‘भाजपा को हटाइए, आप सुविधा पाइये’ सपा का नया नारा Nagar Nikay Chunav 2023

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Nagar Nikay Chunav 2023
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 02:48 AM
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Nagar Nikay Chunav 2023 / लखनऊ। समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को नगर निकाय चुनाव के लिए उनकी पार्टी को वोट देने की लोगों से अपील की और शहरों की समस्याओं के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) को जिम्मेदार ठहराया।

Nagar Nikay Chunav 2023

सपा मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नगर निकाय चुनाव के लिए मतदाताओं को सजग करते हुए कहा कि यह चुनाव स्‍मार्ट सिटी का है और इसलिए महत्वपूर्ण है कि आज हमारे शहरों में आबादी बढ़ती जा रही है।

उन्होंने कहा कि शहरों में जितनी भी समस्याएं हैं, सब भारतीय जनता पार्टी की देन है। उन्‍होंने कहा कि सबसे लंबे समय तक इन शहरों में भाजपा के महापौर रहे हैं। उदाहरण के लिए सबसे ज्‍यादा लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा में उन्हीं के महापौर रहे।

यादव ने कहा कि सरकार कह रही है कि ट्रिपल इंजन चाहिए, ट्रिपल इंजन तो बहुत दिनों से चल रहा है लेकिन भाजपा स्‍मार्ट सिटी तो नहीं बना सकी, नालियां खुली पड़ी है, गंदगी है, सड़कों पर गड्ढे हैं, गलियों में दुर्दशा है और इन सबके लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार है।

कूड़े से बनाई बिजली नहीं मिल रही

उन्‍होंने सपा की सरकार में विकास कार्य होने का दावा करते हुए कहा कि आखिरकार स्मार्ट सिटी में क्‍या कर रहे हैं आप, आपका रिवर फ्रंट वैसे का वैसा है। जितनी भी इमारतें बनी थी, जो अहम इमारतें थी, वैसी की वैसी है। शहर के हजारों पार्क सरकार ने बर्बाद कर दिए। बड़े पार्क को जो सुविधा मिलनी चाहिए थी, वह नहीं दे पा रहे हैं।

उन्‍होंने कहा कि इसी शहर में प्रधानमंत्री ने कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र लगाया लेकिन कभी बिजली नहीं बनी। कूड़े के निस्तारण की क्या व्यवस्था है। मेडिकल कचरा कहां जा रहा है, सफाई नहीं हो पा रही है। जो पेड़ लगे थे काट डाले। जो नकली पेड़ लगाये थे वह भी सब सूख गये।

यादव ने कहा कि समाजवादियों ने जो काम किया था, उससे आगे इस सरकार ने कुछ नहीं किया और स्‍मार्ट सिटी के नाम पर इतना भ्रष्टाचार हुआ कि आप कल्पना नहीं कर सकते।

योगी के बयान पर किया पलटवार

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा सोमवार को सहारनपुर में निकाय चुनाव प्रचार की शुरुआत करते हुए ‘यूपी में नो दंगा, यूपी में सब ओर चंगा’ और ‘माफिया हो गये अतीत’ जैसे नारे दिये जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि वह एक अलग सोच वाली पार्टी है, कुछ जगह तो वह दूरी बनाने वाली पार्टी दिखी -जहां लोगों ने खुद उससे किनारा कर लिया।

सपा प्रमुख ने कहा कि फिर इसके साथ उन्हें (योगी आदित्‍यनाथ) यह भी बताना चाहिए था कि कितने मुकदमे उन पर थे जो वापस लिए। कहीं ऐसे मुकदमे तो नहीं थे जो दंगे के मुकदमे थे।

उन्होंने गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या की ओर इशारा करते हुए सवाल उठाया कि गवाह के पास सरकार की सुरक्षा थी और जिन पर आरोप था वह भी सरकार की सुरक्षा में थे, फिर भी हत्‍या हो गयी तो जिम्मेदार कौन। उन्‍होंने आरोप लगाया कि जनता इन मुद्दों पर चर्चा न करे इसलिए उनके (मुख्‍यमंत्री) भाषण दूसरी दिशा में हो रहे हैं।

निकाय चुनाव के लिए दिया नारा

सपा प्रमुख ने नारा दिया ‘भाजपा को हटाइए, आप सुविधा पाइये।’ सपा प्रमुख ने कहा कि मूल मुद्दों से ध्‍यान भटकाने के लिए सरकार न जाने किन मुद्दों को छेड़ रही है। समाजवादियों का मानना है कि शहर साफ सुथरे बने और शहर अच्छे हो इसीलिए लोग निकाय चुनाव में जिन मुद्दों पर बहस करना चाहते हैं, हमने वह मुद्दे रखे हैं।

यादव ने भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि भ्रष्टाचार के लिए महापौरों का टिकट भाजपा ने काटा। अयोध्या में रजिस्ट्री घोटाले के लिए महापौर का टिकट काटा। उन्‍होंने कहा कि शाहजहांपुर में भाजपा को उम्मीदवार ही नहीं मिला।

गौरतलब है कि भाजपा ने अपने 14 निवर्तमान महापौर में सिर्फ तीन को दोबारा मौका दिया है और अयोध्या की अनारक्षित सीट होने के बावजूद निवर्तमान महापौर की जगह भाजपा ने दूसरा उम्मीदवार उतारा है।

हाल में भाजपा द्वारा सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ एक गाना प्रस्तुत किए जाने के मामले पर अखिलेश यादव ने कहा कि यह मुद्दों से ध्‍यान भटकाने के लिए किया गया है। Nagar Nikay Chunav 2023

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UP Board Result 2023: यूपी बोर्ड परीक्षा में टॉप 10 में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित करेगी सरकार

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UP Board Result 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 07:08 AM
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UP Board Result 2023 : लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट परीक्षाओं में सफल रहे सभी विद्यार्थियों, उनके अभिभावकों तथा शिक्षकों को मंगलवार को बधाई दी और कहा कि राज्य तथा जिल स्तर पर टॉप 10 में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।

UP Board Result 2023

मुख्‍यमंत्री योगी ने एक बयान में सभी छात्र-छात्राओं को बधाई देने के साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में राज्य स्तर और जनपद स्तर पर शीर्ष 10 में जगह बनाने वाले विद्यार्थियों को प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश बोर्ड के सभागार में वर्ष 2023 की हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की परीक्षाओं के परिणामों की घोषणा करते हुए शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) डॉ. महेंद्र देव ने बताया कि पिछले 100 वर्षों के इतिहास में सबसे पहले 25 अप्रैल 2023 को परीक्षाओं के परिणाम घोषित किए गए।

उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की परीक्षा में कुल 28,63,621 परीक्षार्थी शामिल हुए जिनमें से 25,70,987 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। हाईस्कूल के परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 89.78 रहा।

डॉ. महेंद्र देव ने बताया कि इसी तरह इंटरमीडिएट की परीक्षा में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 69.34 रहा, जबकि बालिकाओं का उत्तीर्ण प्रतिशत 83 रहा। इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 25,71,002 परीक्षार्थी शामिल हुए जिनमें से कुल 19,41,717 परीक्षार्थी यानी 75.52 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण घोषित किए गए।

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Nikay Chunav : सपा के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश में बसपा

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BSP trying to break into SP's vote bank
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:08 PM
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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने अगले माह दो चरणों में होने वाले नगर निकाय चुनावों में महापौर पदों के लिए 64 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम उम्मीदवार उतारे हैं। ऐसा कर बसपा ने एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की है। पार्टी ने न सिर्फ राज्य की करीब 20 फीसदी मुस्लिम आबादी को साधने की कोशिश की है, बल्कि समाजवादी पार्टी (सपा) के परंपरागत वोट बैंक में बिखराव की संभावना भी बढ़ा दी है।

Nikay Chunav

यह है आम चुनाव के लिए रणनीति का हिस्सा

राजनीतिक जानकार इसे 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मुसलमानों के बीच पैठ बनाने की बसपा की एक रणनीति मान रहे हैं। उनका यह भी कहना है कि इससे सपा के परम्परागत मुस्लिम वोट बैंक में बिखराव हो सकता है। वहीं, सपा और कांग्रेस ने इसे वोट काटने की रणनीति करार दिया है। वर्ष 2017 में महापौर की 16 सीट में से 14 पर भाजपा और दो पर बसपा जीती थी। सपा एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। बसपा के एक नेता ने कहा कि पार्टी ने उप्र में चार और 11 मई को होने वाले निकाय चुनाव में नगर निगमों के महापौर की 17 सीट में से 11 सीट पर (64 फीसद से ज्‍यादा) मुस्लिम उम्मीदवार उतारकर मुस्लिम हितैषी होने का संदेश दिया है।

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किसी और के इशारे पर बसपा ने किया ये काम

दूसरी ओर, सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि एक-एक मतदाता जानता है कि बसपा ने मुसलमानों को इतने टिकट क्यों दिए। वह खुद तो जीत नहीं सकती, इसलिए किसी और के इशारे पर ऐसा किया है। चौधरी ने बसपा को भाजपा की ‘बी’ टीम बताया और कहा कि यह वोट काटने की उसकी रणनीति है, लेकिन अब सभी उसकी चाल से वाकिफ हो गए हैं। बसपा की अपेक्षा सपा में कम मुसलमान उम्मीदवार होने पर चौधरी ने कहा कि सपा सबको साथ लेकर चलने वाली पार्टी है और उसी के अनुरूप कार्य करती है।

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भाजपा का एक भी उम्मीदवार मुस्लिम नहीं

बसपा ने लखनऊ, मथुरा, फिरोजाबाद, सहारनपुर, प्रयागराज, मुरादाबाद, मेरठ, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, अलीगढ़ और बरेली नगर निगमों में महापौर पद के मुस्लिम उम्मीदवार खड़े किए हैं। वहीं, सपा और कांग्रेस ने सिर्फ चार-चार मुस्लिम उम्मीदवारों पर दांव लगाया है। भाजपा ने महापौर की किसी भी सीट पर मुस्लिम उम्मीदवार नहीं उतारा है।

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इस खेल से बसपा और मुसलमान दोनों का सफाया हुआ

कांग्रेस के प्रांतीय अध्यक्ष और पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि मुझसे ज्यादा बहन जी (मायावती) और बसपा को कोई नहीं जानता है। जब-जब इस तरह का खेल खेला गया, तब-तब पार्टी (बसपा) का सफाया हुआ और मुसलमानों का भी। उन्होंने कहा कि जिसका जितना हक है, उतना दो, किसी एक समाज का इतना वोट नहीं कि वह अकेले दम पर जीत जाए। सिद्दीकी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी मुसलमानों की आबादी है और हमने 17 में से चार मुस्लिम उम्मीदवार देकर 23 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी दी है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले सिद्दीकी लंबे समय तक मायावती के करीबी माने जाते रहे और उनकी सरकार में महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री रहे।

मुसलमानों को प्रभावित करने की मुहिम चला रही हैं मायावती

बसपा ने 2022 के विधानसभा चुनाव में 12 फीसदी मत पाकर राज्‍य की 403 विधानसभा सीट में से सिर्फ एक सीट जीती थी। बाद में, बसपा प्रमुख मायावती ने मुसलमानों को प्रभावित करने की मुहिम शुरू की। पिछले कुछ महीनों में मुसलमानों के मामलों में वह सर्वाधिक मुखर रही हैं। यहां तक कि उन्होंने 15 अप्रैल को प्रयागराज में पुलिस अभिरक्षा में हुई माफिया एवं पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या पर भी राज्‍य सरकार और कानून-व्यवस्था को कठघरे में खड़ा किया था। बसपा के एकमात्र विधायक उमा शंकर सिंह ने रविवार को कहा था कि शाइस्ता परवीन अभी भी पार्टी में हैं और अगर उन्हें दोषी ठहराया जाता है, तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा। उत्तर प्रदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।