Thursday, 25 April 2024

Ayodhya राममंदिर में तेजी, लेकिन मस्जिद का निर्माण अटका, जानिए वजह

Ayodhya News : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मोदी-योगी की सरकार में जहां श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य तेज गति…

Ayodhya राममंदिर में तेजी, लेकिन मस्जिद का निर्माण अटका, जानिए वजह

Ayodhya News : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मोदी-योगी की सरकार में जहां श्रीराम मंदिर निर्माण का कार्य तेज गति से चल रहा है, वहीं दूसरी ओर मस्जिद निर्माण के कार्य ने जरा भी गति नहीं पकड़ी है। मस्जिद निर्माण के लिए शुरू होने वाले कार्य में सरकारी नियम और कानून बाधा बने हुए हैं। मस्जिद निर्माण के लिए अभी तक भी विकास प्राधिकरण और अग्निशमन विभाग समेत कई विभागों की ओर से एनओसी जारी नहीं की गई है। एनओसी न मिलने के कारण मस्जिद निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो सका है।

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आपको बता दें कि अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद दो साल के भीतर 40 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि श्रद्धालु दिसंबर 2023 से भगवान राम की पूजा कर सकते हैं। मंदिर ही नहीं, मंदिर क्षेत्र के आसपास भी सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए निर्माण और जीर्णाेद्धार की गतिविधि जोरों पर चल रही हैं। प्लिंथ का काम 80 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है और दिसंबर 2023 से यहां दर्शन शुरू होने की संभावना है। महान गायिका लता मंगेशकर के नाम पर नया घाट में एक सड़क निर्माण की भी योजना है और इसे मंजूरी भी मिल गई है। हालांकि, इसके लिए काम शुरू होना बाकी है। स्थानीय संतों ने बताया कि कुछ संत शुरू में लता मंगेशकर के नाम पर सड़क का नामकरण करने के खिलाफ थे, लेकिन अब आम सहमति बन गई है और जल्द ही काम शुरू किया जाएगा।

एक ओर जहां मंदिर निर्माण का कार्य तेजी से चल रहा है, वहीं दूसरी ओर मस्जिद बनाने का काम शुरू नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंडो इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन और अयोध्या मस्जिद ट्रस्ट के सचिव अतहर हुसैन ने बताया है कि अयोध्या विकास प्राधिकरण ने 15 जुलाई को अग्निशमन सेवा, नागरिक उड्डयन, अयोध्या नगर निगम, सिंचाई विभाग, पीडब्ल्यूडी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और जिला प्रशासन सहित संबंधित विभागों को पत्र जारी कर मस्जिद निर्माण का रास्ता साफ करने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने को कहा था।

अतहर हुसैन ने कहा कि अब तक न किसी विभाग द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया गया है और न ही विभागीय अधिकारियों द्वारा मौके पर निरीक्षण किया गया है। उन्होंने बताया कि सिर्फ अग्निशमन विभाग द्वारा निरीक्षण किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित मस्जिद और वहां बनने वाले अस्पताल की ऊंचाई के लिये यह आवश्यक है कि संपर्क मार्ग 12 मीटर चौड़ा हो, जबकि दोनों मौजूदा संपर्क सड़क की चौड़ाई छह मीटर से अधिक नहीं है। अतहर हुसैन ने बताया कि मुख्य पहुंच मार्ग की चौड़ाई केवल चार मीटर है और पहुंच मार्ग छोटा होने के कारण दमकल विभाग ने भी निर्माण पर अनापत्ति देने से इनकार कर दिया है।

अतहर हुसैन ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश सरकार और अयोध्या प्रशासन से अपील करते हैं कि वहां पर 12 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाए ताकि जल्द से जल्द मस्जिद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा सके। उन्होंने कहा कि यहां मस्जिद के अलावा अस्पताल, रसोई और अनुसंधान केंद्र बनाये जाने हैं। अतहर हुसैन ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद उप्र सरकार के निर्देश पर अयोध्या प्रशासन द्वारा यह जमीन दी गई है। लेकिन जिस तरह से किसी भी विभाग की अनापत्ति नहीं मिली है वह दर्शाता है कि निर्माण में विलंब किया जा रहा है।

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