Wednesday, 24 April 2024

Om Prakash Rajbhar : राजभर ने चला बड़ा दांव , उठाई ग़ाज़ीपुर का नाम बदलने की माँग

  Om Prakash Rajbhar : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर नाम बदलने की मांग शुरू हो गई है। बीजेपी…

Om Prakash Rajbhar : राजभर ने चला बड़ा दांव , उठाई ग़ाज़ीपुर का नाम बदलने की माँग

 

Om Prakash Rajbhar : उत्तर प्रदेश में एक बार फिर नाम बदलने की मांग शुरू हो गई है। बीजेपी पर पूर्व में नाम बदलने को लेकर विपक्ष ने खूब हमला बोला। लेकिन अब सुभासपा ने भी नाम बदलने की कवायद शुरू कर दी है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सीएम योगी को पत्र लिखकर गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर करने की मांग की।गौरतलब है कि, गाजीपुर को लहुरी काशी भी कहा जाता है। गाजीपुर के बहुत से युवा भारतीय सेना से जुङे हुए हैं इसलिए इसे वीरो की धरती भी कहा जाता है।

Om Prakash Rajbhar :

 

अरुण राजभर ने दोबारा की मांग

हालांकि, पत्र के माध्यम से सुभासपा ने बीजेपी की पिछली सरकार में यह मांग की थी पत्र के माध्यम से सरकार को यह अवगत कराया था कि गाजीपुर का पौराणिक महत्व ब्रम्हाषि विश्वामित्र की अदुतीय भूमिका का उल्लेख किया था। उस दौरान ओपी राजभर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यागजन सशक्तिकरण विभाग के मंत्री थे। लेकिन बुधवार को सुभासपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण राजभर ने ट्विट करते हुए एक बार पुन: इसकी मांग की है।

 

गाज़ीपुर का इतिहास

गाज़ीपुर के इतिहास की बात करें तो वो भी किसी से छिपा नहीं है। मरणोपरान्त परमवीर चक्र से सम्मानित वीर अब्दुल हमीद भी यहीं के रहने वाले थें। इसके अलावा एशिया का सबसे बड़ा गांव गहमर इसी जिले का हिस्सा है। महान स्वतंत्रता सेनानियों के साथ यहां की मिट्टी उपजाऊ है। सबसे पहले स्वतंत्रता आंदोलन के हीरो (जिसे लोकप्रिय रूप से सिपाही आंदोलन कहा जाता है) मंगल पांडे इस मिट्टी से ही आते हैं। प्रसिद्ध निला साहिब विद्रोह इस जगह के साथ संबद्ध है जहां किसानों ने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह किया और उन्होंने विभिन्न इंडिगो गोदामों पर आग लगा दी। गाजीपुर नाटकों और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक प्रमुख भूमिका निभाई है।

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