Bhagya Laxmi Yojana

Bhagya Laxmi Yojana: भारतीय शास्त्रों में, बेटी को घर की लक्ष्मी कहा गया है, लक्ष्मी के इस स्वरूप को आधार बनाकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने “भाग्यलक्ष्मी योजना” शुरू की है। यह एक महत्वपूर्ण पहल है, जो गरीब परिवारों की बेटियों को सशक्त बनाने और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने का उद्देश्य रखती है।

क्या है उत्तर प्रदेश की भाग्य लक्ष्मी योजना (Bhagya Laxmi Yojana in UP)

उत्तर प्रदेश सरकार ने हर गरीब परिवार की बेटियों के पालन-पोषण, शिक्षा, और विवाह तक की सभी जिम्मेदारियों को संभालने के लिए ‘भाग्यलक्ष्मी योजना’ की शुरुआत की है।

भाग्यलक्ष्मी योजना  (Bhagya Laxmi Yojana) के विशेषताएँ:

आर्थिक सहायता: गरीब परिवारों में बेटी के जन्म पर 50,000 रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। यह पैसा बेटी के बेहतर भविष्य की शुरुआत के लिए होता है।

शिक्षा का समर्थन: बेटी की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विशेष रूप से पैसा प्रदान किया जाता है।

विवाह सहायता: बेटी के विवाह के लिए दो लाख रुपए की सहायता दी जाती है।

भाग्यलक्ष्मी योजना के लाभ (Benefits of Bhagya Laxmi Yojana in UP) के लिए आवेदन करने के लिए महत्वपूर्ण शर्तें:

सालाना आय सीमा: यह योजना का लाभ उठाने के लिए परिवार की सालाना आय 2 लाख रुपये से कम होनी चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होता है कि योजना का लाभ वास्तविक गरीब परिवारों को मिले।

विवाह योग्य आयु: लड़की की आयु शादी के लिए 18 वर्ष से कम नहीं होनी चाहिए।

मूल निवासी होना: लड़की के माता-पिता को यूपी (Uttar Pradesh) के मूल निवासी होना आवश्यक है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि योजना का लाभ उन वास्तविक गरीब परिवारों को पहुंचता है जिनकी आवश्यकता अधिक है।

जन्म की तारीख की शर्त: 31 मार्च 2006 के बाद जन्म लेने वाली सभी लड़कियों को योजना का लाभ मिलता है।

भाग्य लक्ष्मी योजना का का लाभ उठाने के लिए आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें

भाग्यलक्ष्मी योजना’ ने उत्तर प्रदेश में बेटियों के लिए एक सशक्त भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे न केवल बेटियों का भविष्य सुरक्षित हो रहा है, बल्कि इससे गरीब परिवारों में जन्मे बच्चों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा मिल रहा है।