Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट की जियोटेक ब्लेसिंग परियोजना के घर खरीदार नौ साल से आशियाना न मिलने से परेशान हैं। घर खरीदार आशुतोष और नरेंद्र पांडेय ने फ्लैट के करीब 90 फीसदी राशि जमा कर चुके हैं, इसके बाद भी बिल्डर सुध नहीं ले रहा है। इस मामले को लेकर घर खरीदार ने वर्ष 2017 में यूपी रेरा और सुप्रीम व हाईकोर्ट का भी दरवाजा खटका चुके है। इसके लिए रेरा और कोर्ट से रिफंड के आदेश आ चुके हैं, इसके बाद भी नियमों की अवहेलना हो रही है। इसको लेकर जिलाधिकारी, ग्रेनो प्राधिकरण और एसडीएम को भी कई बार पत्र लिख चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे हैं।
Greater Noida News :
घर खरीदार आशुतोष कुमार और नरेंद्र पांडेय ने बताया कि ग्रेटर नोएडा वेस्ट के सेक्टर एक में जियोटेक ब्लेसिंग के नाम से एक प्रोजेक्ट है। इसमें वर्ष 2014 में तीन बीएचके का घर बुक कराया था, जिसकी कीमत 64 लाख रुपये थी। उस समय बिल्डर ने वर्ष 2017 में पजेशन देने के लिए वादा किया था। आरोप है कि इस घर के लिए दोनों घर खरीदार बिल्डर प्रबंधन को 43 लाख रुपये दे चुके हैं। इसके बाद भी हाली साइट पर काम बंद पड़ा है। ऐसे में 90 फीसदी रकम देने के बाद भी घर के लिए भटक रहे हैं। उनका कहना है कि फ्लैट का पजेशन न मिलने और काम रुके होने पर यूपी रेरा का वर्ष 2017 में दरवाजा खटकाया था, जिसमें रिफंड के लिए मांग की थी। इसमें रेरा कोर्ट ने नियमों की अनदेखी को मानते हुए बिल्डर को रिफंड के आदेश दिए थे, जबकि बिल्डर ने आदेश को नकार दिया।
Greater Noida News :
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट और फिर हाईकोर्ट में रिफंड लेने और बिल्डर की मनमानी के मुद्दे को लेकर गए। कोर्ट ने भी रिफंड के लिए आर्डर दिए हैं, साथ ही जिला प्रशासन को आरसी जारी करने आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि पैसे के रिफंड और कारवाई करने के जिलाधिकारी सुहास एलवाई, एसडीएम दादरी, एसडीएम प्रशासन अन्य अधिकारियों से भी कई बार मुलाकत कर चुके हैं, लेकिन कोई कारवाई नहीं हो पा रही है। पिछले नौ साल से घर खरीदार सड़क और कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं, इसके बाद भी कोई हल नहीं निकल पा रहा है।