UP News : उत्तर प्रदेश के नागरिक अनेक मामलों में अव्वल साबित हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश के नागरिकों ने मानवता की सेवा करने के मामले में भी अव्वल स्थान प्राप्त किया है। अकेले वर्ष 2023 में उत्तर प्रदेश की 15% आबादी ने रक्तदान करके मानवता की सेवा की है। अब हर कोई यही बोल रहा है कि अपना खून देकर दूसरों की जान बचाने का हुनर उत्तर प्रदेश वालों से सीखो।
रक्तदान है महादान
रक्तदान एक महादान है। अपने शरीर का खून देकर किसी की जान बचाने से बड़ा दान और हो भी क्या सकता है। एक व्यक्ति एक बार में अपना आधा लीटर खून दान कर सकता है। अपना खून देकर औरों की जान बचाने में उत्तर प्रदेश के लोगों का पूरे देश में कोई मुकाबला नहीं है। उत्तर प्रदेश की 14.61 फीसदी आबादी ने साल 2023 में रक्तदान किया जो सर्वाधिक है। उत्तर प्रदेश के बाद महाराष्ट्र दूसरे व गुजरात तीसरे पायदान पर है। आरटीआई कार्यकर्ता विपुल शर्मा के आवेदन के जवाब में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ई रक्तकोष पोर्टल के आंकड़े साझा करते हुए बताया, कोरोना महामारी के बाद देश में हर साल रक्तदान में करीब 50 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। साल 2021 में 45 लाख यूनिट रक्त एकत्रित हुआ, जो 2022 में बढ़कर 80 लाख यूनिट तक पहुंच गया। वहीं, 2023 में देश के तीन हजार से ज्यादा ब्लड बैंकों में पहली बार 1.29 करोड़ यूनिट रक्त इकट्ठा हुआ। इनमें सबसे ज्यादा 18.11 लाख यूनिट रक्तदान उत्तर प्रदेश के 400 से ज्यादा ब्लड बैंकों में किया गया। इसके बाद महाराष्ट्र में 15.20 लाख और गुजरात में 10.51 लाख यूनिट रक्त जमा हुआ।
उत्तर प्रदेश वाले निकले सबसे अव्वल
अमेरिकन रेड क्रॉस सोसायटी के मुताबिक, एक महिला के शरीर में 4.3 लीटर और पुरुष में औसत 5.7 लीटर रक्त होता है। हर दिन एक स्वस्थ व्यक्ति 400 से 2,000 मिलीलीटर रक्त उत्पादित करता है। एक बार में एक व्यक्ति करीब आधा लीटर तक रक्तदान कर सकता है।
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