Wednesday, 9 October 2024

चेतना मंच Exclusive : हिसाब ज्यों का त्यों फिर भी कुनबा डूबा क्यों?

Haryana Assembly Election Result 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Haryana Assembly Election Result 2024) को लेकर खूब चर्चा हो…

चेतना मंच Exclusive : हिसाब ज्यों का त्यों फिर भी कुनबा डूबा क्यों?

Haryana Assembly Election Result 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव रिजल्ट (Haryana Assembly Election Result 2024) को लेकर खूब चर्चा हो रही है। हर कोई हरियाणा विधान सभा चुनाव रिजल्ट की समीक्षा करने में जुटा हुआ है। चेतना मंच की टीम ने भी हरियाणा विधानसभा चुनाव रिजल्ट की गहन समीक्षा की है। चेतना मंच की समीक्षा में हरियाणा के चुनावी रिजल्ट पर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। दरअसल हरियाणा विधानसभा के चुनाव पर यह पुरानी कहावत कि- “हिसाब ज्यों का त्यों फिर भी कुनबा डूबा क्यों”? पूरी तरह से सटीक साबित हो रही है।

भाजपा ने चली थी गुप्त चाल

हरियाणा विधानसभा चुनाव रिजल्ट का पूरा विश्लेषण करने पर हमें पता चला है कि हरियाणा में हैट्रिक बनाने के लिए भाजपा ने एक बहुत बड़ी योजना बनाई थी। भाजपा ने अपनी इस बड़ी योजना को गुप्त रखा था। केवल भाजपा के आधा दर्जन बड़े नेताओं को ही हरियाणा विधानसभा के चुनाव में अपनाई जाने वाली गुप्त योजना का पता था। इस गुप्त योजना की जानकारी हरियाणा में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों तक को भी नहीं थी। इस गुप्त चाल (योजना) के बलबूते पर भाजपा ने हरियाणा में कांग्रेस को कम से कम 19 सीटों पर चुनाव हराया है। भाजपा की यह गुप्त चाल हरियाणा में नया इतिहास रचते हुए लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में भाजपा का मास्टर स्ट्रोक साबित हुई है।

क्या थी हरियाणा में भाजपा की गुप्त योजना ?

आपको हरियाणा विधानसभा के चुनाव में अपनाई गई भाजपा की गुप्त योजना बता रहे हैं। दरअसल भाजपा को हरियाणा में चुनाव की घोषणा से पहले ही आभास हो गया था कि हरियाणा में हवा का रूख कांग्रेस की तरफ है। इसी कारण यह योजना बनाई गई कि हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर जीतने के तमाम प्रयासों के साथ ही साथ एक गुप्त चाल भी चली जाए। इस गुप्त चाल में हरियाणा की विधानसभा सीटों पर “वोट कटवा” प्रत्याशियों की मदद करनी थी। दरअसल भाजपा ने हरियाणा की ज्यादातर विधानसभा सीटों पर एक-एक ऐसा प्रत्याशी चिहिन्त किया जो जीत नहीं सकता था। किन्तु अच्छी-खासी वोट काटने की स्थिति में था। हरियाणा की प्रत्येक सीट पर मौजूद “वोट कटवा” प्रत्याशी को भाजपा ने मोटी आर्थिक मदद की। यानि “वोट कटवा” अधिक से अधिक वोट काट सकें। इसके लिए प्रत्येक सीट पर मजबूत “वोट कटवा” को खूब पैसे दिए गए तथा मजबूती से चुनाव लड़ाया गया। भाजपा की इस गुप्त योजना ने बड़ा चमत्कार किया। पूरे हरियाणा में 19 सीट ऐसी रहीं जिन पर “वोट कटवा” के कारण कांग्रेस के प्रत्याशी चुनाव हार गए। इस गुप्त योजना के द्वारा भाजपा हरियाणा में हैट्रिक बनाने में सफल हो गई। कांग्रेस के नेता अभी भी यही सोच रहे हैं कि उनका आंकलन तो कम से कम 60 सीट तक जीतने का था फिर भला कांग्रेस 37 सीटों पर ही कैसे सिमट गई। भाजपा की “वोट कटवा” वाली गुप्त चाल नहीं चली होती तो कांग्रेस निश्चित रूप से 37+19= 56 सीट जीत कर बम्पर जीत दर्ज करने वाली थी।

हरियाणा में इन 19 सीटों का गणित समझ लेना जरूरी है

हरियाणा विधानसभा चुनाव रिजल्ट का विश्लेषण करने पर पता चला है कि हरियाणा की 19 सीट ऐसी हैं जहां निर्दलीय प्रत्याशी अथवा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी ने कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत का गणित बिगाड़ा है। इन वोट कटवा प्रत्याशियों को उससे अधिक वोट मिले हैं जितने वोटों से कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई है। हरियाणा में 19 विधानसभा सीट ऐसी सीटें हैं, जहां कांग्रेस की हार का अंतर सेकंड रनर-अप को मिले वोटों से काफी कम है। हरियाणा में 5 सीटें तो ऐसी हैं, जहां आम आदमी पार्टी की वजह से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। यहां आप के प्रत्याशी को कांग्रेस की हार से ज्यादा वोट मिले। इस तरह कुल 19 सीटों पर कांग्रेस जीती हुई बाजी हार गई।

पांच सीटों पर आप बनी वोट कटवा

5 सीटों पर जहां आप ने समीकरण बदले, उनमें सबसे पहली सीट है, उचाना कलां विधानसभा सीट की। इस सीट पर आप पार्टी के उम्मीदवार पवन फौजी को कुल 46473 वोट मिले, उचाना कलां सीट से देवेंदर चटर भुज (बीजेपी) केवल 32 वोटों के मार्जिन से जीते. दूसरी सीट है डबवाली विधानसभा। यहां से INLD के आदित्य देवीलाल ने को कुल 56074 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस के अमित को 610 वोटों से हराया, जबकि इस सीट पर आप उम्मीदवार कुलदीप सिंह को 6606 वोट मिले। दादरी विधानसभा सीट की बात करें इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार सुनील सतपाल सांगवान ने कुल 1957 वोटों के मार्जिन से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया। इस सीट पर आप के उम्मीदवार धनराज सिंह को कुल 64229 वोट मिले। इसी प्रकार महेंद्रगढ़ सीट पर बीजेपी प्रत्याशी कंवर सिंह को कुल 63036 वोट मिले और उन्होंने कांग्रेस उम्मदीवार को 2648 वोटों के मार्जिन से हराया। इस सीट पर आप प्रत्याशी डॉ. मनीष यादव को 61296 वोट मिले. असंध विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार योगेंद्र सिंह राणा को 54761 वोट मिले। उन्होंने अपने विपक्षी कांग्रेस उम्मीदवार शमशेर सिंह गोगी को 2306 वोटों के मार्जिन से हराया। असंध सीट से आप को कुल 4290 वोट मिले।

चौदह सीटों पर निर्दलीय ने बिगाड़ा खेल

हरियाणा में 14 सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस जितने वोटों से हारी उससे ज्यादा वोट तीसरे स्थान पर रहे प्रत्याशी को मिले. ऐसी ही एक सीट महेंद्रगढ़ हैं जहां बीजेपी प्रत्याशी कंवर सिंह को कुल 63036 वोट मिले। यहां कांग्रेस उम्मीदवार कुल 2648 वोट से हारे, जबकि निर्दलीय पार्टी से संदीप सिंह को अकेले 20834 मिले। समालखा सीट से भी बीजेपी प्रत्याशी मनमोहन भड़ाना को कुल 81293 वोट मिले. कांग्रेस प्रत्याशी धर्म सिंह छौक्कर 61978 वोट के साथ दूसरे नंबर पर रहे। इस सीट पर निर्दलीय रविंदर मछरौली को 21132 वोट मिले। कालका सीट से बीजेपी प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा ने जीत दर्ज की। उन्हें कुल 60612 वोट मिले। जबकि कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप चौधरी को 49729 वोट मिले। इस सीट पर निर्दलीय गोपाल सुखोमाजरी को कुल 31688 वोट मिले।

बधरा सीट से बीजेपी प्रत्याशी उमेद सिंह की झोली में कुल 59315 वोट आए। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सोमवीर सिंह को 7585 के मार्जिन से मात दी। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार सोमवीर घासोला को कुल 26730 वोट मिले। यमुनानगर सीट से बीजेपी प्रत्याशी घनश्याम दास को कुल 73185 मिले और उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रमन त्यागी को 22437 के मार्जिन से हराया। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार कपिल को कुल 278 वोट मिले। असंध सीट से बीजेपी प्रत्याशी योगेंद्र सिंह राणा को कुल 54761 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के शमशेर सिंह गोगी को 2306 वोटों से हराया। यहां निर्दलीय उम्मीदवार जीले राम शर्मा को कुल 16302 वोट मिले।  सफीदों सीट से बीजेपी प्रत्याशी राम कुमार गौतम को 58983 वोट मिले। राम कुमार ने कांग्रेस के सुभाष गंगोली को 4037 वोटों से हराया। यहां निर्दलीय उम्मीदवार जसबीर देसवाल को 20114 वोट मिले।

नरवाना सीट से बीजेपी प्रत्याशी कृष्ण कुमार को 59474 वोट मिले। कृष्ण कुमार ने कांग्रेस प्रत्याशी सतबीर दबलैन को 47975 वोटों से हराया. इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार गुरमैल को 466 वोट मिले। दादरी सीट से बीजेपी प्रत्याशी सुनील सतपाल सांगवान को कुल 65568 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस की मनीषा सांगवान को 1957 वोटों से हराया। इस सीट पर निर्दलीय अजीत सिंह को 3369 वोट मिले। राई सीट से बीजेपी प्रत्याशी कृष्णा गहलावत को कुल 64614 वोट मिले। कृष्णा गहलावत ने अपने विपक्षी जय भगवान अंतिल को 4673 वोटों के मार्जिन से हराया। इस सीट पर निर्दलीय प्रतीक राजकुमार शर्मा को 12262 वोट मिले। तोशाम विधानसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी श्रुति चौधरी को कुल 76414 वोट मिले। उन्होंने अपने विपक्षी अनिरूद्ध चौधरी को 14257 वोटों के मार्जिन से हराया। इस सीट पर निर्दलीय शशि रंजन परमार को कुल 15859 वोट मिले। सोहना सीट से बीजेपी के तेजपाल तंवर को 61243 वोट मिले। उन्होंने कांग्रेस के रोहतास सिंह को 11877 वोटों से हराया। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार जावेद अहमद को कुल 49210 प्राप्त हुए। Haryana Assembly Election Result 2024

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