UP News : उत्तर प्रदेश के वाराणसी की गलियों और सड़कों पर अब बिजली और संचार तारों का उलझा हुआ जाल नहीं दिखेगा। नगर निगम ने इस दिशा में एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया है। अब केबल तारों को व्यवस्थित ढंग से अलग खंभों पर लगाया जाएगा या भूमिगत डक्ट में डाला जाएगा, जिससे शहर का सौंदर्य तो बढ़ेगा ही, साथ ही सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी। इस अभियान की शुरुआत उन क्षेत्रों से होगी जहां तारों का सबसे अधिक जंजाल है। पहले चरण में श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मार्ग समेत 18 प्रमुख पर्यटन स्थलों और मार्गों पर काम शुरू किया जाएगा। खास बात यह है कि केबल ऑपरेटरों से इस प्रक्रिया के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
क्या होगा बदलाव?
ग्रे रंग के विशेष पोल लगाए जाएंगे, जिन पर सभी ऑपरेटरों के केबल एक बंच में व्यवस्थित रूप से दौड़ाए जाएंगे। जहां भूमिगत डक्ट मौजूद हैं, वहां सभी केबल जमीन के नीचे डाले जाएंगे। एयरटेल के साथ अनुबंध के तहत इन पोलों का कार्य जल्द शुरू किया जा रहा है। इस कार्य के तहत बाबतपुर एयरपोर्ट, मणिकर्णिका घाट, केदार घाट, दुर्गाकुंड, संकट मोचन, सारनाथ, कैंट रेलवे स्टेशन जैसे प्रमुख स्थानों को शामिल किया गया है।
15 दिन की डेडलाइन
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा ने इस कार्य की समीक्षा के लिए सभी केबल ऑपरेटरों के साथ बैठक की और साफ निर्देश दिया कि 15 दिन में चिन्हित क्षेत्रों से बेतरतीब तार हट जाएं। स्मार्ट सिटी सभागार में हुई इस बैठक में बीएसएनएल, जियो, एयरटेल सहित सभी प्रमुख ऑपरेटरों ने इस पहल का समर्थन किया और सहयोग देने का आश्वासन दिया।
पूरी सुविधा निशुल्क
नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि केबल व्यवस्थित करने के लिए ऑपरेटरों से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा न पोल उपयोग के लिए न ही भूमिगत डक्ट में केबल डालने के लिए। इससे ऑपरेटरों को भी राहत मिलेगी और शहरवासियों को भी एक सुरक्षित, सुंदर और साफ-सुथरा शहर देखने को मिलेगा। वाराणसी जैसे प्राचीन और सांस्कृतिक महत्व वाले शहर में यह एक जरूरी और स्वागत योग्य कदम है, जो स्मार्ट सिटी की दिशा में मजबूत संकेत है। UP News
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