यूपी में बदला जाएगा कांग्रेस अध्यक्ष,ब्राह्मण समुदाय के किसी नेता को मिल सकती है जिम्मेदारी
यूपी में अपना खोया हुआ जनाधार फिर से हासिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में…
चेतना मंच | September 14, 2021 11:12 AM
यूपी में अपना खोया हुआ जनाधार फिर से हासिल करने के लिए कांग्रेस पार्टी नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश में लग गई है। माना जा रहा है कि जातीय समीकरण में फिट न बैठने वाले मौजूदा अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पंसद करने के बावजूद शीर्ष नेतृत्व चुनाव से पहले सूबे की बागडोर किसी ब्राह्मण नेता को सौंपने पर विचार कर रही है।
बतादें कि लल्लू तेज-तर्रार नेता हैँ और योगी शासन में कई दफा जेल भी जा चुके हैँ। लेकिन बताया जाता है कि हाईकमान की नजर प्रदेश के ब्राह्मण मतदाताओं पर हैँ जो कि कांग्रेस का पुराना वोट बेंक रहा है। लेकिन 90 के दशक से उससे छिटककर गया और अब भाजपा के साथ है। योगी राज में ब्राह्मणों के कथित उत्पीड़न व नाराजगी के मद्देनजर कांग्रेस अब इस समुदाय को साधने के लिए प्रदेश का नेतृत्व किसी ब्राह्मण को सौंपने पर विचार कर रही है। फिलहाल इस पद के लिए जिन नेताओं के नाम की चर्चा है। उसमें प्रमुख रूप से आचार्य प्रमोद कृष्णन,प्रमोद तिवारी व वाराणसी के पूर्व सांसद राजेश मिश्र का नाम सबसे आगे है। प्रमोद कृष्णन संत होने के साथ ही मुखर वक्ता भी हैं।लेकिन आज तक वे कभी कोई चुनाव जीत नहीं सके हैं। वहीं प्रमोद तिवारी अपनी रामपुर विधानसभा सीट से अभी तक अजेय रहे हैँ। सात वे खुद इस से सीट विधायक हुए और जब राज्यसभा के लिए चुने गए तो पिछले दो बार से उनकी बेटी यहां का प्रतिनिधित्व कर रही हैं। लेकिन उनकी छवि कभी ब्राह्मण नेता की नहीं रही। वहीं राजेश मिश्र भी तीन बार के विधायक व एक बार के सांसद हैं और पूर्वांचल के ब्राह्मण समुदाय पर अच्छी पकड़ रखते हैं।