Weather Update : कानपुर में इस समय बारिश ने गर्मी में मौसम सुहाना बना दिया है। यहां सुबह से रुक रुक कर बारिश हो रही है। शुक्रवार के लिए मौसम विभाग ने 30 जिलों के लिए बारिश-आंधी का अलर्ट जारी किया था। इन जिलों में कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां ओले भी गिर सकते हैं। यूपी में मौसमी बदलाव का सिलसिला 30 अप्रैल तक चलता रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक, अगले दो दिन ज्यादा उलटफेर की संभावना है। 30 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
Weather Update :
शुक्रवार सुबह की शुरुआत कानपुर में आंधी के साथ बारिश हुई। दिन में अंधेरा छा गया। आगरा में देर रात से तेज हवाएं चलीं। सुबह से बादल छाए हैं। बारिश की आशंका है। दोपहर करीब 12 बजे लखनऊ में भी बादल छा गए। तेज हवाएं चलने लगी। उधर, जालौन में आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान की मौत हो गई।
बिजली गिरने से किसान की मौत
शुक्रवार को आकाशीय बिजली गिरने से एक किसान उसकी चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। यह हादसा सिरसा कलार थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छावनी अहीर गांव में हुआ है। जहां छानी अहीर के रहने वाले किसान विजय दोहरे (48) सुबह खेत में गेहूं एकत्रित करने गए थे। तभी अचानक हल्की बारिश होने लगी, जिसे देख वह त्रिपाल से गेहूं को ढकने का प्रयास करा रहा था। तभी आकाशीय चमक के साथ किसान के ऊपर आकाशीय बिजली गिर गई, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई। इस हादसे में दो और किसान झुलस गए हैं।
इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग के मुताबिक, जिन शहरों में कल बारिश-आंधी का अलर्ट था, शुक्रवार को भी कमोबेश उन्हीं शहरों में यह अलर्ट है। इन शहरों में आगरा, मेरठ, बुलंदशहर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, फिरोजाबाद, मैनपुरी, मथुरा, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, इटावा, औरैया, फर्रुखाबाद और कानपुर शामिल हैं।
ओले बारिश की संभावना
कानपुर की सीएसए यूनिवर्सिटी के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक, पूरे उत्तर प्रदेश में 28 से 30 अप्रैल के बीच मौसम ज्यादा खराब रहने की संभावना है। आंधी, ओले के साथ बारिश और बिजली गिरने की भी संभावना है। उन्होंने लोगों को चेताया कि अगर मौसम बिगड़े तो लोगों को सावधान रहने की जरूरत है।
एक सप्ताह रहेगा यही हाल
डॉ. पांडेय के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में हुए इस मौसमी बदलाव के पीछे मध्य पाकिस्तान और उससे सटे पंजाब क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनना है। इसका असर प्रदेश के मध्य भाग पर दिखाई पड़ रहा है। अनुमान है कि यह करीब एक सप्ताह तक सक्रिय रहेगा। इसके बाद, फिर गर्मी का प्रकोप शुरू हो जाएगा।