UP News : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले (Farrukhabad) में बीते दिन दो लड़कियां पेड़ से लटकी मिली थी जिससे पूरे इलाके में हडकंप मच गया था। मामले की जानकारी पर आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। इस मामले ने ना सिर्फ फर्रुखाबाद में बल्कि पूरे सोशल पर सनसनी फैलाकर रख दी है। इतना ही नहीं दोनों लड़कियों की मौत ने पुलिस पर तरह-तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं।
हत्या या फिर आत्महत्या!
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि फर्रुखाबाद के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के भगौतीपुर गांव में आग के बाग में दो लड़कियां पेड़ से लटकी हुई मिली थी। जिसके बाद पूरे सोशल मीडिया पर हाहाकार मचा हुआ है। इस तरह आम के बाग में झूलती मिली लड़कियों की खबर ने देश के लोगों को हिलाकर रख दिया है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि दोनों लड़कियों की हत्या की गई है या फिर दोनों ने आत्महत्या की है। जहां इस मामले को पुलिस द्वारा आत्महत्या बताया जा रहा है वहीं परिजनों ने इसे हत्या बताया है। खबरों की मानें तो एक लड़की 18 साल की तो दूसरी 16 साल की थी।
घटनास्थल से मिला था ये सामान
इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि, कायमगंज थाना क्षेत्र के गांव में दो लड़कियों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। फिलहाल यह पूरी घटना आत्महत्या लगती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद सही तथ्य पता चलेंगे। खबरों की मानें तो पुलिस को घटनास्थल से एक मोबाइल मिला है, जिसकी जांच की जा रही है। वहीं परिजनों द्वारा मौत के मामले की जांच के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है।
राज्यसभा सांसद ने पुलिस पर दागा सवाल
मामले में अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद साकेत गोखल ने पुलिस पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। राज्यसभा सांसद साकेत गोखले का कहना है कि, कल यूपी के फर्रुखाबाद जिले में दो दलित लड़कियों के शव रहस्यमय तरीके से पेड़ से लटके पाए गए। ऐसा लगता है कि इस मामले को बड़े स्तर पर छुपाया जा रहा है। इस मामले में कुछ अजीब तथ्य दिए गए हैं कि पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने से पहले ही यूपी पुलिस ने मामले को ‘आत्महत्या’ घोषित कर दिया।
36 घंटे बाद भी कोई FIR दर्ज नहीं की गई- साकेत गोखल
राज्यसभा सांसद साकेत गोखल ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए लिखा है कि, पुलिस ने अप्राकृतिक मौत (यूडी) का मामला दर्ज नहीं किया है जबकि ऐसे मामलों में अनिवार्य है। कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है क्योंकि पुलिस का दावा है कि वे पीड़ित परिवार की शिकायत का इंतजार कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस से एक भी सवाल नहीं पूछा गया है कि वे पोस्टमार्टम और फोरेंसिक रिपोर्ट आने से पहले ही इस मामले को क्यों दबाना चाह रहे हैं। इस घटना के 36 घंटे बाद भी एफआईआर क्यों दर्ज नहीं की गई है। यह मामला 2 नाबालिग लड़कियों से जुड़ा मामला है। आखिर हम महिलाओं की सुरक्षा कैसे हासिल कर सकते हैं। मैंने एसपी को इन बातों को लेकर लिखा है। हमें यह जानना चाहिए कि इन 2 लड़कियों के शव अचानक पेड़ से लटके कैसे पाए गए। अगर हमारा आक्रोश केवल राजनीतिक है, तो हमारे देश में न्याय कभी नहीं हो सकता।
दोस्त की बहन से कर रहा था नैन मटक्के, भाई ने दी रूह कंपा देने वाली सजा
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।
देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।