> यह जरूर पढ़े:- लंबी दूरी की ट्रेन का किराया बढ़ रहा है, जिससे जनता का बढ़ेगा बोझ!
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UP Elections 2022 Date: यूपी में 7 चरणों में होंगे विधानसभा चुनाव, यहां जानें सभी तारीखें

Chunav
UP elections 2022 Date
locationभारत
userचेतना मंच
calendar08 Jan 2022 09:57 PM
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UP Elections 2022 Date: नोएडा। चुनाव आयोग ने शनिवार को पांच राज्‍यों में चुनाव तारीखों (Election Dates) का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग के मुताबिक उत्‍तर प्रदेश में इस बार 7 चरणों में चुनाव होंगे. राज्‍य में पहले चरण का चुनाव (UP Election Dates) 10 फरवरी, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को, चौथे चरण का चुनाव 23 फरवरी को, पांचवें चरण का चुनाव 27 फरवरी, छठे चरण का मतदान 3 मार्च, आखिरी और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा. 10 मार्च को मतगणना होगी. उत्‍तर प्रदेश के इन चुनावों (UP Elections 2022 Date) को काफी महत्‍वपूर्ण माना जा रहा है. उत्‍तर प्रदेश में जहां भाजपा को समाजवादी पार्टी की ओर से चुनौती मिलने के आसार हैं. सपा और भाजपा राज्‍य में मतदाताओं को लुभाने के लिए कई अहम वादे कर रहे हैं. वहीं पंजाब, उत्‍तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को एक ही चरण में चुनाव होंगे. वहीं मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को दो चरणों में चुनाव होंगे.   इस साल उत्‍तर प्रदेश (UP Elections 2022), गोवा (Goa Elections 2022), मणिपुर (Manipur Elections 2022), पंजाब (Punjab Elections 2022) और उत्‍तराखंड (Uttarakhand Elections 2022) में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2022) होने हैं. Image पांचों राज्‍यों में 7 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. 15 जनवरी तक रैलियों, रोड शो, नुक्‍कड़ नाटकों, बाइक रैली पर रोक रहेगी. उसके बाद चुनाव आयोग फिर नई गाइडलाइंस जारी करेगा. मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने कहा है कि पांच राज्यों की 690 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग ने कहा कि कुल 18.35 वोटर हैं. कोरोना नियमों के साथ चुनाव कराना हमारी जिम्मेदारी है. सभी पोलिंग स्टेशन ग्राउंड फ्लोर पर होंगे. सभी चुनावकर्मी फ्रंटलाइन वर्कर्स होंगे. उन्‍हें टीके की दोनों डोज लगी होगी.