Site icon चेतना मंच

UP Political News : शिवपाल यादव की सुरक्षा में कटौती, अब ‘जेड’ की जगह मिलेगी ‘वाई’ श्रेणी सुरक्षा

UP Political News

Shivpal Yadav's security cut, now 'Z' will be replaced by 'Y' category security

UP Political News : लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा में कटौती करने का फैसला लिया है। सरकार ने उनकी जेड श्रेणी सुरक्षा वापस ले ली है। इसके स्थान पर उन्हें अब वाई श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी।

UP Political News :

पुलिस अधीक्षक (प्रशिक्षण एवं सुरक्षा) वैभव कृष्ण ने बताया कि 26 नवंबर को श्रेणीबद्ध सुरक्षा की समीक्षा की गई। राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक में जसवंत नगर के विधायक और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की ‘जेड’ श्रेणी सुरक्षा वापस लेने का फैसला किया गया। इसके स्थान पर उन्हें ‘वाई’ श्रेणी सुरक्षा दी जाएगी।

Advertising
Ads by Digiday

वैभव कृष्ण ने बताया कि ‘यलोबुक’ में अंकित मानक के अनुसार शिवपाल सिंह यादव को ‘वाई’ श्रेणी सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। इस बाबत लखनऊ कमिश्नरेट और इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को आधिकारिक जानकारी दे गई है।

Mainpuri Election डिम्पल के लिए आसान नहीं मैनपुरी का गढ़ जीतना

यूपी सरकार के इस फैसले को राजनीतिक चश्मे से भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुए मैनपुरी सीट पर उपचुनाव में भाजपा की तरफदारी न करने पर शिवपाल सिंह यादव की सुरक्षा में कटौती की गई है। मैनपुरी सीट पर भाजपा ने रघुराज सिंह शाक्य को उतारा है। शाक्य कभी समाजवादी पार्टी में थे और साल 2019 में भाजपा में शामिल हुए।

बताया जाता है कि शाक्य शिवपाल सिंह यादव के शिष्य रहे हैं। दूसरी ओर, शिवपाल यादव के सपा सुप्रीमो भतीजे अखिलेश यादव से रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं। इसे देखते हुए भाजपा ने यह उम्मीद लगा रखी थी कि शिवपाल यादव परिवार के बजाय शिष्य को तवज्जो देंगे। लेकिन, बीते दिनों अखिलेश और मैनपुरी सीट से सपा उम्मीदवार डिंपल यादव ने शिवपाल यादव से उनके आवास पर जाकर आशीर्वाद मांगा। शिवपाल ने भी खुले मन से कह दिया कि यह ‘नेताजी’ की सीट है और उनके सम्मान के लिए पहले ‘घर’ देखेंगे। बाद में कुछ और। माना जा रहा है कि यही बात भाजपा को अखर गई और आखिर, खुन्नस में उसने शिवपाल की सुरक्षा में कटौती करने का फैसला किया है।

Exit mobile version