UP Chunav 2022: नई दिल्ली. 3 विवादित कृषि कानूनों की वापसी की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन (Farmers) करने वाले किसानों ने भले ही अपना आंदोलन वापस ले लिया हो, लेकिन अब भी भाजपा सरकार (BJP) के प्रति उनकी कई मुद्दों पर नाराजगी जारी है. पंजाब से लेकर उत्तर प्रदेश (UP Chunav) के किसान आगामी चुनावों में बीजेपी की खिलाफत की बात कर रहे हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने उत्तर प्रदेश के किसानों से अपील की है कि उनकी मांगों को पूरा नहीं कर उनको धोखा देने के लिए आगामी विधानसभा चुनावों (UP Chunav) में भाजपा को दंडित करें। एसकेएम ने किसानों से कहा है कि आगामी चुनाव में भाजपा को वोट ना दें। इस दौरान मोर्चा ने किसानों के नाम विस्तृत पत्र जारी किया है. पत्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार को धोखेबाज बताया गया है। एसकेएम ने मिशन उत्तर प्रदेश की शुरुआत की है.
योगेंद्र यादव ने जानकारी दी है कि एसकेएम (Kisan Morcha) की अपील का 55 किसान संगठनों ने समर्थन किया है। बहरहाल, उन्होंने स्पष्ट किया कि मोर्चा का चुनावों में किसी पार्टी के लिए वोट मांगने से कोई लेना-देना नहीं है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एसकेएम ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर समिति बनाने और किसानों के खिलाफ मामले वापस लेने सहित उनकी शेष मांगें अभी भी अधूरी हैं।
संवाददाता सम्मेलन में योगेंद्र यादव ने कहा है कि एसकेएम ने उत्तर प्रदेश के किसानों से अपील की है कि किसानों से छल करने के लिए आगामी चुनावों में भाजपा को दंडित करें। सरकार ने उनकी मांगें पूरी नहीं की हैं। एमएसपी के लिए अभी तक न तो समिति गठित की गई है और न ही किसानों के खिलाफ मामले वापस लिए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘हम मेरठ, कानपुर, सिद्धार्थनगर, गोरखपुर और लखनऊ सहित नौ स्थानों पर आगामी दिनों में संवाददाता सम्मेलन आयोजित करेंगे। पूरे उत्तर प्रदेश में हमारी अपील वाले पर्चे वितरित किए जाएंगे। एसकेएम का किसी पार्टी के लिए वोट मांगने से कोई लेना-देना नहीं है। मोर्चा गैर राजनीतिक था और रहेगा।’