Saturday, 16 November 2024

Uttrakhand Tunnel Update: डॉक्टर्स की निगरानी में बन रहा मजदूरों का खाना, आज मिलेगा कोई शुभ समाचार?

Uttrakhand Tunnel Update : बीते 10 दिनों से एक अँधेरी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के साथ रेस्क्यू टीम का…

Uttrakhand Tunnel Update: डॉक्टर्स की निगरानी में बन रहा मजदूरों का खाना, आज मिलेगा कोई शुभ समाचार?

Uttrakhand Tunnel Update : बीते 10 दिनों से एक अँधेरी सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के साथ रेस्क्यू टीम का सम्पर्क स्थापित हो चुका है और उन्हें अब समय समय पर पर्याप्त खाने एवं पीने की सामग्री भी पहुंचाई जा रही है। 6 इंच की पाइप को सुरंग में फिट करके रेस्क्यू प्रशासन ने मजदूरों के भूखे प्यासे होने की चिंता को अब लगभग समाप्त कर दिया है।

वहीं वॉकी टाकी के जरिये उनसे लगातार बातचीत भी की जा रही है। लेकिन मजदूरों के परिवारों के साथ साथ देश के सभी लोग अभी भी इस शुभ समाचार के इंतज़ार में हैं कि कब मजदूरों को टनल से सुरक्षित बाहर निकालने में सफलता मिलेगी।

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मंगलवार रात को मजदूरों को मिला पूरा भोजन…

 

रिपोर्ट्स एवं रेस्क्यू प्रशासन से हुई बातचीत के आधार पर प्राप्त हुई जानकारी में पता चला कि अब तक खाद्य सामग्री को पहुंचाने के लिए चार इंच की पाइप का प्रयोग किया जा रहा था लेकिन अब इसकी जगह 6 इंच की पाइपलाइन को सुरंग में फिट किया गया है। अब भोजन सामग्री को अधिक मात्रा में बिना किसी ब्लॉकेज के मजदूरों तक आसानी से भेजा जा सकेगा।

Uttrakhand Tunnel Update

मंगलवार रात को मजदूरों को मक्खन चपाती, मटर पनीर, वेज पुलाव आदि भेजा गया। वहीं मंगलवार सुबह कटे हुए सेब, दवाइयां, ड्राई फ्रूट और पानी आदि पाइपलाइन के जरिये मजदूरों तक पहुँचाया गया।

डॉक्टर्स ने की मजदूरों के खाने की जाँच

अभिषेक रमोला के होटल में तैयार किये जा रहे मजदूरों के खाने को डॉक्टर्स की देखरेख में बनाया जा रहा है। दरअसल डॉक्टर्स यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि. जो खाना सुरंग के अंदर भेजा जा रहा है वो आसानी से पच जाने वाला होना चाहिए।

 

अंदर फंसे मजदूरों की बात सुन भर आये आंसू…

भले ही 8 राज्यों के 41 मजदूर उत्तराखंड के सिल्क्यारा में बीते 10 दिन से फंसे हुए हैं लेकिन उनकी अपने परिवार के प्रति चिंता में कोई कमी नहीं है। वाकी टाकी के जरिये हुई बातचीत में एक मजदूर ने अपनी माँ से कहा कि वह अंदर बिल्कुल सुरक्षित है और तुम समय पर अपना खाना खाती रहना।

 

तकनीक के साथ आस्था का भी लिया जा रहा सहारा

उत्तराखंड को देव भूमि का दर्जा दिया जाता है और ऐसे स्थान पर सुरंग धंसने जैसी घटना के बाद अब रेस्क्यू कम्पनी ने तकनीक के साथ देवों को भी प्रसन्न करने की जिम्मेदारी ली है। टनल के पास ही बौखनाग देवता का मंदिर (Uttrakhand Tunnel Update) बनाया गया जिसमें दुनिया के कुशल भू वैज्ञानिक RRanold ने भी माथा टेका।

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