गोरखपुर। जिले में एक ऐसा प्राथमिक विद्यालय है, जहां आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई है। शहर के बीचोबीच स्थित इस विद्यालय में बच्चे तो रोज आते हैं, अध्यापक पढ़ाते भी रोज हैं। लेकिन, बच्चों के पढ़ने के लिए यहां बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। वहां पढ़ने वाले बच्चे रोशनी के लिए दरवाजे और खिड़कियों का सहारा लेते हैं। मौसम चाहे कोई भी हो, बिना खिड़की खोले यहां पढ़ाई हो ही नहीं सकती।
Gorakhpur News
Bulandshahr News : कहीं दूल्हा फर्जी तो कहीं दुल्हन : लाभार्थी बनने के लिए बनाए फर्जी प्रमाण पत्र
केंद्र सरकार की जमीन पर हैं ये स्कूल
गोरखपुर में सालों से चल रहे बौलिया रेलवे कॉलोनी के प्राथमिक विद्यालय में आज तक बिजली का कोई कनेक्शन ही नहीं पहुंचा। बेसिक शिक्षा अधिकारी रमेंद्र सिंह ने बताया शहर में इस तरह के उनके पास 3 विद्यालय हैं। ये सभी सेंट्रल गवर्नमेंट की जमीन पर स्थापित हैं। यह विद्यालय सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा दान में दिये गये थे। लेकिन, अब इस विद्यालय का किराया सेंट्रल गवर्नमेंट को दिया जाता है। शहर में अब ऐसे दो स्कूल रह गए हैं, जिनमें आज तक बिजली नहीं पहुंची, जबकि तीसरे स्कूल को शिफ्ट कर दिया गया है।
Gorakhpur News
Political News : जनता के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए केंद्र ने डाली है यूसीसी की गुगली : सचिन
अध्यापिका ने लगाई गुहार तब मिला पानी
गोरखपुर के रेलवे बौलिया कॉलोनी में मौजूद प्राथमिक विद्यालय की इंचार्ज रचना श्रीवास्तव बताती हैं कि सरकार द्वारा मिलने वाले लाभ हमें भी मिलते हैं। लेकिन, कई ऐसी योजनाएं हैं, जिसे चाह कर भी हम लोग नहीं ले सकते। इस स्कूल में जब से मैं आई हूं, तब से बिजली नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह स्कूल सेंट्रल गवर्नमेंट के जमीन पर बना है। इसीलिए यहां बिजली और पानी दोनों का बहुत बुरा हाल है। लेकिन, किसी तरह कह सुनकर रेलवे के अधिकारियों से पानी की सप्लाई ले पाई हैं। उनका कहना है कि बिजली के अभाव में लाइट और बिना पंखे के बच्चों का पढ़ना बेहद मुश्किल होता है।
देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।
#gorakhpurnews #primaryschool