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Ranjan Gogoi : जानिए किसके कारण बन रहा है अयोध्या में भव्य राम मंदिर

Ranjan Gogoi

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Ranjan Gogoi :  नई दिल्ली। क्या आप जानते हैं कि अयोध्या में निर्मित हो रहे दुनिया के सबसे बड़े मंदिर राम मंदिर को बनवाने में सबसे बड़ी व्यवहारिक जिम्मेदारी किसने निभाई थी? यदि आपका जवाब विश्व हिन्दु परिषद (विहिप), राष्ट्रीय स्वयं सेवक  संघ (आरएसएस) अथवा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) है तो आप गलत हैं। तुरंत अपनी गलती मान लीजिए। आज हम आपको बताते हैं कि यदि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बन रहा है तो उसको बनवाने का सबसे बड़ा श्रेय किसे जाता है।

Ranjan Gogoi :

सब जानते हैं कि अयोध्या में बाबरी मस्जिद के स्थान पर पुन: राम मंदिर बनवाने की मांग का सिलसिला भारत की आजादी के एक साल बाद यानि 1948 में ही शुरू हो गया था। वर्ष-1981 में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने इस आंदोलन को नई धार दी थी। यहां उस विस्तार में जाने की आवश्यकता नहीं है कि राम मंदिर के आंदोलन को लेकर देश भर में कितने बवाल, दंगे, गोली-कांड व कार सेवकों की मौत हुई। अंतत: 5 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने वह ऐतिहासिक फैसला दिया जिससे राम मंदिर बनने का मार्ग साफ हो गया और आज अयोध्या में बेहद भव्य राम मंदिर बन रहा है। अब आते हैं मूल सवाल पर कि राम मंदिर बनवाना शुरू करने में सबसे बड़ी व्यवहारिक जिम्मेदारी किसने निभाई? जी हां उस व्यक्ति का नाम है वर्तमान के राज्यसभा सांसद व भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) रंजन गोगोई।

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आप सवाल कर सकते हैं कि भला आज हमें यह नाम क्यों याद आ गया है। इस सवाल का जवाब है कि आज भारतीय सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश सीजेआई रहे रंजन गोगोई का जन्मदिन है।

जस्टिस रंजन गोगोई एक भारतीय न्यायाधीश तथा भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश का जन्म आज ही के दिन 18 नवंबर 1954 को हुआ था। डिब्रूगढ़ शहर में बड़े होने वाले जस्टिस गोगोई ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज में इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उसके बाद कानूनी शिक्षा का अध्ययन किया। सन-1978 में एडवोकेट एसोसिएशन में शामिल हुए। 2001 में जस्टिस गोगोई को गोहाटी उच्च न्यायालय में न्यायाधीश के रूप में नियुक्त किया गया। सन 2010 में जस्टिस गोगोई को पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय में स्थानांतरित किया गया। 12 फरवरी 2011 को वे मुख्य न्यायाधीश के पद पर तैनात हुए। 23 अप्रैल सन 2012 में सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में दिल्ली आये। रंजन गोगोई उत्तर पूर्व से आने वाले भारत के पहले मुख्य न्यायाधीश रहे। दुनिया भर में चर्चित अयोध्या राम मंदिर के ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट के पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ की अध्यक्षता भी न्यायाधीश रंजन गोगोई ने ही की थी।
रंजन गोगोई भारत देश के 46वें मुख्य न्यायधीश थे। 17 नवंबर को अपने पद से सेवानिवृत होने पर उन्हें पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 15 मार्च 2020 को राज्य सभा के लिए नामित किया। रंजन गोगोई को चेतना मंच परिवार की और से उनके जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं।

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