Azam Khan रामपुरः यूपी के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। आयकर विभाग द्वारा जौहर विश्वविद्यालय से संबंधित मामले में छापेमारी में कई जानकारियां सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार मूल्यांकन करने रामपुर पहुंची आयकर और सीपीडब्ल्यूडी की टीमों ने विश्वविद्याल में हुए खर्च से ज्यादा का आकलन किया है। आयकर विभाग के मुताबिक, जौहर विश्वविद्यालय में 800 करोड़ से ज्यादा खर्च हुए हैं। जबकि दस्तावजों में जौहर विश्वविद्यालय में हुए खर्च की कुल रकम 60 करोड़ रुपए दिखाया गया है।
50 गाड़ियों में सवार होकर आयकर विभाग की टीम पहुंची रामपुर
आयकर की टीम शुक्रवार (27 अक्टूबर) को जौहर विश्वविद्यालय से जुड़े लोगों के घरों पर छापेमारी की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, लगभग 50 गाड़ियों में सवार होकर आयकर विभाग की टीम दिल्ली से रामपुर पहुंची और विश्वविद्याल से संबंधित लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की। इससे पहले आयकर विभाग की टीम ने सितंबर में छापेमारी की थी। तब एक प्राइवेट एजेंसी से संपत्तियों का मूल्यांकन कराया गया था।
आयकर सूत्रों के अनुसार, उस वक्त जौहर यूनिवर्सिटी के कुछ हिस्से छूट गए थे। इस बार छूट गए पांच ब्लॉक और बाउंड्री को भी शामिल किया गया है। जिसका पूरा आकलन 800 करोड़ रुपए से ज्यादा निकला है। जबकि दस्तावेजों में जौहर विश्वविद्यालय में खर्च कुल 60 करोड़ रुपए ही दिखाया गया है।
क्या है मामला?
आयकर की टीम द्वारा किए गए आकलन के मुताबिक, टैक्स में ज्यादा घालमेल किया गया है जो 740 करोड़ से अधिक का है। सितंबर में हुई छापेमारी में यह बात सामने आई थी कि कई विभागों का 106 करोड़ रुपये जौहर यूनिवर्सिटी में लगाया गया। आयकर सूत्रों अनुसार, आजम खान जब मंत्री थे तो अपने विभाग का पैसा जौहर यूनिवर्सिटी में लगाया था।
जेल में बंद हैं सपा नेता आजम खान
बता दें कि Azam Khan को उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में सात साल की सजा सुनाई गई थी। मामले में उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला को भी 7-7 साल की सजा मिली है। तीनों फिलहाल अलग-अलग जेलों में बंद हैं।