Natural Farming Tips : टीएमयू के कृषि वैज्ञानिकों ने दिए नेचुरल फार्मिंग के टिप्स

Natural Farming Tips Tirthankar Mahaveer University College of Agricultural Sciences agricultural scientists gave natural farming tips
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 03:28 AM
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नोएडा : (Natural Farming Tips by प्रो. श्याम सुंदर भाटिया) तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर साइंसेज (Tirthankar Mahaveer University College of Agricultural Sciences) की ओर से नानकबाड़ी गांव (Nanakbari Village) में आयोजित चौपाल चर्चा के फर्स्‍ट डे कॉलेज के कृषि वैज्ञानिकों (Agricultural scientists) और शिक्षाविदों ने नेचुरल फार्मिंग (Natural Farming) के तहत रसायन मुक्त प्राकृतिक तरीकों से खेती (chemical free natural farming) करने के तमाम टिप्स दिए. Noida Farmers Protest: न्याय के लिए हर दरवाजा खटखटा चुके हैं नोएडा के किसान उल्लेखनीय है, टीएमयू की ओर से चार गांव- नानकबाड़ी, गिन्नौर, मनोहरपुर और औरंगाबाद गोद लिए हुए हैं. यूनिवर्सिटी का मकसद इन गांवों की सूरत और सीरत बदलना है. यूनिवर्सिटी का एग्रीकल्चर कॉलेज (Agriculture College) हमेशा इस मुहिम में बढ़चढ़ कर भाग लेता है. कृषि कॉलेज इन गांवों में समय-समय पर न केवल काश्तकारों को कृषि का सघन प्रशिक्षण (Intensive training in agriculture) देता है, बल्कि बीमार मिट्टी को सेहतमंद करने, मल्टीक्रापिंग, कीट प्रबंधन और पीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट 2022 तक धरतीपुत्रों की आय दोगुनी करने के संग-संग पर्यावरण की दृष्टि से वृक्षारोपण के अलावा साक्षरता, केन्द्र और राज्यों की नीतियों के प्रति अवेयर भी करता है. Farmers Protest: अन्‍याय हुआ तो फिर शुरू होगा किसान आंदोलन- सत्यपाल मलिक चौपाल चर्चा में छात्र कल्याण निदेशक प्रो. एमपी सिंह, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक (Agricultural Scientist) प्रो. बलराज सिंह, डॉ. आशुतोष अवस्थी, श्री देवेन्द्र पाल सिंह, डॉ. अनिल कुमार चौधरी आदि के साथ-साथ नानकबाड़ी के प्रधान और बड़ी संख्या में काश्तकारों ने शिरकत की. चौपाल में सवाल-जवाब का दौर भी चला. Noida Farmers Protest : किसान हैं त्रस्त, फिर भी नेता व अफसर हैं मस्त उल्लेखनीय है, नेचुरल खेती की प्रक्रिया में मिट्टी के साथ कम से कम छेड़छेड़ की जाती है. उदाहरण के तौर पर फसल में अलग से किसी प्रकार की खाद या दवा का उपयोग नहीं होता है, क्योंकि खाद-दवा आदि प्रकृति के जरिए स्वयं ही प्राप्त हो जाती है. इससे न केवल फार्मर्स (Farmers) पर आर्थिक बोझ कम पड़ता है, बल्कि उत्पाद की गुणवत्ता भी उत्कृष्ट होती है. नेचर का भी संतुलन बना रहता है. यह दो दिनी चौपाल चर्चा 04 जनवरी को भी होगी. इसका प्रसारण न केवल डीडी किसान चैनल पर होगा बल्कि यू-ट्यूब (You Tube) पर भी देखा और सुना जा सकता है. Natural Farming Tips
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UP Night Curfew: उत्‍तर प्रदेश में कल से लगेगा नाइट कर्फ्यू, यहां जानें सबकुछ

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यूपी में कल से लगेगा नाइट कर्फ्यू. pc- twitter
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:19 AM
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लखनऊ. देश में बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) और ओमिक्रॉन (Omicron) के मामलों को देखते हुए उत्‍तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया है. इसके अनुसार यूपी में 25 दिसंबर की रात 11 बजे से सुबह 5 तक तक हर दिन कर्फ्यू (UP Night Curfew) लगाया जाएगा. सरकार ने इस संबंध में नई गाइडलाइंस जारी की हैं. साथ ही किसी भी शादी समारोह में 200 से अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी रहेगी. सरकार की ओर से ऐसा कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किया गया है. यूपी सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं. - इसके मुताबिक बाजारों में मास्क नहीं तो सामान नहीं के संदेश के साथ व्यापारियों को जागरूक करें. - बिना मास्क कोई भी दुकानदार ग्राहक को सामान न दें.   - सड़कों/बाजारों में हर किसी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए. - पुलिस बल (Up Night Curfew) लगातार गश्त करे. पब्लिक एड्रेस सिस्टम को और प्रभावी बनाया जाए. - देश के किसी भी राज्य से अथवा विदेश से उत्तर प्रदेश की सीमा में आने वाले हर एक व्यक्ति की ट्रेसिंग-टेस्टिंग की जाए. - बस, रेलवे और एयरपोर्ट पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जाए. निगरानी समितियों ने कोरोना प्रबंधन में सराहनीय कार्य किया है.
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Kisan Andolan : 383 दिन बाद घर पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत, कुछ ऐसे हुआ स्‍वागत

Rakesh Tikaita
locationभारत
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calendar16 Dec 2021 08:49 PM
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मुजफ्फरनगर (एजेंसी)। केन्द्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ ऐतिहासिक लड़ाई लडऩे वाले भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का 383 दिन बाद घर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत देर रात करीब 1.00 बजे सिसौली की पट्टी चौधरान स्थित अपने आवास पर पहुंचे। जब सैकड़ों किसानों की मौजूदगी में वह परिवार से मिले तो परिजन भावुक हो गए। परिवार की महिलाएं भी भावुक हुईं। इसके बाद बड़ी बहन ओमबीरी ने राकेश टिकैत का तिलक किया। इससे पहले राकेश टिकैत किसान भवन पहुंचे और अपने पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को श्रद्धांजलि अर्पित की।

तीन कृषि कानूनों के विरोध में गाजीपुर बॉर्डर पर आंदोलन की कमान संभाल रहे भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की 383 दिन बाद घर वापसी हुई। फतेह मार्च का किसानों ने उत्साह के साथ स्वागत किया। सोरम, हड़ौली और सिसौली में किसानों ने टिकैत पर फूल बरसाए। आंदोलन की कामयाबी का श्रेय किसानों ने टिकैत बंधुओं को दिया।

भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत की अगुवाई में फतेह मार्च बुधवार सुबह शुरू हुआ। दिल्ली-देहरादून हाईवे पर किसानों ने चौधरी राकेश टिकैत का जोश के साथ अभिनंदन किया। भंगेला चेकपोस्ट से होते हुए फतेह मार्च खतौली और मंसूरपुर पहुंचा। मंसूरपुर से पुरबालियान होते हुए शाहपुर पहुंचे और यहां पर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा पर फूलमालाएं चढ़ाईं। इसके बाद फतेह मार्च में रणसिंघा और डीजे की धुन पर किसान खूब थिरके।

शाहपुर से टिकैत का काफिला सोरम गांव पहुंचा। ऐतिहासिक चौपाल पर सुबह से ही बेसब्री से किसान स्वागत के लिए खड़े थे। सोरम में भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत, गठवाला खाप के थांबेदार श्याम सिंह, लाटियान खाप के चौधरी वीरेंद्र सिंह और देशवाल खाप के चौधरी राजेंद्र सिंह मौजूद रहे। चौधरी राकेश टिकैत सोरम से अन्य खाप चौधरियों के साथ हड़ौली पहुंचे और यहां पर भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां से वह देर रात सिसौली के लिए रवाना हुए। जैसे ही किसानों का काफिला सिसौली पहुंचा तो लोगों ने जोरदार स्वागत किया।

किसान भवन पर फतेह मार्च में शामिल किसानों को अभिनंदन किया गया। देर रात तक उत्साह माहौल बना हुआ है। हजारों  लोग किसान भवन और भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत के पट्टी चौधरान स्थित आवास पर जमा हैं।