गोंडा। अपने स्वार्थ में लोग इतने अंधे हो जाते हैं कि उनको उसके बुरे परिणाम का आभास नहीं होता। इसी क्रम में मां बनने की अंधी चाहत ने एक महिला का अपराधी बना उसे जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। हालांकि, शर्मसार कर देने वाली घटना का खुलासा पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कर दिया। पुलिस अधीक्षक गोंडा के निर्देशन में कोतवाली नगर व स्वाट टीम ने 24 घंटे के अंदर अपहृता (03 वर्षीय) बालिका को सकुशल बरामद कर लिया।
अपहरण कर बालिका को बेचने का प्रयास करने वाले 03 अभियुक्त गिरफ्तार भी कर लिये गए हैं। पुलिस टीम को डीआईजी देवीपाटन व पुलिस अधीक्षक गोण्डा ने 25-25 हजार रुपये (कुल 50 हजार) का इनाम देकर प्रोत्साहित किया है।
गोंडा की बड़ी खबर:
बरियापुर ददुवा बाजार निवासी सपन कुमार राय उर्फ पिन्टू ने एक दिसंबर को बडगाँव थाना कोतवाली नगर गोण्डा को प्रार्थना पत्र दिया कि उसकी पुत्री जिसकी उम्र 03 वर्ष है अज्ञात व्यक्ति द्वारा जिला महिला अस्पताल से अपहरण कर लिया गया है। उक्त सूचना पर पुलिस अधीक्षक गोण्डा आकाश तोमर के निर्देशन में सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर अभियुक्तों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी करने व अपहृता की शीघ्र बरामदगी हेतु प्रभारी निरीक्षक कोतवाली व स्वाट/सर्विलांस/साइबर टीम को निर्देश दिये गए थे। उक्त निर्देश के अनुक्रम में थाना कोतवाली नगर व स्वाट/सर्विलांस/साइबर टीम को अपहृता की सकुशल बरामदगी करने में सफलता प्राप्त हुई है।
गोंडा की बड़ी खबर:
पुलिस की सक्रियता के चलते दो दिसंबर को ही पुलिस टीम ने अपहृता को 24 घंटे के अन्दर रोडवेज बस स्टाप अदम गोंडवी मैदान के पास से सकुशल बरामद कर लिया। अपहरण करने वाले तीनों आरोपियों के नाम सुषमा मिश्रा, शिवानी मजूमदार, प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू है। अभियुक्तों के विरूद्ध थाना कोतवाली नगर पुलिस द्वारा विधिक कार्यवाही की जा रही है। अभियुक्तों से पूछताछ में यह बात प्रकाश में आई कि अभियुक्ता-सुषमा मिश्रा अपने भाई अभियुक्त-प्रदीप पाण्डेय उर्फ भोलू के सहयोग से अपनी मुँह बोली मौसी शिवानी मजूमदार (जिसके कोई संन्तान नही है) को बच्ची बेचने की नीयत अपहरण किया गया था।