Lucknow: लखनऊ। आखिर, वही हुआ, जिसका इंतजार हो रहा था। काफी दिनों से सपा से ‘तलाक’ की मांग पर शनिवार को अखिलेश यादव ने मुहर लगा दी। उन्होंने चाचा शिवपाल और सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर को खुली चिट्ठी लिखकर साफ कर दिया कि जहां ज्यादा सम्मान मिले, आप वहां जाने के लिए आजाद हैं। यद्यपि अखिलेश ने दोनों नेताओं को पार्टी से निकालने का कोई फैसला बेपर्दा नहीं किया है, लेकिन सियासी गलियारे में ‘आजाद’ करने का अर्थ ‘तलाक’ से ही लगाया जा रहा है।
दूसरी ओर ओमप्रकाश राजभर के लिए जारी किए गए पत्र में संदेश दिया गया है कि ओमप्रकाश राजभर जी, सपा लगातार भाजपा के खिलाफ लड़ रही है। आपका भाजपा के साथ गठजोड़ है और आप लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। अगर आपको लगता है कि कहीं ज्यादा सम्मान मिलेगा तो आप वहां जाने के लिए स्वतंत्र हैं। पत्र जारी होने के बाद माना जा रहा है कि सपा ने राजभर की पार्टी सुभासपा से गठबंधन तोड़ने का औपचारिक ऐलान कर दिया है।