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UP News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चुनाव में हार जीत की चर्चा नहीं हो रही है। हर कोई मानकर चल रहा है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सीट पर भाजपा नेता व भारत की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जीत की हैट्रिक बनाने वाले हैं। बात बात यहां पर आकर ठहरी है कि प्रदेश की इस अति महत्वपूर्ण सीट पर राजनाथ सिंह जीत का कितना बड़ा रिकॉर्ड बना पाएंगे। सवाल पूछा जा रहा है कि क्या राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों से जीत दर्ज करेंगे?

अटल बिहारी वाजपेई की सीट रही है

सब जानते हैं कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की लोकसभा सीट भाजपा के दिग्गज नेता रहे स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की सीट रही है। वर्ष 1957 से अटल बिहारी वाजपेई लखनऊ सीट से चुनाव लड़ते रहे । वर्ष 1957 के चुनाव में श्री वाजपेई उत्तर प्रदेश की लखनऊ सीट से पुलिंग बिहारी बनर्जी से चुनाव हार गए थे।ञ् वर्ष 1962 में एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेई लखनऊ से प्रत्याशी बने और वी.के.धौन से चुनाव हार गए थे। उसके बाद अटल बिहारी वाजपेई वर्ष 1991 में लखनऊ से चुनाव लड़े और जीत का पहली बार उत्तर प्रदेश के सांसद बने थे फिर क्या था वर्ष 2004 तक अटल बिहारी वाजपेई लगातार उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सांसद रहे। वर्ष 2014 से लगातार दो बार राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सांसद हैं।इस बार राजनाथ सिंह की जीत की हैट्रिक तो तय है। बस देखना यह होगा कि राजनाथ सिंह अपना पुराना रिकॉर्ड तोडक़र कितने मतों से चुनाव जीतते हैं।

लखनऊ सीट के ताजा समीकरण

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की लोकसभा सीट पर ताजा समीकरण पर हमारे उत्तर प्रदेश के ब्यूरो प्रमुख ने अपनी रिपोर्ट भेजी है । इस रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सीट पर लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी बढ़ गई है। भाजपा की ओर से लखनऊ संसदीय सीट पर राजनाथ सिंह को तीसरी बार उम्मीदवार बनाया गया है। वहीं, सपा ने विधायक रविदास मेहरोत्रा पर भरोसा जताया है।
बसपा और आम आदमी पार्टी की ओर से अभी तक प्रत्याशी नहीं घोषित किए गए हैं, जिससे चुनाव दिलचस्प हो गया है। भाजपा की ओर से पुराने दिग्गज राजनाथ सिंह जीत की हैट्रिक लगाना चाहेंगे। जबकि कांग्रेस समर्थित रविदास मेहरोत्रा के सामने साख बचाने की चुनौती होगी। दोनों ही प्रत्याशियों के समर्थक लगातार जनसंपर्क कर रहे हैं।UP News
राजनाथ सिंह ने पिछली बार रिकॉर्ड मत से जीत हासिल की थी, जिनके सामने खुद का रिकॉर्ड बरकरार रखने की चुनौती होगी। उन्होंने वर्ष 2014 में तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी रीता बहुगुणा जोशी को 2,72,749 मतों से हराया था.। यही नहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने -राजनाथ अपना ही रिकॉर्ड तोड़ते हुए सपा की पूनम – चाहेंगे, सिन्हा को 3,47,302 मतों से मात दी थी।UP News

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