Uttarpradesh News: “किसी भी जाति से बैर नहीं लेकिन,गाड़ियों में लिखा तो ख़ैर नहीं”
कुछ दो साल पहले उत्तर प्रदेश की सरकार ने ये ऐलान किया था कि अगर आप अपनी गाड़ी पर किसी भी प्रकार का जाति सूचक शब्द लिखवाते है तो उत्तर प्रदेश में आपका स्वागत ….. नहीं है!आम तौर पर गाड़ियों में लोग क्षत्रिय, ब्राह्मण, जाट गूजर जैसे जाति सूचक शब्द लिखवा कर चला करते थे । और इसी बात से यूपी सरकार ने ऐसा करने वालों पर तगड़ा चलान भी रखा था। प्रधानमंत्री कार्यालय से उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिख कर इसे बंद करने का निर्देश दिया गया था। PMO का पत्र मिलते ही यूपी सरकार सक्रिय होती हुई नज़र आई थी
ऐसा करने वालों की गाड़िया सीज़ करने या धारा 177 में चालान का आदेश दिया गया था। कुछ समय तक तो ये निर्देश माने गए लेकीन कुछ समय से फिर जाति सूचक शब्द लिखी गड़िया उत्तरपरदेश की सड़कों पर नजर आ रही हैं ।
Uttarpradesh News: लोगों को नहीं है आदेश की परवाह
ग़ौर तलब ये है लोगो ने एक बार फिर से इस बात को ना मानते हुए अपनी गाड़ी पर हिंदु लिखा हुआ स्टिकर लगाना शुरू किया है । और इस तरह की कई गड़ियो की भरमार आप सड़को पर देख सकते है । आप अपने आस पास दनदनाती हुई ऐसी कई गाड़िया देख सकते है। अब गड़ियो को उनके मॉडल या उनके अपने नाम से नहीं बल्कि जाति से पहचाना जा सकता है,कि चालक किस जात धर्म का है।
Uttarpradesh News: आख़िर क्यों फिर से ये प्रचलन शुरू हो गया है?
इस संकेत का अर्थ दूसरी जातियों को कमतर दिखाने के लिए भी हो सकता है । यूपी के राजनीतिक और सामाजिक व्यवस्था में जातीय समीकरण बहुत महत्तपूर्ण माने जाते है क्यूकी यहाँ वोट भी जाति के आधार पर बांटा जाता है ! अब कुछ ही दिनों में लोकसभा के चुनाव है ,वोट बटोरने के कई तरीके को अपनाए जा रहे है। इस तरह के चलन को भी फिर बहुत तेज़ी बढ़ावा मिल रहा है क्यूकी चलान कटना बंद हो गये हैं। आख़िर क्यों फिर से ये प्रचलन शुरू हो गया है। लोग क्यों धड़ल्ले से अपने वाहनो पर हिंदू लिख कर चल रहे है और यूपी सरकार ने आँखों पर पट्टी और कान में तेल डाल लिया है।
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