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Atiq Murder : अब हटेगा रहस्य से पर्दा, मंजूरी हुई अतीक के हत्यारों की रिमांड

Atiq Murder

Now the mystery will be removed, remand of Atiq's killers approved

प्रयागराज। यूपी के सबसे बड़े माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की कैमरे पर लाइव मर्डर करने वाले तीनों आरोपियों की कोर्ट ने रिमांड मंजूर कर ली। आज सुबह ही धूमनगंज पुलिस तीनों को प्रतापगढ़ जेल से लेकर प्रयागराज पहुंची थी। प्रयागराज के नैनी जेल में आरोपियों की सुरक्षा के मद्देनजर प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट किया गया था।

Atiq Murder

मास्टर माइंट कौन

अतीक की हत्या करने वाले तीनों आरोपियों का अपना कोई गिरोह नहीं है। तीनों आपस में एक दूसरे से परिचित भी नहीं हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस हत्याकांड के पीछे कोई और है। पुलिस अब इस बात का पता लगाने का प्रयास करेगी कि इस घटना के पीछे का मास्टर माइंड कौन है।

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प्रतापगढ़ से सुबह 8 बजे रवाना हुई पुलिस

जानकारी के मुताबिक अतीक और अशरफ के तीनों हत्यारोपी लवलेश, सनी और अरुण को लेने के लिए प्रयागराज की धूमनगंज पुलिस आज सुबह लगभग 6.30 बजे ही प्रयागराज पुलिस प्रतापगढ़ जिला कारागार पहुंची, जहां 8 बजे तीनों को लेकर प्रयागराज रवाना हो गई है। पुलिस उन्हें सीजेएम कोर्ट में पेश कर रिमांड की मांग करेगी।

Atiq Murder

प्रतापगढ़ के डीएम और एसएसपी ने लिया था सुरक्षा का जायजा

गौरतलब है कि मंगलवार को डीएम-एसपी ने जिला जेल का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया था। इस दौरान अफसरों ने जेल प्रशासन को पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार से कयास लगाया जा रहा था कि कभी एसआईटी की टीम प्रतापगढ़ पहुंच सकती है।

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प्रतापगढ़ जेल के तन्हाई बैरक में बंद हैं अतीक के हत्यारे

अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपियों को प्रतापगढ़ जिला कारागार के तन्हाई बैरक में रखा गया था। सोमवार को तीनों को नैनी जेल से प्रतापगढ़ जेल शिफ्ट किया गया था। तन्हाई बैरक एक ऐसी बैरक होती है, जिसकी लंबाई-चौड़ाई बहुत ही कम होती है। इस बैरक में ऐसे कैदियों और अपराधियों को रखा जाता है, जो ज्यादा खूंखार और आपराधिक प्रवृति के होते हैं। यह किसी सामान्य कैदी की बैरक से अलग होती है। तन्हाई बैरक में रहने वाले कैदियों को बैरक में ही खाने-पीने की व्यवस्था मुहैया कराई जाती है। इसके अलावा इनमें रहने वाले आरोपियों का जेल में रहने वाले अन्य कैदियों से संपर्क नहीं होता है।

सुरक्षा के मद्देनजर प्रतापगढ़ जेल में किया था शिफ्ट

गौरतलब है कि प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल परिसर में 15 अप्रैल की रात लवलेश, सनी और अरुण ने पुलिस कस्टडी में माफिया अतीक अहमद और अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद तीनों हत्यारोपियों ने खुद सरेंडर कर दिया था। फिलहाल पहले तीनों को नैनी जेल में रखा गया था, लेकिन गैंगवार की आशंका के चलते तीनों हत्यारों को प्रतापगढ़ जिला कारागार शिफ्ट कर दिया गया है।

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