UP Election: BSP ने जारी की 53 प्रत्‍याशियों की पहली सूची, नोएडा से कृपाराम शर्मा को टिकट

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UP Election 2022 bsp candidate list: मायावती ने जारी की पहली सूची.
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userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:02 AM
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UP Elections 2022: नोएडा। उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election) को लेकर सभी दल अपने-अपने उम्‍मीदवारों के नाम घोषित करने में जुटे हुए हैं. इसी क्रम में शनिवार को बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने 53 उम्‍मीदवारों की पहली सूची (BSP Candidate List) जारी की है. इसमें नोएडा (Noida BSP Candidate), दादरी (Dadri BSP Candidate) और जेवर विधानसभा सीट (Jewar BSP Candidate) के भी प्रत्‍याशियों के नाम हैं. बसपा ने यूपी विधानसभ चुनाव (UP Election) के लिए नोएडा (Noida BSP Candidate) से कृपाराम शर्मा को मैदान में उतारा है. वहीं दादरी सीट पर मनवीर सिंह भाटी बसपा से चुनाव लड़ेंगे. जेवर विधानसभा सीट से बसपा ने नरेंद्र भाटी डाडा को टिकट दिया है. इसके अलावा हापुड़ के धौलाना से वासिद प्रधान, हापुड़ (एससी) से मनीष कुमार सिंह और गढ़मुक्‍तेश्‍वर से मोहम्‍मद आरिफ को चुनाव मैदान में उतारा है.   गाजियाबाद के लोनी से हाजी आकिल चौधरी, मुरादनगर से हाजी अय्यूब इदरीशी, गाजियाबाद से सुरेश बंसल और मोदीनगर से पूनम शर्मा को टिकट दिया गया है. UP Election 2022 : समाजवादी पार्टी ने राजकुमार भाटी को बनाया दादरी से प्रत्याशी, जमीनी स्‍तर के हैं नेता वहीं शामली के कैराना से राजेंद्र सिंह उपाध्‍याय, शामली से बृजेंद्र मलिक को चुनाव मैदान में उतारा है. इसके अलावा बागपत के छपरौली से मोहम्‍मद शाहिन चौधरी को टिकट दिया है. बड़ौत से अंकित शर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है. मेरठ के सिवालखास से मुकर्रम अली, सरधना से संजीव कुमार धामा, हस्तिनापुर (एससी) से संजीव कुमार जाटव, किठौर से कुशल पाल मावी, मेरठ कैंट से अमित शर्मा, मेरठ दक्षिण से कुंवर दिलशाद अली को टिकट दिया गया है.
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UP Election 2022: यूपी में 17 विधायकों के टिकट काटेगी भाजपा, 14 जनवरी को आएगी पहली सूची

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calendar11 Jan 2022 11:58 PM
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UP Election: नोएडा। उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव (UP Chunav) को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है। पता चला है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश (West Uttar Pradesh) की जिन 58 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान होना है, वहां के 17 विधायकों के टिकट भाजपा (BJP Candidate List) काटने वाली है। इन 58 विधानसभा क्षेत्रों में पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के 53 विधायक जीते थे। जिन विधायकों के खिलाफ जनता में आक्रोश है अथवा जिन पर विभिन्न प्रकार के आरोप लगे हैं, उनके नाम भाजपा नेतृत्व ने तय कर लिए हैं। ऐसे 17 विधायकों के नाम तय किए गए बताए जाते हैं, जिनको इस बार के चुनाव में टिकट नहीं दिया जाएगा। जिन विधायकों के टिकट (UP Election) काटे जाएंगे वे नाराज होकर पार्टी को हराने के काम में ना जुट जाए इसलिए एक-एक विधायक को बुलाकर समझाया जा रहा है। UP Election 2022: कोरोना पहले जनता पर पड़ा भारी, अब नेताओं की बारी, पढ़ें किसका खेल बिगाड़ने वाली है महामारी यह भी बताया जा रहा है कि उन्हें दूसरे महत्वपूर्ण पदों पर एडजस्ट किया जाएगा। भाजपा के अंतरण सूत्रों का दावा है कि 14 जनवरी को पार्टी के प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी। इस सूची में प्रथम चरण से लेकर दूसरे चरण तक के प्रत्याशियों के नाम शामिल रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि इस बार के चुनाव में खासतौर से पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। इस कारण से ऐसे कार्यकर्ताओं को टिकट देने की योजना है जिनकी जीत की संभावना सबसे अधिक रहे। पार्टी के पास अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट भी मौजूद है। इस सर्वे रिपोर्ट में 17 विधायकों के चुनाव हारने की पक्की गारंटी बताई गई है।
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UP Election 2022: कोरोना पहले जनता पर पड़ा भारी, अब नेताओं की बारी, पढ़ें किसका खेल बिगाड़ने वाली है महामारी

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calendar11 Jan 2022 08:46 PM
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नोएडा। कोरोना महामारी (Coronavirus) ने पूरी मानवता को त्रस्त कर रखा है। अब चुनावी मौसम में यह महामारी राजनेताओं को भी सता रही है। आशंका जताई जा रही है कि उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Election 2022) में कोरोना भाजपा का खेल बिगाड़ सकता है। खासतौर से शहरी क्षेत्रों में कोरोना वायरस से मतदाताओं के बूथ तक ना पहुंचने का बड़ा खतरा पैदा हो गया है। सब जानते हैं कि इस बार का चुनाव बेहद विकट परिस्थितियों में हो रहा है। फिजिकल चुनाव प्रचार पर पाबंदी है। मतदाताओं तक पहुंचने के लिए नेताओं के पास केवल वर्चुअल माध्यम बचा है। यहां तक तो फिर भी गनीमत थी सबसे बड़ा खतरा तो यह है कि क्या इस महामारी के बीच अपनी जान को जोखिम में डालकर मतदाता बूथ (UP Election 2022) तक पहुंचेंगे। यह खतरा शहरी क्षेत्रों में सर्वाधिक है। UP Elections: सपा ने यूपी सरकार के 4 शीर्ष अफसरों को बताया भाजपा कार्यकर्ता, हटाने की मांग यह भी परम सत्य है कि शहरी मतदाता भाजपा का कोर वोटर है। भाजपा का हार जीत का सारा दारोमदार शहरी मतदाताओं के ऊपर है। ऐसे में यदि कोरोना के डर से मतदाता घरों से ही ना निकले तो भाजपा प्रत्याशियों का सारा खेल बिगड़ जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसी आशंका कम है कि लोग बूथ तक ना जाए। ग्रामीण इलाकों व छोटी छोटी कॉलोनियों में मतदाता लोकतंत्र के पर्व को बड़ी गंभीरता से लेते हैं। राजनीतिक विश्लेषकों ने दावा किया था कि फिजिकल प्रचार पर पाबंदी का सबसे बड़ा लाभ भाजपा को मिलेगा। कारण साफ है कि उसके पास बड़ा भारी वर्चुअल नेटवर्क है। अब विश्लेषक नए खतरे की ओर इंगित कर रहे हैं और वह खतरा यह है कि यदि शहरी मतदाता मतदान स्थलों तक नहीं जाएगा तो भाजपा का सारा खेल बिगड़ जाएगा।