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महाकुंभ के मेले में मुसलमानों का क्या काम, बैन किए जाएं मुस्लिम

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UP News : पुरानी फिल्म का एक गाना था कि- “मेरे अंगने में तेरा क्या काम”। इसी फिल्मी गाने की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में एक बड़ी मांग उठी है। उत्तर प्रदेश समेत देश भर के साधु-संतों ने कहा है कि महाकुंभ के मेले में मुसलमानों का क्या काम ? उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महाकुंभ के मेले में मुस्लिम समाज को बैन करने की मांग साधु-संतों ने उठाई है।

मुस्लिमों को करें बैन

उत्तर प्रदेश में जनवरी-2025 में महाकुंभ के मेले का आयोजन किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाला महाकुंभ का मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला होगा। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में लगने वाले महामुंभ के मेले में मुस्लिम समाज को पूरी तरह से बैन करने की मांग की गई है। देश में साधु-संतों की सबसे बड़ी संस्था का नाम अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद है। साधु-संतों की इस संस्था अखिल भारतीय  अखाड़ा परिषद ने महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग की है। उनका कहना है कि कई मामले ऐसे सामने आए हैं, जब लोग पहचान छुपाकर गरबा में दाखिल हो जाते हैं। इसकी तुलना में महाकुंभ काफी बड़ा धार्मिक आयोजन है। ऐसे में अखाड़े के संतों की मांग है कि ID प्रूफ के बिना किसी को भी एंट्री नहीं मिलनी चाहिए। संतों का कहना है कि उन्होंने कई बार देखा है कि कुंभ में मुस्लिम लोग संत बनकर घूमने लगते हैं। ऐसे में जरूरी है कि जो भी प्रयागराज महाकुंभ में आए, उसकी पहले जांच की जाए।

वहीं, सोशल मीडिया पर वायरल एक अन्य वीडियो में गेरुआ वस्त्रधारी संत का कहना है कि महाकुंभ क्षेत्र में मुसलमानों को दुकान न लगाने दी जाए। उन्होंने कहा कि इस बार के कुंभ मेले में कोई भी मुसलमान कारीगर कोई भी चीज खाने-पीने की चीज नहीं बना पाएगा और कुंभ का मेला मुसलमान के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। उन्होंने आगे कहा कि थूक देना, मूत देना तब सामान बेचना इस पर संतों ने चिंता जाहिर की है। वैसे भी कुंभ में उनके व्यवसाय का क्या काम। वहां हिंदू जनमानस होगा, ऐसे में वहां मुसलमानों का क्या काम है। महाकुंभ के मेले में मुस्लिम समाज को बैन करने की मांग पर बहस भी शुरू हो गई है। UP News

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