UP Budget Session: भाजपा पर हमलावर हुईं बसपा सुप्रीमो, कहा इस ओर ध्यान दे सरकार

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UP Budget Session
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 12:24 PM
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UP Budget Session:  लखनऊ: यूपी विधानसभा का बजट सत्र के आज हंगामे के साथ शुरू हुआ। बता दें कि यह वर्ष 2023 में विधानमंडल का पहला सत्र और 18वीं विधानसभा का चौथा सत्र है। सत्र में प्रदेश सरकार वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट पारित कराएगी। वहीं इस बजट सत्र पर बसपा सुप्रीमो मायावती का बयान भी सामने आया है।

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बसपा प्रमुख मायावती ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा दिए गए अभिभाषण को राज्य सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने वाला बताया है। उन्होंने बजट सत्र को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि राज्यपाल द्वारा दिए अभिभाषण से राज्य सरकार ने अपनी विफलताओं को छिपाने का प्रयास किया है। मायावती द्वारा किए गए ट्वीट में कहा गया कि यह अभिभाषण लोगों को त्रस्त करती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन व अशांत माहौल आदि के मामलों में पर्दा डालने का बेकार प्रयास है। उन्होंने कहा कि यूपी में सत्ता भोगी तत्वों को छोड़कर सभी सरकार के दावों से दुखी हैं। उन्होंने कहा कि हर वर्ग का व्यक्ति सरकार की बनाई नीतियों से परेशान है। लोगों को उनका हक और इंसाफ नहीं मिल पा रहा है। यह प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी विफलता है। इस पर यूपी सरकार को विशेष ध्यान देना चाहिए। बता दें कि विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन विपक्ष का जोरदार हंगामा देखने को मिला। इस दौरान सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की अगुवाई में सपा विधायकों ने सदन के अंदर से लेकर जमकर हंगामा किया। वहीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल हंगामे के बीच अभिभाषण देती रहीं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने जातीय जनगणना का मुद्दा उठाते हुए योगी सरकार को घेरा। इस दौरान अखिलेश यादव भी सदन में हाथ में तख्ती पकड़े नजर आए। अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि सभी पार्टी जातीय जनगणना के पक्ष में हैं। उन्होंने कहा कि यदि यूपी में सपा सरकार होती तो अब तक जातीय जनगणना हो चुकी होती।

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IAS officers Transfer : तीन आईएएस अधिकारियों के हुए तबादले

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IAS officers Transfer
locationभारत
userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 11:47 AM
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IAS officers Transfer : लखनऊ । उत्तर प्रदेश में अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला लगातार जारी है। अभी एक दिन पहले ही एक दर्जन से अधिक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे। आज 3 आईएएस अधिकारी बदले गए हैं।

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उत्तर प्रदेश शासन से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश के तीन आईएएस अधिकारियेां को इधर से उधर किया गया है। शासन में विशेष सचिव राज्य संपत्ति अधिकारी के पद पर तैनात सतीश पाल को अब नोएडा विकास प्राधिकरण का अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यानि ACO बनाया गया है। इसी के साथ प्रतिक्षारत चल रहे आईएएस अधिकारी अनुज मलिक को गोरखपुर मंडल में अपर कमिश्नर के साथ साथ RSP यानि संभागीय खाद्य नियंत्रक बनाया गया है। एक और प्रतिक्षारत अधिकारी गौरव कुमार को लखनऊ विकास प्राधिकरण में OSD ( विशेष कार्य अधिकारी) के रुप तैनात किया गया है। जानकार सूत्रों का दावा है कि जल्द ही प्रदेश के कुछ और अधिकारी इधर से उधर किए जाएंगे।

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VIDHANSABHA HANGAMA: विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास:मायावती

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VIDHANSABHA HANGAMA
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Feb 2023 11:35 PM
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VIDHANSABHA HANGAMA: लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास करार दिया।

VIDHANSABHA HANGAMA

बसपा प्रमुख ने सोमवार को राज्यपाल के अभिभाषण के करीब तीन घंटे बाद ट्वीट कर कहा, उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन आज राज्यपाल का अभिभाषण लोगों को त्रस्‍त करती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन एवं अशान्त माहौल आदि के खास मामलों में सरकार द्वारा अपनी विफलताओं पर पर्दा डालने का निरर्थक प्रयास। कुल मिलाकर जनता को काफी मायूस करने वाला। मायावती ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा, उप्र में सत्ता भोगी तत्वों को छोड़कर, सरकारी दावों के विपरीत, आज हर वर्ग, समाज एवं समुदाय सरकार की संकीर्ण तथा द्वेषपूर्ण नीतियों एवं कार्यकलापों का भुक्तभोगी है तथा उससे पीड़ित एवं दुःखी है। लोगों को उनका हक एवं इंसाफ नहीं मिल पाना सरकार की सबसे बड़ी विफलता। सरकार इस ओर जरूर ध्यान दे। उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश विधानमंडल के बजट सत्र की सोमवार को हंगामेदार शुरुआत हुई और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विपक्ष की नारेबाजी और शोरगुल के बीच अभिभाषण पढ़ा। पटेल ने सरकार की सराहना करते हुए कहा कि सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए अपराध एवं भ्रष्टाचार के प्रति कत्तई बर्दाश्त नहीं की नीति के साथ शांति एवं सद्भाव का वातावरण सुनिश्चित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश की 403 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुजन समाज पार्टी का सिर्फ एक विधायक है।

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