उत्तर प्रदेश न्यूज: प्रयागराज के सरायममरेज थाना क्षेत्र के एक गांव में रहने वाले युवक की शादी लगभग तीन साल पहले भदोही जिले के सुरियावां थाना क्षेत्र की एक युवती से हुई थी। युवक गोवा में अपने पिता के साथ एक निजी कंपनी में काम करता है। छह महीने पहले उसकी पत्नी भी उसके साथ गोवा में रहने लगी थी।
3 जून को युवक अपनी पत्नी को लेकर उसके मायके सुरियावां गया और 4 जून को दोनों गोवा लौटने के लिए प्रयागराज पहुंचे।
प्रयागराज जंक्शन से शुरू हुआ रहस्य
युवक के परिवार वालों का कहना है कि प्रयागराज जंक्शन पर ट्रेन में चढ़ने से पहले ही वह रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। काफी देर तक उसका कुछ पता न चलने पर परिजनों ने सरायममरेज थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
परिजन असमंजस में थे कि युवक अचानक कहां चला गया। वहीं, उसकी पत्नी मायके लौट गई और वहीं से वह भी इस पूरे घटनाक्रम को लेकर चिंतित दिखाई दी।
दस दिन बाद लौटा, और सामने आई चौंकाने वाली सच्चाई
लगभग दस दिन बाद जब युवक 13 जून को घर लौटा तो उसने जो कहानी बताई, उसने सभी को चौंका दिया। युवक ने बताया कि रेलवे स्टेशन पर दो युवक आए, जो उसकी पत्नी के पुराने परिचित थे।
उन्होंने पत्नी के सामने ही उसकी पिटाई की और जबरन उसे ट्रेन में बैठाकर कोलकाता ले गए। उसकी पत्नी को वहीं स्टेशन पर छोड़ दिया गया। कोलकाता में उसे बंधक बनाकर रखा गया और जान से मारने की धमकी दी जाती रही।
किसी तरह जान बचाकर लौटा युवक
युवक ने पुलिस को बताया कि किसी तरह वह इन युवकों के चंगुल से भाग निकला और 13 जून को अपने घर पहुंचा। परिजनों ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस से की।
सरायममरेज थाने की पुलिस का कहना है कि युवक के परिजनों को मामले की शिकायत सुरियावां थाने में दर्ज कराने की सलाह दी गई है, क्योंकि युवकों की पहचान वहीं के निवासी के तौर पर हुई है।
राजा रघुवंशी कांड की यादें ताजा
इस घटना ने हाल ही में सामने आए इंदौर के चर्चित “राजा रघुवंशी-सोनम केस” की याद दिला दी है, जिसमें पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की सुपारी दी थी। प्रयागराज की यह कहानी भी कुछ-कुछ उसी राह पर जाती दिखी, हालांकि इसमें हत्या नहीं हुई, लेकिन एक सुनियोजित साजिश की झलक ज़रूर मिली।