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बुलंदशहर में फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Bulandshahr

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Bulandshahr पुलिस ने फर्जी मार्कशीट बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह ने देश के विभिन्न राज्यों के विभिन्न प्रतिष्ठित कॉलेज और यूनिवर्सिटी के फर्जी मार्कशीट और सर्टिफिकेट बनाकर लोगों के साथ धोखाधड़ी की है। यह गिरोह ,प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थाओं के ओरिजिनल जैसे दिखने वाले फर्जी सर्टिफिकेट और मार्कशीट बनाया करता था।

देश के विभिन्न राज्यों में सक्रिय है गिरोह

Bulandshahr के थाना अनूपशहर में पुलिस को एक सूचना मिली थी। सूचना में शिकायतकर्ता ने कहा कि उनके पुत्र की फर्जी डिग्री बनाकर उनके साथ धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया गया है । सेना में भर्ती के दौरान उन्हें फर्जी डिग्री का पता चला जब सभी कागजात की जांच की जा रही थी। पुलिस ने सूचना के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी। जांच में पुलिस को पता चला कि इसके पीछे कोई एक व्यक्ति नहीं एक बड़ा रैकेट है। पुलिस ने इस गिरोह के तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। सामने आया है कि यह लोग एक फर्जी वेबसाइट चलाया करते थे जिस पर फर्जी मार्कशीट बनवाने की जानकारी होती थी, साथ-साथ यह आसपास के लोगों को कहा करते के उनके पास ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएट या अन्य किसी भी तरीके की डिग्रियां सर्टिफिकेट बनाने का साधन उपलब्ध है और यह डिग्रियां और सर्टिफिकेट कानूनी रूप से वैध है। इस तरीके के दावे कर ये लोगों को अपने झांसे में लिया करते थे। पुलिस ने इन लोगों से 167 फर्जी सर्टिफिकेट और मार्कशीट बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि यह लोग गहन अध्ययन कर देश के विभिन्न जनपदों में मौजूद प्रतिष्ठित कॉलेज और यूनिवर्सिटीज के सर्टिफिकेट मार्कशीट डिग्रियां अन्य चीज बनाया करते थे। यह सभी फर्जी होती थी पर हूबहू उनकी नकल करके असली जैसा बनाया जाता था।

फर्जी वेबसाइट के जरिए होता था काम

पुलिस ने आरोपियों के पास से दो लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन, 22 एटीएम कार्ड, दो पेन ड्राइव, स्टैंप, सीपीयू, प्रिंटर, 15 रजिस्टर, बरामद किए गए हैं। इन सभी चीजों का प्रयोग फर्जी मार्कशीट बनाने में किया करते थे। श्री बालाजी institute.org नाम की वेबसाइट चला कर यह लोगों को अपने झांसे में लिया करते थे। इस फर्जी वेबसाइट पर यदि कोई व्यक्ति चाहे तो अपना सर्टिफिकेट, मार्कशीट वेरीफाई कर सकता था लेकिन यह वेबसाइट ही फर्जी थी जिस पर चेक किया जाता था। यानी वेबसाइट भी फर्जी, मार्कशीट भी फर्जी, सर्टिफिकेट भी फर्जी। गिरफ्तार किए गए तीन लोगों में से दो बुलंदशहर के डिबाई थाना इलाके के रहने वाले हैं, तीसरा मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा का रहने वाला है जिसका नाम राहुल है। पूरे मामले की जांच पड़ताल के लिए पुलिस ने एक SIT का गठन किया है। Bulandshahr पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है।

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