Thursday, 18 April 2024

Khatauli by-election : बाहुबली शब्द का प्रचार मुद्दे से भटकाने की साजिश : मदन भैया

Khatauli by-election : मुजफ्फरनगरl  मदन भैया ने कहा  है कि मुझे बाहुबली बताने के प्रयास  को मैं   उनकी हताशाके तौर…

Khatauli by-election : बाहुबली शब्द का प्रचार मुद्दे से भटकाने की साजिश : मदन भैया

Khatauli by-election : मुजफ्फरनगरl  मदन भैया ने कहा  है कि मुझे बाहुबली बताने के प्रयास  को मैं   उनकी हताशाके तौर पर देखता हूँ । सभी जानते हैं कि हमारे शुभचिंतक और समर्थक हमारे लिए कभी बाहुबली शब्द का इस्तेमाल नहीं करते। खतौली विधान सभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में रालोद सपा गठबंधन की राजनीति और आजाद समाज पार्टी के संयुक्त उमीदवार पूर्व  विधायक मदन भैया ने कहा कि रालोद और अन्य राजनैतिक दलों को छोड़कर भाजपा में भविष्य की तलाश करने वालों की बड़ी भूल है। 

Khatauli by-election :

मदन भैया ने कहा कि खतौली विधानसभा का चुनाव विधायक का चुनाव नहीं बल्कि  गरीब ,  मजलूमों, अल्पसंख्यकों, कामगारों, किसानों और अनुमानों के लिए हक हकुक की लड़ाई का चुनाव है। मदन भैया ने कहा कि सत्य पर चाबुक देने वालों को, आपसी भाईचारे को खत्म करने वालों को, किसानों के दमन करने वालों को, युवाओं को बेरोजगारी परोसने वालों को, लोक सत्य सपने देखने वालों को पहले ही दिन से सबक  सिखाने के लिए खतौली की जनता मन बना चुकी है। मदन भैया ने अपने बयान में कहा है कि जो अन्य दलों को परिवारवाद की राजनीति करने के मसले पर  कटघरे में खड़ा कर रहें हैं वे अपने गिरेबान मे झांक लें ।  वे खतौली से जिस उम्मीदवार को मैदान में उतारतें हैं। परिवारवाद का जीवंत उदाहरण है। विचारणीय प्रश्न यह है कि देश और प्रदेश में सत्तासीन पार्टी को खतौली से उप चुनाव लड़ने के लिए कानून की नजरों में सजा पाने वाले व्यक्ति की पत्नी के अलावा कोई उम्मीदवार ही नहीं मिला। इससे ज्यादा परिवारवाद की और कुछ इंतहा नहीं हो सकती ।

सत्तासीन पार्टी को याद रखना चाहिए कि युवा पीढ़ी अब अनपढ़ नहीं है । मुझ पर आरोप  लगाए जा रहे हैं । मुझे  ऊल जलूल ब्यान देकर बाहरी बताने का प्रयास किया जा रहा है ।  हर व्यक्ति के हाथ में मोबाइल है और सभी के डाटाबेस पर सच उपलब्ध है। मदन भैया ने कहा कि यह दुनिया उसके अंदर सब कुछ समेटे हुए है । मैं खतौली की सेवा करने के लिए यहाँ आया हूँ यहाँ की जनता को भरोसा देता हूँ की मैं हमेशा उनके हकों की लड़ाई लड़ता रहूँगा वे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुने और इस चुनाव में खुलकर मतदान करें। 

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