UP News : उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट का चुनाव रोचक होने वाला है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) तथा समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रत्याशियों के बाद अब उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर तीसरा प्रत्याशी मैदान में कूद गया है। तीसरा प्रत्याशी मैदान में आते ही मिल्कीपुर विधानसभा सीट का उपचुनाव और भी अधिक रोचक हो गया है।
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पड़ रही है दिल्ली पर भारी
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा की सीट पर उप चुनाव हो रहा है। उधर दिल्ली प्रदेश की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव हो रहा है। सच बात यह है कि दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों की बजाय उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट की चर्चा अधिक हो रही है। इस चर्चा का कारण यह है कि उत्तर प्रदेश की अयोध्या लोकसभा सीट पर चुनाव हारने के कारण BJP को बहुत बड़ा झटका लगा था। यदि BJP मिल्कीपुर विधानसभा की सीट पर भी चुनाव हार जाती है तो यह BJP तथा उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के लिए दोहरा झटका होगा। यही कारण है कि देश भर के राजनेताओं, विश्लेषकों तथा पत्रकारों की नजर उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर लगी हुई है।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उतरा तीसरा प्रत्याशी
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा की सीट पर तीसरा प्रत्याशी मैदान में उतर गया है। यह तीसरा प्रत्याशी दलित राजनीति का महत्वपूर्ण चेहरा बनकर उभर रहे चन्द्रशेखर आजाद उर्फ रावण की पार्टी का चेहरा है। चन्द्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने मिल्कीपुर सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के बागी नेता सूरज चौधरी को मिल्कीपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। यहां यह बताना जरूरी है कि उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में सूरज चौधरी कभी समाजवादी पार्टी का अहम चेहरा माने जाते थे और सपा नेता तथा अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के करीबी रह चुके हैं। कुछ दिन पहले ही सूरज चौधरी ने सपा छोड़ दी और चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी से जुड़ गए। यह चुनाव उनके लिए न केवल राजनीतिक पहचान को मजबूत करने का मौका है, बल्कि समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती पैदा करना भी सूरज चौधरी का मकसद है। UP Hindi News
उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा की सीट का चुनावी गणित
उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव में वोटरों की बात करें तो यहां कुल 3.62 लाख वोटर हैं, जिसमें से 1 लाख, 60 हजार दलित मतदाता हैं, जो मिल्कीपुर उपचुनाव में बड़ा उलटफेर कर सकते हैं। राजनीति के जानकार मानते हैं कि मिल्कीपुर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा के चुनाव न लड़ने से सपा और बीजेपी के प्रत्याशियों से निराश मतदाता आजाद समाज पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर सीट पर समाजवादी पार्टी ने अजीत प्रसाद को मैदान में उतारा है, वह अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे हैं। दूसरी ओर, बीजेपी ने चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने सपा को सपोर्ट करने के लिए अपना उम्मीदवार नहीं उतारा। जबकि, बसपा मैदान से बाहर है। मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए 17 जनवरी से नामांकन भरा जाएगा, 5 फरवरी को मतदान होगा और 8 फरवरी को नतीजे घोषित होंगे। UP Hindi News
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