UP Nikay Chunav : सपा, बसपा और कांग्रेस को दिया वोट तो ICU में डाल देंगे

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UP Nikay Chunav: Vote for SP, BSP and Congress will put you in ICU
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:18 AM
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  UP Nikay Chunav :  कानपुर देहात: उत्तर प्रदेश नगर निकाय के दूसरे चरण को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने पूरी तरह से तैयारी कर ली है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य शनिवार को कानपुर पहुँचे। जहाँ पर उन्होंने एक जनसभा को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों पर खूब हमला बोला। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सपा, बसपा व कांग्रेस आईसीयू में हैं। इन्हें अब आक्सीजन मत देना अगर इन्हें आक्सीजन दिया तो ये जनता को आईसीयू में डाल देंगे।

UP Nikay Chunav :

केशव प्रसाद ने कहा जनता से कहा कि आप लोगों ने डबल इंजन की सरकार तो दे दी है लेकिन आज मैं इसलिये आया हूँ कि अब नगर निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को जिताकर ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने में मदद करें। उन्होंने कहा कि अगर आप नगर निकाय चुनाव में कमल खिलाएंगे तो हम वादा करते है कि हम कमल की तरह पूरे निकायों को खिलाएंगे। केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की पूरे उत्तर प्रदेश में आंधी चल रही है। पहले चरण का चुनाव सम्पन्न हो गया है जिसमे आप लोगो पता चल गया होगा नाते रिश्तेदारों के माध्यम से की जनता ने कमल के फूल को खिला देने का काम कर दिया है,केवल वोटो की गिनती बाकी है। दूसरे चरण का चुनाव 11 मई को होना है ये याद रखिये सामने कोई सपा का होगा बसपा का होगा कांग्रेस का होगा, ये तीनो एक ही थैली के चट्टे बट्टे है। तीनो दलों में कोई एक जीत जाए तो उनका सिर्फ़ एक ही लक्ष्य होता है वह भ्रष्टाचार का अड्डा बन जाये। गरीब की भलाई इनकी सोच में नही है । जब ये लोग देश और प्रदेश में सरकार चलवाते थे। क्या इनको कभी गरीबो का ख्याल आया है क्या? ये गरीबो को दलितों को भूल जाते है इनको ये समझ में आता है सबका साथ सबका विकास करना होता है। 2023 का नगर निकाय चुनाव 2024 का चुनाव शखनाद करने वाला है।

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Special Story : मनरेगा में मनमानी, काम नहीं किया पर खाते में पहुंची मजदूरी

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Special Story: Arbitrary in MNREGA, did not work but wages reached in account
locationभारत
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calendar06 May 2023 07:59 PM
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Special Story : कानपुर। यूपी के कानपुर में मनरेगा स्कीम में अफसरों ने जमकर मनमानी करके सरकारी पैसे का चूना लगाया है। अफसरों ने अपने फायदे के लिए मजदूरों के खूब फर्जी जॉब कार्ड बनाए हैं और उन फर्जी कार्डों के दम पर सराकारी पैसों का जमकर दुरुपयोग किया है। विभाग ने जब जॉब कार्ड को आधार से लिंक करवाकर मजदूरों की फोटो अपलोड करानी शुरू की, तो 37 हजार फर्जी कार्ड का खेल सामने आया है। इन कार्ड को रद्द किया गया है।

Special story :

  चार साल से बिना काम खाते में पहुंच रही मजदूरी विभाग द्वारा रद्द किए गए कार्ड में कई ऐसे फर्जी कार्ड हैं, जो एक ही नाम से दो-दो बार बने हुए थे। कुछ ऐसे मजदूरों के भी कार्ड निरस्त किए गए हैं, जो लंबे समय से जिले से बाहर हैं। उन लोगों ने चार साल में एक दिन भी काम नहीं किया। इसके बाद भी इनके खातों में मजदूरी की रकम भेजी जा रही है। इनमें सबसे ज्यादा घाटमपुर ब्लॉक में छह हजार और बिल्हौर ब्लॉक के पांच हजार से ज्यादा कार्ड फर्जी निकले हैं। बताया जा रहा है कि अलग-अलग योजनाओं के नाम पर गड़बड़ियां सामने आई हैं। अब इनकी जांच कराई जाएगी। घोटाला करके भरी अपनी जेब इनमें समाजवादी पेंशन, लोहिया आवास योजना, शादी अनुदान योजना के साथ ही अब महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) जॉब कार्ड के नाम पर घोटाला सामने आ रहा है। ग्राम प्रधान, सचिव और मनरेगा कार्यालय में बैठे एपीओ की सांठगांठ से मनरेगा की मजदूरी से अपनी जेब भरी जा रही है। जिले में कुल एक लाख 22 हजार मनरेगा जॉब कार्ड बने हैं। इसमें से विभाग ने 84.88 हजार कार्ड का सत्यापन और इन्हें आधार से लिंक कराया। इनमें से 47743 कार्ड ही एक्टिव और सही मिले। शेष 37140 कार्ड फर्जी और डुब्लीकेट मिले। प्रधान, सचिव का भी होता हिस्सा मनरेगा उपायुक्त रमेश चंद्र ने बताया कि जिले में वर्ष 2008 में योजना शुरू की गई थी। सबसे ज्यादा 60 हजार से अधिक कार्ड वर्ष 2008-2009 में बने थे। सूत्रों के अनुसार प्रधानों ने गरीबों के साथ अपने खास लोगों के भी जॉब कार्ड बनवा दिए और उनको लाभ देने का काम किया। इसमें प्रधान, सचिव का भी हिस्सा होता था। जिनके नाम फर्जी जॉब कार्ड बनवाए जाते हैं, उनसे सांठगांठ कर किसी निर्माण कार्य में उनकी कागजों में ड्यूटी लगा दी जाती है। इसके बाद बगैर ड्यूटी के उनके खातों में पैसा डलवा दिया जाता है। फिर उनसे यह पैसा ले लिया जाता है। इसके बदले खाताधारक को भी कुछ पैसा दिया जाता है। कैसे बनता है जॉब कार्ड गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों को लिखित रूप से आवेदन करना होता है। इसमें परिवार के व्यस्क सदस्य का नामांकन किया जाता है। आवेदन ग्राम पंचायत के माध्यम से प्रस्तुत करना पड़ता है। एक व्यक्ति को एक वर्ष में सौ दिन का रोजगार देने की प्राथमिकता होती है। प्रतिदिन 213 रुपये का भुगतान होता है। आधार से लिंक कार्ड को ही होगा भुगतान शासन ने बड़े पैमाने पर फर्जी जॉब कार्ड मिलने के बाद नए आदेश जारी किए हैं। अब मजदूरों को अपने जॉब कार्ड को आधार से लिंक कराना होगा। साथ ही फोटो भी पोर्टल पर अपलोड करानी होगी। इसके बाद ही मनरेगा मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। जो कार्ड सक्रिय हैं, केवल उन्हें ही मजदूरी देने के निर्देश दिए गए हैं। मनरेगा उपायुक्त रमेश चंद्र ने बताया कि सत्यापन में ज्यादातर मृतक और डुप्लीकेट वाले कार्ड मिल हैं। ये निरस्त कर दिए गए हैं। अब जो मजदूर आधार लिंक और फोटो अपलोड कराएगा, उसे ही मनरेगा मजदूरी दी जाएगी।

Kanpur News : डोमेन विशेषज्ञता को मजबूत करेगा आईआईटी, शुरू किया नया पाठ्यक्रम

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Kanpur News : डोमेन विशेषज्ञता को मजबूत करेगा आईआईटी, शुरू किया नया पाठ्यक्रम

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Kanpur News: IIT will strengthen domain expertise, started new course
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calendar06 May 2023 05:31 PM
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Kanpur News :  सूचना की अधिकता के इस युग में, व्यवसायों के लिए यह आवश्यक है कि वे उपलब्ध डेटा की विशाल मात्रा का लाभ उठाकर प्रतिस्पर्धा में आगे रहें। एनालिटिक्स की शक्ति को उनके संचालन और अन्य वर्टिकल के साथ जोड़कर, कंपनियां निर्णय लेने और जटिल व्यावसायिक समस्याओं को हल करने में सक्षम हैं। इस विषय में डेटा-संचालित अंतर्दृष्टि और निर्णय लेने का महत्व काम आता है, क्योंकि आने वाले वर्षों में वैश्विक बिग डेटा बाजार एक घातीय वृद्धि के लिए तैयार है। इस बढ़ते क्षेत्र में पेशेवरों को अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए आईआईटी ने डेटा साइंस और बिजनेस एनालिटिक्स में एक अनूठी ई-मास्टर्स डिग्री शुरू की है, जिसमें 12 मई तक आवेदन कर सकते हैं।

Kanpur News :

  आईआईटी की एक अनूठी ई-मास्टर्स डिग्री व्यवसाय, आजकल सक्रिय रूप से डेटा वैज्ञानिकों और व्यापार विश्लेषकों को खासतौर पर काम पर रख रहे हैं ताकि उन्हें डेटा को क्यूरेट और विश्लेषण करने में मदद मिल सके। इस बढ़ते क्षेत्र में पेशेवरों को अपने करियर को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए आईआईटी कानपुर ने डेटा साइंस और बिजनेस एनालिटिक्स में एक अनूठी ई-मास्टर्स डिग्री शुरू की है। 2 साल या उससे अधिक के कार्य अनुभव वाले कामकाजी पेशेवरों या स्नातकों के लिए डिज़ाइन किया गया, यह कार्यक्रम उन्हें स्मार्ट व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए डेटा विज्ञान अनुप्रयोगों का लाभ उठाने में मदद करेगा। अपनी तरह का यह अनूठा कार्यक्रम डेटा विज्ञान में नवीनतम प्रगति को बिजनेस एनालिटिक्स के व्यावहारिक अनुप्रयोगों के साथ जोड़ता है, जो पेशेवरों को क्षेत्र की व्यापक समझ प्रदान करता है। कौशल और विशेषज्ञता का निर्माण अच्छी तरह से शोध करके प्रस्तुत किए गए वास्तविक दुनिया से जुड़े इस पाठ्यक्रम में डेटा माइनिंग, मशीन लर्निंग, सांख्यिकीय मॉडलिंग, बिग डेटा और बहुत कुछ सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। पाठ्यक्रम को आर्थिक विज्ञान, औद्योगिक और प्रबंधन इंजीनियरिंग, गणित और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे अत्याधुनिक डोमेन के विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा पढ़ाया जाता है। इस कार्यक्रम को चुनने वाले स्नातक या पेशेवर विभिन्न प्रकार के उद्योगों जैसे प्रौद्योगिकी, वित्त, स्वास्थ्य सेवा, विपणन और अन्य क्षेत्रों में लागू करने के लिए कौशल और विशेषज्ञता का निर्माण करेंगे। डेटा क्यूरेट और विश्लेषण करने में मदद मिलेगी डेटा साइंस और बिजनेस एनालिटिक्स में ई-मास्टर्स डिग्री को 2 साल या उससे अधिक के कार्य अनुभव वाले कामकाजी पेशेवरों या स्नातकों के लिए डिजाइन किया गया। यह कार्यक्रम उन्हें स्मार्ट व्यावसायिक निर्णय लेने के लिए डेटा विज्ञान अनुप्रयोगों का लाभ उठाने में मदद करेगा। अच्छी तरह से शोध करके प्रस्तुत किए गए वास्तविक दुनिया से जुड़े इस पाठ्यक्रम में डेटा माइनिंग, मशीन लर्निंग, सांख्यिकीय मॉडलिंग, बिग डेटा और बहुत कुछ सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला शामिल है। पाठ्यक्रम को आर्थिक विज्ञान, औद्योगिक और प्रबंधन इंजीनियरिंग, गणित और कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग जैसे अत्याधुनिक डोमेन के विशेषज्ञों के एक समूह द्वारा पढ़ाया जाता है। 12 मई तक कर सकते है आवेदन कार्यकारी-अनुकूल प्रारूप पेशेवरों के लिए 1-3 वर्षों के बीच कहीं भी डिग्री पूरी करने के लिए एक लचीला दृष्टिकोण प्रदान करता है। डिग्री में आईआईटी कानपुर कैंपस विजिट, मेंटरशिप और करियर सपोर्ट शामिल हैं। विषय वस्तु विशेषज्ञों द्वारा सीखने का अनुभव और होनहार स्टार्टअप पहल के लिए इन्क्यूबेशन सपोर्ट पेशेवरों को इस तेजी से बढ़ते क्षेत्र को नेविगेट करने में मदद करेगा। जुलाई 2023 के बैच में प्रवेश के लिए आवेदन 12 मई, 2023 तक खुले रहेंगे। डेटा साइंस और बिजनेस एनालिटिक्स के क्षेत्र के बारे में अधिक जानने और आवेदन करने के लिए, नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक कर सकते हैं। https://emasters.iitk.ac.in/course/masters-in-data-science-and-business-analytics