पत्ता गोभी से दिमाग में कीड़े; क्या है सच्चाई?

रिपोर्ट्स का दावा: अगर सही तरह से पकाकर नहीं खाया जाए, तो इसमें मौजूद टेपवर्म (कीड़ा) शरीर में पहुंच सकता है।

पत्ता गोभी के कीड़े को सिस्टीसर्कस कहा जाता है। इससे होने वाली बीमारी का नाम: सिस्टीसर्कोसिस।

यह बीमारी पत्ता गोभी खाने से नहीं, बल्कि सूअर का मांस खाने से होती है।

सब्जियों में मौजूद टेपवर्म जानलेवा भी साबित हो सकता है।

टेपवर्म एक चपटा, परजीवी कीड़ा है, जो जानवरों और मनुष्यों इन्फेक्ट करता है।

टेपवर्म आपकी आंतों में रहता है और आप जो खाते हैं, उन पोषक तत्वों को खा कर जिंदा रहता है।

टेपवर्म ग्रोथ करता रहता है और अंडे देता रहता है।

दिमाग में कीड़े यानी न्यूरोसिस्टीसर्कोसिस एक बहुत कॉमन समस्या है।

न्यूरोलॉजिस्ट क्या कहते हैं:

जानवरों के सब्जियों पर यूरिन या मल त्यागने से टेपवर्म उन पर रह जाता है।

अगर सब्जियों को अच्छे से साफ ना किया जाए, तो ये अंडे पूरे शरीर में फैल जाते हैं।

सब्जियों को हमेशा गर्म पानी और पोटेशियम परमैंगनेट से धोएं।

बचने के उपाय

किसी भी सब्जी को बिना धोए कभी ना खाएं। अच्छे से पकाएं।

टेपवर्म, सफाई की कमी या फिर मांस खाने से होता है।

अनहेल्दी तरीके से उगाई गई सब्जियां खाने से बचें।