Kanpur Fire News : कानपुर। यूपी के कानपुर में बांस मंडी स्थित थोक कपड़ा बाजार में लगी भीषण आग पर अग्निशमन विभाग 36 घंटे बाद भी काबू पाने में नाकाम साबित हो रहा है। धधकती हुई आग की स्थिति देखते हुए अब एनडीआरएफ की मदद ली गई है। वहीं, एक काम्प्लेक्स में दोपहर को फिर से आग भड़क जाने से व्यापारियों में अफरा-तफरी मच गई। व्यापारियों को परिसर से बाहर करने के बाद आग बुझाने के प्रयास शुरू किए गए।
600 दुकानें जलकर राख हुईं
बात दें कि हमराज कॉम्प्लेक्स और आसपास की चार अन्य इमारतों में करीब 12 सौ दुकानों और गोदाम से रेडीमेड कपड़ों का थोक व्यापार किया जाता है। बीते गुरुवार की देर रात एआर कॉम्प्लेक्स में शार्ट सर्किट से आग भड़की थी, जिसके बाद 4 अन्य इमारतें भी आग की चपेट में आकर जलने लगीं थीं। 600 दुकानें जलकर राख हो गईं। आग बुझाने के प्रयास युद्ध स्तर पर शुरू किए गए थे। 36 घंटे बीत जाने के बाद भी आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका।
गायब दुकानदार का शव मिला
हमराज कॉम्प्लेक्स में शनिवार सुबह पांच बजे लापता दुकानदार ज्ञान चंद साहू का शव बरामद हुआ। दुकानदार की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
आंखों के सामने जली मेरी दुकान
गोविंदनगर निवासी भूपेंद्र सिंह राणा ने बताया कि मसूद टॉवर में आरएस ट्रेडर्स के नाम से उनकी दुकान है। उनका रेडीमेड का काम है। गार्ड की सूचना पर वह परिवार संग मौके पर पहुंचे थे। हम लोग चिल्लाते-चिल्लाते थक गए कि हम लोगों को माल निकालने दिया जाए लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया। देखते ही देखते पूरे टॉवर में आग लग गई। प्रशासन द्वारा आग बुझाने के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे।
अभी भी दहक रही है आग
अशोकनगर निवासी कमल कुमार की नफीस टॉवर में नेहा कलेक्शन के नाम से पांच दुकानें हैं। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि लोग कह रहे हैं कि आग कंट्रोल हो गई है, लेकिन आग अभी भी लगी है। दीवारें दहक रहीं हैं। बगल के हमराज कॉम्प्लेक्स, एआर टावर में अभी भी आग धधक रही है। कभी भी आग अन्य दुकानों तक पहुंच सकती है। ईद और सहालग की वजह से हर एक व्यापारी ने लाखों रुपये का माल कर्ज लेकर मंगाया था।
बेटों की चार दुकानें जल गईं
किदवई नगर निवासी सुमन पांडेय ने रोते हुए बताया कि उनके तीन बेटे कृष्णा, अरविंद और सुधीर की हमराज कॉम्प्लेक्स में चार दुकानें हैं। तीन दिन पहले ही उनके बेटों ने बैंक से कर्ज लेकर लाखों रुपये का माल मंगाया था। इस अग्निकांड में चारों दुकानें जलकर राख हो गईं। सदमे में उनके तीनों बेटे बेहोश हो गए। जिसके चलते वह अपने भतीजे दीपक के साथ वहां आईं थीं।
अग्निकांड से पूरा परिवार बर्बाद
कपड़ा व्यापारी खेमचंद्र दुसेजा ने बताया कि उनके परिवार की मार्केट में छह दुकानें हैं। सभी जल गईं हैं। पड़ोस की मार्केट से लगी आग से पूरा परिवार बर्बाद हो गया है। करीब 60 लाख रुपये का माल जलकर राख हो गया। माल मुंबई, सूरत, अहमदाबाद और दिल्ली से मंगाया था। यहां से वे माल पूरी यूपी और बिहार में सप्लाई करते थे।
ईश्वर की कृपा से दुकानें बच गईं
व्यापारी जतिन टेकवानी की दो दुकानें आग से बच गईं लेकिन साथी व्यापारियों को हुए नुकसान से वह भी बहुत आहत दिखे। उनकी मोहन ट्रेडर्स के नाम से एक दुकान एआर टॉवर और दूसरी मसूद कॉम्प्लेक्स में है। जतिन ने बताया कि उन्होंने हाल ही में 80 लाख रुपये का माल मंगाया था। ईश्वर की ही कृपा है कि मेरी दोनों दुकानें बच गईं। हालांकि अन्य व्यापारियों के साथ बहुत बुरा हुआ है।
इन कॉम्प्लेक्स में लगी आग
अरजन कॉम्प्लेक्स
एआर टॉवर
मसूद कॉम्प्लेक्स
हमराज कॉम्प्लेक्स
नफीस कॉम्प्लेक्स