Monday, 23 June 2025

चार राज्यों से घिरा यूपी का ये जिला ‘भारत का स्वीट्जरलैंड’ कहलाता है

UP News : भारत विविधताओं से भरा देश है, जहां हर राज्य और जिला अपने आप में अनोखी पहचान रखता…

चार राज्यों से घिरा यूपी का ये जिला ‘भारत का स्वीट्जरलैंड’ कहलाता है

UP News : भारत विविधताओं से भरा देश है, जहां हर राज्य और जिला अपने आप में अनोखी पहचान रखता है। लेकिन उत्तर प्रदेश का एक जिला ऐसा भी है जो अपनी भौगोलिक स्थिति, प्राकृतिक संपदा और ऐतिहासिक महत्व के कारण सबसे अलग माना जाता है। बात हो रही है सोनभद्र जिले की जो यूपी का एकमात्र ऐसा जिला जो चार अलग-अलग राज्यों से घिरा है।

भौगोलिक विशिष्टता

सोनभद्र की सीमाएं मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड इन चार राज्यों से मिलती हैं। यही कारण है कि इसे “चार राज्यों के संगम” के रूप में भी जाना जाता है। यह उत्तर प्रदेश का क्षेत्रफल के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा जिला है। सोनभद्र विंध्य और कैमूर पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है, जो इसकी भौगोलिक बनावट को बेहद खूबसूरत और विविध बनाता है। यही वजह है कि जब भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू यहां आए, तो उन्होंने इसकी हरी-भरी वादियों और पहाड़ियों को देखकर इसे “स्विट्जरलैंड आॅफ इंडिया” की उपाधि दी।

नदियों का संगम

इस जिले में बहने वाली प्रमुख नदियां:
सोन नदी : (जिसके नाम पर जिले का नाम पड़ा)
रिहंद नदी : रिहंद भी यहां की दर्शनीय स्थलों में से एक है।
कनहर, पांगन, और घाघरा : ये नदियां सोनभद्र की सुंदरता को और अधिक आकर्षक बनाती हैं। रिहंद और धांद्रोल बांध जैसे जलाशय भी यहां के दर्शनीय स्थल हैं।
सोनभद्र को “भारत ऊर्जा राजधानी” कहा जाता है क्योंकि यहां देश के सबसे अधिक पावर प्लांट स्थित हैं। यहां स्थित कोयला खनन, थर्मल पावर और हाइड्रो पावर प्लांट उत्तर भारत की ऊर्जा आपूर्ति में अहम योगदान देते हैं। UP News

प्रमुख पर्यटन स्थल

सोनभद्र इतिहास, प्रकृति और अध्यात्म का सुंदर संगम है। यहां घूमने के लिए कई शानदार स्थल हैं:

श्री रेंकेश्वर महादेव मंदिर
विजयगढ़ किला
अगोरी किला
चंद्रकांता किला (जो चर्चित उपन्यास चंद्रकांता से जुड़ा है)
सल्खान फॉसिल पार्क : करोड़ों साल पुराने जीवाश्मों का भंडार
कैमूर वाइल्डलाइफ सेंचुरी : दुर्लभ वन्यजीवों का निवास
मुखा जलप्रपात, धांद्रोल बांध : प्राकृतिक आनंद का केंद्र

पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी तेजी से हुआ विकसित

सोनभद्र को वर्ष 1989 में मिजार्पुर से अलग करके एक स्वतंत्र जिला बनाया गया था। इसके बाद से ही यह न सिर्फ खनिज और बिजली उत्पादन के लिए, बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी तेजी से विकसित हुआ है। यदि आप भारत में किसी अनोखे, शांत और सुंदर पर्यटन स्थल की तलाश में हैं, तो सोनभद्र आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। यहां प्रकृति, इतिहास और आधुनिक विकास का अद्भुत समन्वय देखने को मिलता है। यह जिला उत्तर प्रदेश की शान और भारत की ऊर्जा और पर्यावरणीय धरोहर का प्रतीक है। UP News

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