Site icon चेतना मंच

बड़ी ख़बर : अरुण राजभर बोले- अखिलेश के पास नहीं हैं पढ़े लिखे ढंग के नेता

Lucknow News

Lucknow News

Lucknow News : सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने स्वामी प्रसाद मौर्य के विवादित बयान को लेकर सवाल उठाए हैं। शुक्रवार को अरुण राजभर ने कहा कि विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी भी अब धर्म के रास्ते पर आ गई है। अखिलेश यादव द्वारा 2024 लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए पिछड़ों पर दांव चला जा रहा है। रामचरितमानस की जिन पंक्तियों को लेकर सपा विरोध दर्ज करा रही है, वही पंक्तियां सपा के पतन का कारण बनेगी।

Lucknow News :

अखिलेश क्यों नहीं नाम के आगे लिख रहें शूद्र?

अरूण राजभर ने कहा कि आने वाले दिनों में समाजवादी पार्टी की खटिया खड़ी और बिस्तरा गुल हो जाएगा। जिस रास्ते पर सपा चल रही है ऐसे में उनके ही नेताओं में बड़ा विद्रोह उत्पन्न हो जाएगा। अखिलेश यादव जिस तरह से खुद को शूद्र की संज्ञा दे रहे हैं और पिछड़ों के हितैषी बनने की कोशिश कर रहें हैं तो फिर वह अपने नाम के आगे शूद्र क्यों नहीं लिख रहे हैं? राजभर ने अखिलेश से सवाल पूछा कि क्या रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों के हटने से देश में बेरोजगारी, महंगाई कम हो जाएगी? अगर ये करने से ऐसा हो जाए तो हम भी इसका विरोध करें।

सपा के पास नहीं हैं पढ़े लिखे नेता – अरुण

अरुण राजभर ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि वह जनता में सिर्फ तुष्टीकरण और भेदभाव पैदा करने का काम कर रहे हैं। इसलिए सपा चुनाव दर चुनाव हार का सामना कर रही है। अखिलेश की पार्टी में बढ़े लिखे नेता नहीं हैं। इसके साथ ही अब कोई एजेंडा भी नहीं बचा है इसलिए इनके नेताओं के द्वारा इस तरह ही बयानबाजी की जा रही है। बता दें कि यूपी के साथ-साथ देश के कई राज्यों में रामचरित मानस पर दिए गए बयानों पर खूब चर्चा हो रही है कुछ राजनीतिक पार्टियां स्वामी प्रसाद मौर्य का विरोध कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग उनका समर्थन भी कर रहे हैं। हालांकि स्वामी की निंदा करने वाले लोगों की संख्या अधिक है। इससे पहले सपा भी उनके इस बयान से पल्ला झाड़ चुकी है लेकिन उसके बाद भी स्वामी प्रसाद अपने बयान पर अडिग हैं।

MP News : सर तन से जुदा का नारा लगवाने के आरोपी को जमानत देने से कोर्ट का इनकार

उत्तर प्रदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।

Exit mobile version