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उत्तर प्रदेश में विकसित होगा मिनी चंडीगढ़, शुरू हुई तैयारी

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UP News : उत्तर प्रदेश में जन्दी ही चंडीगढ़ जैसा शहर बसाया जाएगा। उत्तर प्रदेश के इस शहर को मिनी चंडीगढ़ उप नाम दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में बसने वाला मिनी चंडीगढ़ शहर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पास बसाया जाएगा। उत्तर प्रदेश में मिनी चंडीगढ़ बसाने का काम शुरू कर दिया गया है।

लखनऊ के पास बसेगा नया शहर

सबको पता है कि भारत में चंडीगढ़ को सबसे सुंदर तथा व्यवस्थित शहर माना जाता है। चंडीगढ़ की तरह ही उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के पास नया शहर बसाने की योजना है। दरअसल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लखनऊ विकास प्राधिकरण की मोहान रोड योजना (एजु सिटी) की लांचिंग का रास्ता साफ हो गया है। LDA (Lucknow Development Authority) की ओर से अफसरों ने ग्राम-प्यारेपुर में कैम्प लगाकर किसानों से सहमति के आधार पर जमीन का अनुबंध कराना शुरू कर दिया है।

बीते तीन दिनों में 15 किसानों ने अनुबंध पत्र पर साइन करके प्राधिकरण को जमीन का कब्जा सौंप दिया है। इससे 12 हेक्टेयर से अधिक जमीन जुटा ली गई है। इसी के साथ ही यहां 3000 भूखंडों की दीवाली तक की लांचिंग का रास्ता साफ हो गया है। यहां चंडीगढ़ की तर्ज पर प्लॉटिंग डेवलप की जाएगी ताकि लोगों को बेहतरीन सुविधाएं मिल सके। इसी के साथ ही संभावना जताई जा रही है कि यहां सबसे सस्ता प्लॉट 25 लाख रुपए तक उपलब्ध कराया जा सकता है। हालांकि प्लॉट की कीमतों को लेकर एलडीए ने आधिकारिक रूप से कुछ स्पष्ट नहीं किया है।

बहुत तेजी के साथ अधिग्रहण

एलडीए के मुताबिक मोहान रोड योजना के लिए काकोरी के ग्राम-प्यारेपुर व कलियाखेड़ा की कुल 785 एकड़ भूमि पूर्व में अर्जित की गई थी. इसमें प्यारेपुर के किसानों को कलियाखेड़ा की तुलना में कम मुआवजा मिला था, जिसे लेकर किसानों द्वारा आपत्ति जताई जा रही थी। हाल ही में हुयी प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में ग्राम-प्यारेपुर के भू-स्वामियों के लिए प्रतिकर की दर बढ़ाने का प्रस्ताव पारित किया गया है. जिसके आधार पर अब ग्राम-प्यारेपुर के किसानों को बढ़ी हुई दर के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि प्राधिकरण के अधिकारियों व अभियंताओं द्वारा ग्राम-प्यारेपुर में कैम्प लगाकर किसानों से वार्ता करके सहमति बनाई जा रही है। अब तक 15 किसानों ने अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर करके प्राधिकरण को अपनी जमीन का कब्जा दे दिया है। इसके अलावा कई अन्य किसान भी अनुबंध करने के लिए तैयार हो गये हैं। शीघ्र ही अर्जित भूमि पर भौतिक कब्जा लेते हुए योजना में सड़क, सीवर, जलापूर्ति, विद्युतिकरण व ड्रेनेज आदि का विकास कार्य शुरू करा दिया जाएगा। जिसके लिए प्रथम चरण में 225 करोड़ रूपये का टेंडर जारी किया गया है।

क्या होगा इस शहर का खास UP News

एलडीए उपाध्यक्ष के मुताबिक मोहान रोड योजना को चंडीगढ़ की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। इसमें 111.12 एकड़ क्षेत्रफल में एकल भूखण्ड, 159.52 एकड़ में ग्रुप हाउसिंग, 39.22 एकड़ में व्यवसायिक, 48.13 एकड़ में सामुदायिक केन्द्र, 183.24 एकड़ में सड़कें व 9.28 एकड़ में ट्रांजिट स्पेस एरिया विकसित किया जाएगा. एजुकेशन सिटी के रूप में विकसित की जाने वाली इस योजना में 73.95 एकड़ जमीन शिक्षण संस्थान के लिए आरक्षित की जाएगी, जबकि 159.85 एकड़ जमीन ग्रीन बेल्ट की होगी। ग्रिड पैटर्न पर विकसित की जाने वाली इस योजना को आठ सेक्टरों में विभाजित किया जाएगा।

प्रत्येक सेक्टर में साॅलिड वेस्ट मैनेजमेंट, सेक्टोरल शाॅपिंग सेंटर एवं वेंडर के लिए प्राविधान होगा। योजना के मध्य में 42 एकड़ का सेंट्रल पार्क बनाया जाएगा। साथ ही लगभग 45,000 वर्गमीटर एरिया में जलाशय विकसित किया जाएगा। मोहान रोड योजना के सभी बड़े चौराहों पर रोटरी विकसित की जाएगी, जिसमें बायीं ओर मुड़ने वाले ट्रैफिक को फ्री-पास दिया जाएगा। योजना में 112.50 वर्गमीटर से 450 वर्गमीटर तक के कुल 2485 भूखण्ड सृजित किये जाएंगे। लखनऊ विकास प्राधिकरण अब फ्लैट के बजाय प्लॉट बेजने पर ज्यादा जोर दे रहा है. एलडीए की तर्ज पर ही आवास विकास परिषद ने भी फ्लैट के बजाय प्लॉट बेचने का फैसला किया है।

शायद यही वजह कि इस वर्ष दीवाली तक एलडीए करीब 9000 प्लॉट ला सकता है। इसी कड़ी में मोहान रोड योजना के लिए जमीन की अधिग्रहण शुरू हो चुका है। वहीं, आवास विकास परिषद की ओर से भी इस वर्ष करीब गोसाईगंज में 4000 प्लॉट लांच करने की तैयारी की जा रही है। दोनों ही विभागों की ओर से यह फैसला फ्लैट को लेकर खरीदारों में घटती रुचि को लेकर लिया गया है। UP News

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