UP News : बुलंदशहर। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को कहा कि केरल का माहौल बहुत मजबूत और सौहार्दपूर्ण है, लेकिन पिछले एक-दो दशक से वहां दरार पैदा करने के लिए बहुत सुनियोजित प्रयास हो रहा है।
अपने ‘गुरु’ पूरन चंद शास्त्री को श्रद्धांजलि देने यहां आए केरल के राज्यपाल खान ने विवादित फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ की वास्तविक स्थिति के सवाल पर पत्रकारों से कहा कि ‘मैं फिल्म नहीं देखता, इसलिए मुझे मालूम नहीं, और ऐसे विषयों पर बोलना नहीं चाहूंगा, लेकिन एक बात सत्य है कि केरल में माहौल सौहार्दपूर्ण और बहुत मजबूत है, वहां आपस में भाईचारा है।’
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उन्होंने कहा, ‘वहां लोग एक ही भाषा बोलते, एक ही ड्रेस पहनते, एक ही खाना खाते हैं। वहां कोई यह कहते नहीं मिलेगा कि यह मुस्लिम भाषा है, यह हिंदू भाषा है, यह क्रिश्चियन भाषा है, यह हिंदू खाना है, यह मुस्लिम खाना है। कोई यह भी कहते नहीं मिलेगा कि यह उत्तरी केरल का खाना है, यह दक्षिणी केरल का खाना है।’
खान ने कहा, ‘ऐसी जगह पर खासतौर से एक-दो दशक से बहुत सुनियोजित प्रयास हो रहा है कि जिससे वहां पर कुछ दरार पैदा की जा सकें। यह सुनियोजित साजिश हो रही है, इस बात को सभी जानते हैं।’ राजनीतिक दलों के यह आरोप लगाने कि फिल्म मुसलमानों को बदनाम करने के लिए बनायी गयी है, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि ‘इसका जवाब वही दे सकते हैं, मैं जिस पद पर हूं, राजनीतिक लोगों के बयानों पर टिप्पणी नहीं करूंगा।’
सुदीप्तो सेन द्वारा लिखित और निर्देशित ‘द केरला स्टोरी’ (The Kerala Story) हिंदी भाषा में बनी फिल्म है। अदा शर्मा अभिनीत यह फिल्म पांच मई को सिनेमाघरों में रिलीज हुई। फिल्म की कहानी केरल से कथित तौर पर गायब हुईं ‘लगभग 32,000 महिलाओं’ की ‘खोज’ पर आधारित है।
केरल में माकपा और कांग्रेस के अनुसार, फिल्म में किया गया यह दावा सरासर गलत है कि 32,000 महिलाओं का धर्म परिवर्तन किया गया, उन्हें कट्टरपंथी बनाया गया तथा उन्हें भारत एवं दुनिया में आतंकी मिशन में तैनात किया गया।