तीन गहनों तक सीमित हुई साज-सज्जा, पंचायत का फैसला बना चर्चा का विषय

तीन गहनों तक सीमित हुई साज-सज्जा, पंचायत का फैसला बना चर्चा का विषय
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 OCT 2025 05:27 AM
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उत्तराखंड के पहाड़ी इलाके जौनसार में पंचायत ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसने पूरे राज्य में बहस छेड़ दी है। जौनसार इलाके की कंदाड़ और इद्रोली गांव की संयुक्त पंचायत ने शादियों और सामाजिक समारोहों में महिलाओं के गहनों पर सीमा तय कर दी है। अब महिलाएं किसी भी शादी या उत्सव में केवल तीन सोने के आभूषण  झुमके, नथ और मंगलसूत्र ही पहन सकेंगी। पंचायत का तर्क है कि बढ़ती सोने की कीमतों और दिखावे की होड़ ने आम परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। इसलिए इस “सामाजिक सुधार” के तहत फिजूलखर्ची पर रोक लगाना जरूरी था। पंचायत ने साफ चेतावनी दी है जो भी इस नियम को तोड़ेगा, उससे 50 हजार रुपये जुर्माना वसूला जाएगा। यह निर्णय जहां कुछ लोगों को सादगी की मिसाल लग रहा है, वहीं कई लोग इसे महिलाओं की निजी आज़ादी में दखल बता रहे हैं।   Uttrakhand News

पंचायत का तर्क

कंदाड़ गांव के निवासी अर्जुन सिंह ने बताया कि सोने के दाम आसमान छूने के कारण कई परिवारों में आर्थिक तनाव बढ़ गया है। महिलाओं पर गहनों के खर्च का दबाव घरों में विवाद का कारण बन रहा है। इसलिए पंचायत ने सामूहिक सहमति से यह निर्णय लिया।  उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं की  फिजूलखर्ची पर भी भविष्य में रोक लगाने पर विचार किया जाएगा। पंचायत के इस फैसले पर महिलाओं की राय बंटी हुई है। जौनसार की निवासी अमला चौहान ने कहा - अगर समानता लानी है, तो केवल महिलाओं पर ही नियम क्यों? पुरुषों के ब्रांडेड शराब पीने और अनावश्यक खर्च पर भी रोक लगनी चाहिए।  Uttrakhand News

अमला ने आगे जोड़ा कि सोना एक निवेश है, जो जरूरत के समय परिवार के काम आता है, जबकि शराब और दिखावे की खर्चीली आदतें सिर्फ नुकसान करती हैं। वहीं, निशा रावत ने कहा कि आजकल शादियों में महंगे गिफ्ट, ब्रांडेड शराब और चिकन डिशेज दिखावे का हिस्सा बन गए हैं। पहले घर की बनी शराब परोसी जाती थी, अब बाहर से मंगाई जाती है। अगर खर्च कम करने की बात है, तो शराब और मांस पर भी रोक लगनी चाहिए।  Uttrakhand News

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पुरुषों ने भी माना महिलाओं की बात में है दम

स्थानीय निवासी भीम सिंह ने पंचायत के फैसले का समर्थन किया, लेकिन कहा कि महिलाओं की आपत्तियाँ भी वाजिब हैं। सोने पर नियंत्रण सही है, लेकिन शराब और फिजूलखर्ची को लेकर भी नियम बनने चाहिए, तभी समाज में संतुलन आएगा। जौनसार क्षेत्र अनुसूचित जनजाति बहुल इलाका है, जहां पंचायतों का सामाजिक जीवन में गहरा प्रभाव है। यहां के लोग पंचायत के निर्णयों को न केवल सम्मान देते हैं, बल्कि उन्हें सख्ती से पालन भी करते हैं।  Uttrakhand News

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भूस्खलन के बीच सांसद अनिल बलूनी की किस्मत चमकी, वीडियो वायरल

भूस्खलन के बीच सांसद अनिल बलूनी की किस्मत चमकी, वीडियो वायरल
locationभारत
userचेतना मंच
calendar18 SEPT 2025 04:37 AM
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उत्तराखंड और अन्य पहाड़ी राज्यों में इन दिनों मौसम ने जैसे अपना गुस्सा दिखाना शुरू कर दिया है। हर तरफ बादल फटने और लगातार लैंडस्लाइड की घटनाओं ने लोगों के दिलों में डर बैठा दिया है। इसी बीच बीजेपी सांसद अनिल बलूनी भी इस प्राकृतिक तमाशे में बाल-बाल बच गए। उनके सामने अचानक पूरा पहाड़ भरभराकर सड़क पर गिरा। चमत्कार यह रहा कि सांसद को कोई चोट नहीं आई—अगर वे एक कदम और आगे बढ़ते, तो यह पहाड़ी नाटक किसी गंभीर हादसे में बदल सकता था।   Uttarakhand landslides

सोशल मीडिया पर साझा किया घटना का वीडियो

बीजेपी सांसद अनिल बलूनी ने इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पहाड़ का मलबा सड़क पर फैल गया। हैरानी की बात यह रही कि न कोई वाहन मलबे में फंसा और न ही किसी को चोट लगी। सांसद ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि अगर वे थोड़ी देर आगे बढ़ते, तो यह पहाड़ी नाटक किसी बड़े हादसे में बदल सकता था। वीडियो साझा करते हुए उन्होंने कहा कि इस वर्ष उत्तराखंड में हुई अतिवृष्टि और भूस्खलनों ने जनजीवन पर गहरा असर डाला है। साथ ही उन्होंने आपदा प्रबंधन में जुटे अधिकारियों, NDRF, SDRF और सड़क पर मलबा हटाने वाले कर्मचारियों की बहादुरी और सेवाभाव की भी जमकर तारीफ की।

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कई जगह फटे बादल, जनजीवन प्रभावित

उत्तराखंड और आस-पास के पहाड़ी इलाकों में मौसम ने जैसे अपनी ताकत दिखाना शुरू कर दिया है। देहरादून और चमोली में भारी बारिश और बादल फटने के कारण हालात चिंताजनक बने हुए हैं। कई घरों में पानी भर गया है और लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गई है। प्रशासन ने नागरिकों से सलाह दी है कि वे फिलहाल घरों में ही सुरक्षित रहें।

यहां देखें वायरल वीडियो -

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सीएम धामी ने जताया दुख

चमोली में हुई भीषण अतिवृष्टि में 10 से अधिक लोग लापता हैं। इस दुखद घटना पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा दुःख जताया और कहा कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस राहत एवं बचाव कार्य में पूरी तरह जुटी हुई हैं। सीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा कि वह लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और ईश्वर से सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना कर रहे हैं। मौसम की इस अप्रत्याशित शरारत ने सभी को सतर्क कर दिया है, लेकिन प्रशासन और राहतकर्मी पूरी मेहनत से लोगों की मदद में लगे हैं।  Uttarakhand landslides

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उत्तराखंड में बारिश का कहर: मसूरी से नैनीताल तक येलो अलर्ट जारी

उत्तराखंड में बारिश का कहर: मसूरी से नैनीताल तक येलो अलर्ट जारी
locationभारत
userचेतना मंच
calendar16 SEPT 2025 10:15 AM
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उत्तराखंड में भारी बारिश ने एक बार फिर जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। उत्तराखंड की राजधानी राजधानी देहरादून के सहस्त्रधारा इलाके में सोमवार देर रात बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचा दी। कई लोग लापता हैं, जबकि मकान और होटलों को गंभीर नुकसान पहुंचा है। राज्य की नदियाँ उफान पर हैं और प्रशासन हर पल अलर्ट मोड में है। बारिश और बाढ़ का यह कहर आम जीवन को प्रभावित कर रहा है, जिससे लोगों की परेशानियाँ लगातार बढ़ती जा रही हैं। Uttarakhand News

मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

मौसम विभाग ने देहरादून, नैनीताल और मसूरी समेत कई जिलों में अगले चार दिन के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों का कहना है कि अल्मोड़ा, बरकोट, चमोली, चंपावत, हरिद्वार, जोशीमठ, लैंसडौन, मुक्तेश्वर, पंतनगर, पिथौरागढ़, ऋषिकेश, रुद्रप्रयाग, टिहरी और उत्तरकाशी में 20 सितंबर तक तेज बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा, बद्रीनाथ, रुड़की, बागेश्वर, भीमताल, बिनसार, चंबा, धनौल्टी, धारचूला, हेमकुंड साहिब, काशीपुर, गंगोत्री, मुनस्यारी, रानीखेत, रामनगर, गोपेश्वर, हल्द्वानी, देवप्रयाग और हर्षिल में भी घने बादलों के साथ गरज और बारिश की संभावना जताई गई है।

सहस्त्रधारा का हाल

देहरादून के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है, जिससे शहरवासियों के लिए अगले कुछ दिन चुनौतीपूर्ण साबित हो सकते हैं। सहस्त्रधारा क्षेत्र में 18 सितंबर तक येलो अलर्ट के तहत लगातार भारी बारिश की चेतावनी है। हालांकि इसके बाद कुछ राहत की उम्मीद है, लेकिन अभी से ही प्रशासन और लोग सतर्क रहने की हिदायत दे रहे हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में बादल और बारिश देहरादून की सड़कों और नदियों को उफान पर ला सकते हैं, इसलिए सावधानी सबसे बड़ी आवश्यकता है।  Uttarakhand News

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स्कूलों को बंद करने का आदेश

भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं को देखते हुए, नैनीताल, देहरादून और पिथौरागढ़ में सभी स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का आदेश जारी किया गया है। सोमवार को राज्य के विभिन्न जिलों में हुई तेज बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। डोईवाला के लाल तप्पड़ में देहरादून-हरिद्वार हाईवे का पुल जाखन नदी के उफान में डूब गया। वहीं, टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास बहने वाली तमसा नदी ने विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे कम से कम 4-5 लोग बह गए। उत्तराखंड में मौसम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और जोखिम वाले इलाकों में यात्रा न करने की सलाह दी है।  Uttarakhand News